इडियोमैटिक उर्दू फ़ॉर पब्लिक स्पीचेस
Author: अहमद, मौलवी लैक़
Keywords: उर्दू भाषा, उपयोग, फ़ारसी, अरबी, मिश्रित उर्दू
Publisher: दिल्ली सेंट्रल प्रेस, दिल्ली
Description: मौलवी लैक़ अहमद द्वारा संकलित, इस पुस्तक में सार्वजनिक भाषणों की सहूलियत के लिए उर्दू भाषा के सरलीकृत रूप का वर्णन किया गया है। इस पुस्तक का उद्देश्य प्राचीन फ़ारसी और अरबी शब्दों को हटाकर उर्दू में एक अच्छा भाषण देने में पाठक की सहायता करना है। यह अधिकतर उर्दू बोलने वाले क्षेत्रों में शासन और संवाद करने के इच्छुक अंग्रेज़ अधिकारियों के लिए लिखी गई थी। इसलिए, अंग्रेज़ी विषय वस्तु का उर्दू में अनुवाद करने के लिए यह लक्ष्य रखा गया कि इस्तेमाल की गई भाषा बहुत अलंकृत न हो और जिसे सार्वजनिक सभाओं में आने वाले, आम लोगों के समूह द्वारा आसानी से समझा जा सके।
Source: केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार
Type: दुर्लभ पुस्तक
Received From: केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार
DC Field | Value |
dc.contributor.author | अहमद, मौलवी लैक़ |
dc.date.accessioned | 2019-02-28T15:33:58Z |
dc.date.available | 2019-02-28T15:33:58Z |
dc.description | मौलवी लैक़ अहमद द्वारा संकलित, इस पुस्तक में सार्वजनिक भाषणों की सहूलियत के लिए उर्दू भाषा के सरलीकृत रूप का वर्णन किया गया है। इस पुस्तक का उद्देश्य प्राचीन फ़ारसी और अरबी शब्दों को हटाकर उर्दू में एक अच्छा भाषण देने में पाठक की सहायता करना है। यह अधिकतर उर्दू बोलने वाले क्षेत्रों में शासन और संवाद करने के इच्छुक अंग्रेज़ अधिकारियों के लिए लिखी गई थी। इसलिए, अंग्रेज़ी विषय वस्तु का उर्दू में अनुवाद करने के लिए यह लक्ष्य रखा गया कि इस्तेमाल की गई भाषा बहुत अलंकृत न हो और जिसे सार्वजनिक सभाओं में आने वाले, आम लोगों के समूह द्वारा आसानी से समझा जा सके। |
dc.source | केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार |
dc.format.extent | viii, 207 p. |
dc.format.mimetype | application/pdf |
dc.language.iso | अंग्रेज़ी |
dc.publisher | दिल्ली सेंट्रल प्रेस, दिल्ली |
dc.subject | उर्दू भाषा, उपयोग, फ़ारसी, अरबी, मिश्रित उर्दू |
dc.type | दुर्लभ पुस्तक |
dc.date.copyright | 1907 |
dc.identifier.accessionnumber | AS-056385 |
dc.format.medium | text |
DC Field | Value |
dc.contributor.author | अहमद, मौलवी लैक़ |
dc.date.accessioned | 2019-02-28T15:33:58Z |
dc.date.available | 2019-02-28T15:33:58Z |
dc.description | मौलवी लैक़ अहमद द्वारा संकलित, इस पुस्तक में सार्वजनिक भाषणों की सहूलियत के लिए उर्दू भाषा के सरलीकृत रूप का वर्णन किया गया है। इस पुस्तक का उद्देश्य प्राचीन फ़ारसी और अरबी शब्दों को हटाकर उर्दू में एक अच्छा भाषण देने में पाठक की सहायता करना है। यह अधिकतर उर्दू बोलने वाले क्षेत्रों में शासन और संवाद करने के इच्छुक अंग्रेज़ अधिकारियों के लिए लिखी गई थी। इसलिए, अंग्रेज़ी विषय वस्तु का उर्दू में अनुवाद करने के लिए यह लक्ष्य रखा गया कि इस्तेमाल की गई भाषा बहुत अलंकृत न हो और जिसे सार्वजनिक सभाओं में आने वाले, आम लोगों के समूह द्वारा आसानी से समझा जा सके। |
dc.source | केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार |
dc.format.extent | viii, 207 p. |
dc.format.mimetype | application/pdf |
dc.language.iso | अंग्रेज़ी |
dc.publisher | दिल्ली सेंट्रल प्रेस, दिल्ली |
dc.subject | उर्दू भाषा, उपयोग, फ़ारसी, अरबी, मिश्रित उर्दू |
dc.type | दुर्लभ पुस्तक |
dc.date.copyright | 1907 |
dc.identifier.accessionnumber | AS-056385 |
dc.format.medium | text |