हिस्ट्री ऑफ़ बिहार इंडिगो फ़ैक्टरीज़, रेमिनिसेंसेस ऑफ़ बिहार, तिरहुत एंड इट्स इंहैबिटेंट्स ऑफ़ द पास्ट, हिस्ट्री ऑफ़ बिहार लाइट हॉर्स वॉलंटियर्स
Author: विल्सन, मिंडेन
Keywords: नील उद्योग, इतिहास, चंपारण, सारण, शाहपुर
Publisher: द कलकत्ता जनरल प्रिंटिंग, कलकत्ता
Description: मिंडेन विल्सन द्वारा लिखित, यह पुस्तक तिरहुत, चंपारण और सारण में नील कारखानों के इतिहास को सूचीबद्ध करती है। लेखक ने 1857 से तिरहुत में अपने अनुभव और तिरहुत के निवासियों के इतिहास को भी प्रकाशित किया है। पुस्तक में आगे श्री ग्रैंड का उल्लेख है जो तिरहुत में नील लाने वाले पहले यूरोपीय थे। उत्तर-पश्चिम में नील के प्रोत्साहन में क्लौड मार्टिन की भूमिका का भी उल्लेख किया गया है। लेखक अंत में नील के कांति कारखाने, सिंगिया कारखाने और शाहपुर कारखाने के बारे में विस्तार से बताते हैं।
Source: केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार
Type: दुर्लभ पुस्तक
Received From: केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार
| DC Field | Value |
| dc.contributor.author | विल्सन, मिंडेन |
| dc.date.accessioned | 2017-06-12T11:48:10Z 2018-06-07T04:34:23Z |
| dc.date.available | 2017-06-12T11:48:10Z 2018-06-07T04:34:23Z |
| dc.description | मिंडेन विल्सन द्वारा लिखित, यह पुस्तक तिरहुत, चंपारण और सारण में नील कारखानों के इतिहास को सूचीबद्ध करती है। लेखक ने 1857 से तिरहुत में अपने अनुभव और तिरहुत के निवासियों के इतिहास को भी प्रकाशित किया है। पुस्तक में आगे श्री ग्रैंड का उल्लेख है जो तिरहुत में नील लाने वाले पहले यूरोपीय थे। उत्तर-पश्चिम में नील के प्रोत्साहन में क्लौड मार्टिन की भूमिका का भी उल्लेख किया गया है। लेखक अंत में नील के कांति कारखाने, सिंगिया कारखाने और शाहपुर कारखाने के बारे में विस्तार से बताते हैं। |
| dc.source | केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार |
| dc.format.extent | viii, 334p. |
| dc.format.mimetype | application/pdf |
| dc.language.iso | अंग्रेज़ी |
| dc.publisher | द कलकत्ता जनरल प्रिंटिंग, कलकत्ता |
| dc.subject | नील उद्योग, इतिहास, चंपारण, सारण, शाहपुर |
| dc.type | दुर्लभ पुस्तक |
| dc.date.copyright | 1908 |
| dc.identifier.accessionnumber | AS-004770 |
| dc.format.medium | text |
| DC Field | Value |
| dc.contributor.author | विल्सन, मिंडेन |
| dc.date.accessioned | 2017-06-12T11:48:10Z 2018-06-07T04:34:23Z |
| dc.date.available | 2017-06-12T11:48:10Z 2018-06-07T04:34:23Z |
| dc.description | मिंडेन विल्सन द्वारा लिखित, यह पुस्तक तिरहुत, चंपारण और सारण में नील कारखानों के इतिहास को सूचीबद्ध करती है। लेखक ने 1857 से तिरहुत में अपने अनुभव और तिरहुत के निवासियों के इतिहास को भी प्रकाशित किया है। पुस्तक में आगे श्री ग्रैंड का उल्लेख है जो तिरहुत में नील लाने वाले पहले यूरोपीय थे। उत्तर-पश्चिम में नील के प्रोत्साहन में क्लौड मार्टिन की भूमिका का भी उल्लेख किया गया है। लेखक अंत में नील के कांति कारखाने, सिंगिया कारखाने और शाहपुर कारखाने के बारे में विस्तार से बताते हैं। |
| dc.source | केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार |
| dc.format.extent | viii, 334p. |
| dc.format.mimetype | application/pdf |
| dc.language.iso | अंग्रेज़ी |
| dc.publisher | द कलकत्ता जनरल प्रिंटिंग, कलकत्ता |
| dc.subject | नील उद्योग, इतिहास, चंपारण, सारण, शाहपुर |
| dc.type | दुर्लभ पुस्तक |
| dc.date.copyright | 1908 |
| dc.identifier.accessionnumber | AS-004770 |
| dc.format.medium | text |
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