हिस्टॉरिकल इंट्रोडक्शन टू द बंगाल पोर्शन ऑफ़ "द फ़िफ़्थ रिपोर्ट"
Author: फ़र्मिंगर, वॉल्टर केली
Keywords: ग्रेट ब्रिटेन, संसद, हाउस ऑफ कॉमन्स, प्रवर समिति, आधिकारिक रिपोर्टें
Publisher: आर. कैमब्रे, कलकत्ता
Description: वॉल्टर केली फ़र्मिंगर द्वारा लिखित, यह महान कार्य वर्ष 1812 में संसद के आदेश पर जारी किया गया था और यह तब से ब्रिटिश भारत में पट्टेदारी तथा न्यायिक और पुलिस प्रणालियों पर एक मानक और विश्वस्त सूत्र बना रहा। पुस्तक उन चरणों को प्रस्तुत करने का प्रयास करती है जिनके द्वारा माननीय ईस्ट इंडिया कंपनी के प्रतिनिधियों ने बंगाल में एक प्रभावी नागरिक प्रशासन का निर्माण किया, जबकि अंत तक कंपनी ने सार्वभौम सत्ता ग्रहण नहीं की। पुस्तक में ऐतिहासिक परिचय, जीवनी-संबंधी और स्थलाकृतिक टिप्पणियों के साथ मूल रिपोर्ट सम्मिलित है। पुस्तक के उत्तरवर्ती भाग में परिशिष्ट और शब्दावली (अंग्रेज़ी समानार्थी शब्दों के साथ बंगाली, फ़ारसी और कैथी भाषाओं में) सम्मिलित हैं।
Source: केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार
Type: दुर्लभ पुस्तक
Received From: केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार
| DC Field | Value |
| dc.contributor.author | फ़र्मिंगर, वॉल्टर केली |
| dc.date.accessioned | 2017-05-15T09:51:27Z 2018-06-07T03:20:17Z |
| dc.date.available | 2017-05-15T09:51:27Z 2018-06-07T03:20:17Z |
| dc.description | वॉल्टर केली फ़र्मिंगर द्वारा लिखित, यह महान कार्य वर्ष 1812 में संसद के आदेश पर जारी किया गया था और यह तब से ब्रिटिश भारत में पट्टेदारी तथा न्यायिक और पुलिस प्रणालियों पर एक मानक और विश्वस्त सूत्र बना रहा। पुस्तक उन चरणों को प्रस्तुत करने का प्रयास करती है जिनके द्वारा माननीय ईस्ट इंडिया कंपनी के प्रतिनिधियों ने बंगाल में एक प्रभावी नागरिक प्रशासन का निर्माण किया, जबकि अंत तक कंपनी ने सार्वभौम सत्ता ग्रहण नहीं की। पुस्तक में ऐतिहासिक परिचय, जीवनी-संबंधी और स्थलाकृतिक टिप्पणियों के साथ मूल रिपोर्ट सम्मिलित है। पुस्तक के उत्तरवर्ती भाग में परिशिष्ट और शब्दावली (अंग्रेज़ी समानार्थी शब्दों के साथ बंगाली, फ़ारसी और कैथी भाषाओं में) सम्मिलित हैं। |
| dc.source | केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार |
| dc.format.extent | a-d, 322p. |
| dc.format.mimetype | application/pdf |
| dc.language.iso | अंग्रेज़ी |
| dc.publisher | आर. कैमब्रे, कलकत्ता |
| dc.subject | ग्रेट ब्रिटेन, संसद, हाउस ऑफ कॉमन्स, प्रवर समिति, आधिकारिक रिपोर्टें |
| dc.type | दुर्लभ पुस्तक |
| dc.date.copyright | 1917 |
| dc.identifier.accessionnumber | AS-003091 |
| dc.format.medium | text |
| DC Field | Value |
| dc.contributor.author | फ़र्मिंगर, वॉल्टर केली |
| dc.date.accessioned | 2017-05-15T09:51:27Z 2018-06-07T03:20:17Z |
| dc.date.available | 2017-05-15T09:51:27Z 2018-06-07T03:20:17Z |
| dc.description | वॉल्टर केली फ़र्मिंगर द्वारा लिखित, यह महान कार्य वर्ष 1812 में संसद के आदेश पर जारी किया गया था और यह तब से ब्रिटिश भारत में पट्टेदारी तथा न्यायिक और पुलिस प्रणालियों पर एक मानक और विश्वस्त सूत्र बना रहा। पुस्तक उन चरणों को प्रस्तुत करने का प्रयास करती है जिनके द्वारा माननीय ईस्ट इंडिया कंपनी के प्रतिनिधियों ने बंगाल में एक प्रभावी नागरिक प्रशासन का निर्माण किया, जबकि अंत तक कंपनी ने सार्वभौम सत्ता ग्रहण नहीं की। पुस्तक में ऐतिहासिक परिचय, जीवनी-संबंधी और स्थलाकृतिक टिप्पणियों के साथ मूल रिपोर्ट सम्मिलित है। पुस्तक के उत्तरवर्ती भाग में परिशिष्ट और शब्दावली (अंग्रेज़ी समानार्थी शब्दों के साथ बंगाली, फ़ारसी और कैथी भाषाओं में) सम्मिलित हैं। |
| dc.source | केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार |
| dc.format.extent | a-d, 322p. |
| dc.format.mimetype | application/pdf |
| dc.language.iso | अंग्रेज़ी |
| dc.publisher | आर. कैमब्रे, कलकत्ता |
| dc.subject | ग्रेट ब्रिटेन, संसद, हाउस ऑफ कॉमन्स, प्रवर समिति, आधिकारिक रिपोर्टें |
| dc.type | दुर्लभ पुस्तक |
| dc.date.copyright | 1917 |
| dc.identifier.accessionnumber | AS-003091 |
| dc.format.medium | text |
भारत सरकार


डिजिटल भविष्य के लिए स्वयं को तैयार करने की आवश्यकता को पहचानते हुए, ‘भारतीय संस्कृति’ पोर्टल, संस्कृति मंत्रालय द्वारा एक पहल है। यह एक ऐसा प्लेटफ़ॉर्म है जो पूरे भारत की विभिन्न रिपॉज़िटरियों और संस्थानों से सांस्कृतिक प्रासंगिकता के डेटा को प्रस्तुत करता है।
