हैंडबुक ऑफ़ सेरीकल्चर
Author: मुखर्जी, नित्य गोपाल
Keywords: रेशम उत्पादन, हस्त पुस्तिका, कृषि, रेशम उद्योग, ब्रिटिश उपनिवेश
Publisher: बंगाल सचिवालय पुस्तक डिपो, कलकत्ता
Description: लेखक नित्य गोपाल मुखर्जी ने रेशम उत्पादन के विषय पर इस पुस्तक को बंगाल में रेशम कीट पालक वर्ग के उपयोग के लिए लिखा था। इस पुस्तक के प्रकाशन का आदेश भू अभिलेख और कृषि विभाग द्वारा दिया गया था और इसे 26 फ़रवरी 1896 के सरकारी आदेश संख्या 1040 एग्री के तहत अधिकृत किया गया था। यह पुस्तक भारत और अन्य ब्रिटिश उपनिवेशों, दोनों में, रेशम उत्पादन की आवश्यकताओं को पूरा करती है। इस प्रकार, यह पुस्तक कृषि विभाग के लिए उपयोगी थी, जिसका उद्देश्य भारत और अन्य ब्रिटिश उपनिवेशों में रेशम उद्योग का विस्तार करना था।
Source: इंदिरा गाँधी राष्ट्रीय कला केंद्र
Type: दुर्लभ पुस्तक
Received From: इंदिरा गाँधी राष्ट्रीय कला केंद्र
DC Field | Value |
dc.contributor.author | मुखर्जी, नित्य गोपाल |
dc.date.accessioned | 2019-10-22T07:28:04Z |
dc.date.available | 2019-10-22T07:28:04Z |
dc.description | लेखक नित्य गोपाल मुखर्जी ने रेशम उत्पादन के विषय पर इस पुस्तक को बंगाल में रेशम कीट पालक वर्ग के उपयोग के लिए लिखा था। इस पुस्तक के प्रकाशन का आदेश भू अभिलेख और कृषि विभाग द्वारा दिया गया था और इसे 26 फ़रवरी 1896 के सरकारी आदेश संख्या 1040 एग्री के तहत अधिकृत किया गया था। यह पुस्तक भारत और अन्य ब्रिटिश उपनिवेशों, दोनों में, रेशम उत्पादन की आवश्यकताओं को पूरा करती है। इस प्रकार, यह पुस्तक कृषि विभाग के लिए उपयोगी थी, जिसका उद्देश्य भारत और अन्य ब्रिटिश उपनिवेशों में रेशम उद्योग का विस्तार करना था। |
dc.source | इंदिरा गाँधी राष्ट्रीय कला केंद्र |
dc.format.extent | ii,298p. |
dc.format.mimetype | application/pdf |
dc.language.iso | अंग्रेज़ी |
dc.publisher | बंगाल सचिवालय पुस्तक डिपो, कलकत्ता |
dc.subject | रेशम उत्पादन, हस्त पुस्तिका, कृषि, रेशम उद्योग, ब्रिटिश उपनिवेश |
dc.type | दुर्लभ पुस्तक |
dc.date.copyright | 1919 |
dc.identifier.accessionnumber | 3188 |
dc.format.medium | text |
DC Field | Value |
dc.contributor.author | मुखर्जी, नित्य गोपाल |
dc.date.accessioned | 2019-10-22T07:28:04Z |
dc.date.available | 2019-10-22T07:28:04Z |
dc.description | लेखक नित्य गोपाल मुखर्जी ने रेशम उत्पादन के विषय पर इस पुस्तक को बंगाल में रेशम कीट पालक वर्ग के उपयोग के लिए लिखा था। इस पुस्तक के प्रकाशन का आदेश भू अभिलेख और कृषि विभाग द्वारा दिया गया था और इसे 26 फ़रवरी 1896 के सरकारी आदेश संख्या 1040 एग्री के तहत अधिकृत किया गया था। यह पुस्तक भारत और अन्य ब्रिटिश उपनिवेशों, दोनों में, रेशम उत्पादन की आवश्यकताओं को पूरा करती है। इस प्रकार, यह पुस्तक कृषि विभाग के लिए उपयोगी थी, जिसका उद्देश्य भारत और अन्य ब्रिटिश उपनिवेशों में रेशम उद्योग का विस्तार करना था। |
dc.source | इंदिरा गाँधी राष्ट्रीय कला केंद्र |
dc.format.extent | ii,298p. |
dc.format.mimetype | application/pdf |
dc.language.iso | अंग्रेज़ी |
dc.publisher | बंगाल सचिवालय पुस्तक डिपो, कलकत्ता |
dc.subject | रेशम उत्पादन, हस्त पुस्तिका, कृषि, रेशम उद्योग, ब्रिटिश उपनिवेश |
dc.type | दुर्लभ पुस्तक |
dc.date.copyright | 1919 |
dc.identifier.accessionnumber | 3188 |
dc.format.medium | text |