एनसाइक्लोपीडिया बेंगालेंसिस, बायोग्राफ़ी: पार्ट II
Author: बंदोपाध्याय, कृष्णमोहन
Keywords: जीवनी, गैलीलियो, साहित्य
Publisher: कलकत्ता
Description: यह जीवनी का दूसरा भाग है जिसमें इटली के मशहूर खगोलशास्त्री, भौतिकशास्त्री और इंजीनियर गैलीलियो के जीवन के बारे में चर्चा की गई है। अंग्रेज़ी और बंगाली दोनों में प्रकाशित, यह श्रृंखला इतिहास, विज्ञान और साहित्य में अंतर्दृष्टि प्रदान करती है।
Source: राष्ट्रीय पुस्तकालय, कोलकाता
Type: दुर्लभ पुस्तक
Received From: राष्ट्रीय पुस्तकालय
DC Field | Value |
dc.contributor.author | बंदोपाध्याय, कृष्णमोहन |
dc.date.accessioned | 2013-11-26T09:27:22Z 2019-12-07T04:36:00Z |
dc.date.available | 2013-11-26T09:27:22Z 2019-12-07T04:36:00Z |
dc.description | यह जीवनी का दूसरा भाग है जिसमें इटली के मशहूर खगोलशास्त्री, भौतिकशास्त्री और इंजीनियर गैलीलियो के जीवन के बारे में चर्चा की गई है। अंग्रेज़ी और बंगाली दोनों में प्रकाशित, यह श्रृंखला इतिहास, विज्ञान और साहित्य में अंतर्दृष्टि प्रदान करती है। |
dc.source | राष्ट्रीय पुस्तकालय, कोलकाता |
dc.format.extent | 151 p. |
dc.format.mimetype | application/pdf |
dc.language.iso | हिंदी |
dc.publisher | कलकत्ता |
dc.relation.ispartofseries | Encyclopaedia Bengalensis |
dc.subject | जीवनी, गैलीलियो, साहित्य |
dc.type | दुर्लभ पुस्तक |
dc.date.copyright | 1851 |
dc.identifier.accessionnumber | IMP4521 |
dc.format.medium | text |
DC Field | Value |
dc.contributor.author | बंदोपाध्याय, कृष्णमोहन |
dc.date.accessioned | 2013-11-26T09:27:22Z 2019-12-07T04:36:00Z |
dc.date.available | 2013-11-26T09:27:22Z 2019-12-07T04:36:00Z |
dc.description | यह जीवनी का दूसरा भाग है जिसमें इटली के मशहूर खगोलशास्त्री, भौतिकशास्त्री और इंजीनियर गैलीलियो के जीवन के बारे में चर्चा की गई है। अंग्रेज़ी और बंगाली दोनों में प्रकाशित, यह श्रृंखला इतिहास, विज्ञान और साहित्य में अंतर्दृष्टि प्रदान करती है। |
dc.source | राष्ट्रीय पुस्तकालय, कोलकाता |
dc.format.extent | 151 p. |
dc.format.mimetype | application/pdf |
dc.language.iso | हिंदी |
dc.publisher | कलकत्ता |
dc.relation.ispartofseries | Encyclopaedia Bengalensis |
dc.subject | जीवनी, गैलीलियो, साहित्य |
dc.type | दुर्लभ पुस्तक |
dc.date.copyright | 1851 |
dc.identifier.accessionnumber | IMP4521 |
dc.format.medium | text |