अरब जॉग्राफ़र्स नॉलेज ऑफ़ सदर्न इंडिया
Author: हुसैन नैनार, एस. मोहम्मद
Keywords: भूगोल, भारत, विवरण, यात्रा, इतिहास
Publisher: मद्रास विश्वविद्यालय, मद्रास
Description: एस. मुहम्मद हुसैन नैनार द्वारा लिखित, यह पुस्तक 14वीं शताब्दी ईस्वी तक अरबी भूगोल-वेत्ताओं के पास मौजूद भारत के ज्ञान के बारे में है, जिसमें दक्षिणी भारत का विशेष संदर्भ दिया गया है। इस पुस्तक को लंदन विश्वविद्यालय (कला संकाय) में डॉक्टर ऑफ़ फ़िलॉसफ़ी की डिग्री की आवश्यकता पूर्ति हेतु थीसिस के रूप में प्रस्तुत किया गया था। इसके अतिरिक्त, यह दक्षिणी भारत में स्थानों की सूची, राजाओं और उनके राज्यों के वर्णन, भूगोल, और विभिन्न स्थानों के नृविज्ञान, आदि, पर चर्चा करती है।
Source: केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार
Type: दुर्लभ पुस्तक
Received From: केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार
| DC Field | Value |
| dc.contributor.author | हुसैन नैनार, एस. मोहम्मद |
| dc.coverage.spatial | India |
| dc.date.accessioned | 2018-07-25T12:17:29Z |
| dc.date.available | 2018-07-25T12:17:29Z |
| dc.description | एस. मुहम्मद हुसैन नैनार द्वारा लिखित, यह पुस्तक 14वीं शताब्दी ईस्वी तक अरबी भूगोल-वेत्ताओं के पास मौजूद भारत के ज्ञान के बारे में है, जिसमें दक्षिणी भारत का विशेष संदर्भ दिया गया है। इस पुस्तक को लंदन विश्वविद्यालय (कला संकाय) में डॉक्टर ऑफ़ फ़िलॉसफ़ी की डिग्री की आवश्यकता पूर्ति हेतु थीसिस के रूप में प्रस्तुत किया गया था। इसके अतिरिक्त, यह दक्षिणी भारत में स्थानों की सूची, राजाओं और उनके राज्यों के वर्णन, भूगोल, और विभिन्न स्थानों के नृविज्ञान, आदि, पर चर्चा करती है। |
| dc.source | केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार |
| dc.format.extent | 241 p. |
| dc.format.mimetype | application/pdf |
| dc.language.iso | अंग्रेज़ी |
| dc.publisher | मद्रास विश्वविद्यालय, मद्रास |
| dc.subject | भूगोल, भारत, विवरण, यात्रा, इतिहास |
| dc.type | दुर्लभ पुस्तक |
| dc.date.copyright | 1942 |
| dc.identifier.accessionnumber | AS-004806 |
| dc.format.medium | text |
| DC Field | Value |
| dc.contributor.author | हुसैन नैनार, एस. मोहम्मद |
| dc.coverage.spatial | India |
| dc.date.accessioned | 2018-07-25T12:17:29Z |
| dc.date.available | 2018-07-25T12:17:29Z |
| dc.description | एस. मुहम्मद हुसैन नैनार द्वारा लिखित, यह पुस्तक 14वीं शताब्दी ईस्वी तक अरबी भूगोल-वेत्ताओं के पास मौजूद भारत के ज्ञान के बारे में है, जिसमें दक्षिणी भारत का विशेष संदर्भ दिया गया है। इस पुस्तक को लंदन विश्वविद्यालय (कला संकाय) में डॉक्टर ऑफ़ फ़िलॉसफ़ी की डिग्री की आवश्यकता पूर्ति हेतु थीसिस के रूप में प्रस्तुत किया गया था। इसके अतिरिक्त, यह दक्षिणी भारत में स्थानों की सूची, राजाओं और उनके राज्यों के वर्णन, भूगोल, और विभिन्न स्थानों के नृविज्ञान, आदि, पर चर्चा करती है। |
| dc.source | केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार |
| dc.format.extent | 241 p. |
| dc.format.mimetype | application/pdf |
| dc.language.iso | अंग्रेज़ी |
| dc.publisher | मद्रास विश्वविद्यालय, मद्रास |
| dc.subject | भूगोल, भारत, विवरण, यात्रा, इतिहास |
| dc.type | दुर्लभ पुस्तक |
| dc.date.copyright | 1942 |
| dc.identifier.accessionnumber | AS-004806 |
| dc.format.medium | text |
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