हिस्ट्री ऑफ़ हिंदू कैमिस्ट्री फ़्रॉम द अर्लिअस्ट टाइम्स टू द मिडिल ऑफ़ सिक्सटींथ सेंचुरी ए.डी. वॉल. 2
Author: रे, प्रफुल्ल चंद्र
Keywords: रसायनविज्ञान, संबद्ध विज्ञान, हिंदू और संस्कृत ग्रंथ, तंत्र, इतिहास
Publisher: विलियम्स एंड नॉरगेट, लंदन
Description: प्रफुल्ल चंद्र रे द्वारा लिखित, यह पुस्तक प्रारंभिक समय से 16वीं शताब्दी ईस्वी के मध्य तक, संस्कृत ग्रंथों, रूपांतरों, अनुवादों और चित्रों सहित, हिंदू रसायन विज्ञान के कालानुक्रमिक इतिहास को सूचीबद्ध करती है। चूँकि, नागार्जुन जैसे प्रसिद्ध व्यक्तित्व को साहित्यिक एवं वैज्ञानिक क्रियाओं के साथ-साथ रसायनविद्या की खोजबीन का श्रेय दिया जाता है, इसलिए ऐतिहासिक परिचय में उनके काल के बारे में परिचर्चा को यथेष्ट स्थान दिया गया है। पुस्तक का एक प्रमुख भाग 12वीं शताब्दी ईस्वी में प्रचलित रसायनविद्या संबंधी तंत्रों पर प्रकाश डालता है।
Source: केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार
Type: दुर्लभ पुस्तक
Received From: केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार
| DC Field | Value |
| dc.contributor.author | रे, प्रफुल्ल चंद्र |
| dc.date.accessioned | 2017-05-31T06:51:05Z 2018-06-07T03:33:09Z |
| dc.date.available | 2017-05-31T06:51:05Z 2018-06-07T03:33:09Z |
| dc.description | प्रफुल्ल चंद्र रे द्वारा लिखित, यह पुस्तक प्रारंभिक समय से 16वीं शताब्दी ईस्वी के मध्य तक, संस्कृत ग्रंथों, रूपांतरों, अनुवादों और चित्रों सहित, हिंदू रसायन विज्ञान के कालानुक्रमिक इतिहास को सूचीबद्ध करती है। चूँकि, नागार्जुन जैसे प्रसिद्ध व्यक्तित्व को साहित्यिक एवं वैज्ञानिक क्रियाओं के साथ-साथ रसायनविद्या की खोजबीन का श्रेय दिया जाता है, इसलिए ऐतिहासिक परिचय में उनके काल के बारे में परिचर्चा को यथेष्ट स्थान दिया गया है। पुस्तक का एक प्रमुख भाग 12वीं शताब्दी ईस्वी में प्रचलित रसायनविद्या संबंधी तंत्रों पर प्रकाश डालता है। |
| dc.source | केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार |
| dc.format.extent | xxi, 152p. |
| dc.format.mimetype | application/pdf |
| dc.language.iso | अंग्रेज़ी |
| dc.publisher | विलियम्स एंड नॉरगेट, लंदन |
| dc.subject | रसायनविज्ञान, संबद्ध विज्ञान, हिंदू और संस्कृत ग्रंथ, तंत्र, इतिहास |
| dc.type | दुर्लभ पुस्तक |
| dc.date.copyright | 1909 |
| dc.identifier.accessionnumber | AS-001716 |
| dc.format.medium | text |
| DC Field | Value |
| dc.contributor.author | रे, प्रफुल्ल चंद्र |
| dc.date.accessioned | 2017-05-31T06:51:05Z 2018-06-07T03:33:09Z |
| dc.date.available | 2017-05-31T06:51:05Z 2018-06-07T03:33:09Z |
| dc.description | प्रफुल्ल चंद्र रे द्वारा लिखित, यह पुस्तक प्रारंभिक समय से 16वीं शताब्दी ईस्वी के मध्य तक, संस्कृत ग्रंथों, रूपांतरों, अनुवादों और चित्रों सहित, हिंदू रसायन विज्ञान के कालानुक्रमिक इतिहास को सूचीबद्ध करती है। चूँकि, नागार्जुन जैसे प्रसिद्ध व्यक्तित्व को साहित्यिक एवं वैज्ञानिक क्रियाओं के साथ-साथ रसायनविद्या की खोजबीन का श्रेय दिया जाता है, इसलिए ऐतिहासिक परिचय में उनके काल के बारे में परिचर्चा को यथेष्ट स्थान दिया गया है। पुस्तक का एक प्रमुख भाग 12वीं शताब्दी ईस्वी में प्रचलित रसायनविद्या संबंधी तंत्रों पर प्रकाश डालता है। |
| dc.source | केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार |
| dc.format.extent | xxi, 152p. |
| dc.format.mimetype | application/pdf |
| dc.language.iso | अंग्रेज़ी |
| dc.publisher | विलियम्स एंड नॉरगेट, लंदन |
| dc.subject | रसायनविज्ञान, संबद्ध विज्ञान, हिंदू और संस्कृत ग्रंथ, तंत्र, इतिहास |
| dc.type | दुर्लभ पुस्तक |
| dc.date.copyright | 1909 |
| dc.identifier.accessionnumber | AS-001716 |
| dc.format.medium | text |
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