हिस्ट्री ऑफ़ हिंदू सिविलायज़ेशन ड्यूरिंग ब्रिटिश रूल वॉल.1
Author: बोस, प्रमथ नाथ
Keywords: हिंदू सभ्यता, इतिहास, दर्शनशास्त्र, धर्म, बौद्धिक स्थिति
Publisher: डब्ल्यू. न्यूमैन, कलकत्ता
Description: प्रमथनाथ बोस द्वारा लिखित, यह पुस्तक ब्रिटिश शासन के दौरान हिंदू सभ्यता के कालानुक्रमिक इतिहास को सूचीबद्ध करती है। लेखक ने पूरी किताब को कई खंडों में विभाजित किया है, जिनके शीर्षक हैं - धार्मिक स्थिति, सामाजिक-धार्मिक स्थिति, सामाजिक स्थिति, औद्योगिक स्थिति और बौद्धिक स्थिति। लेखक ने आगे कहा है कि धार्मिक प्रगति को बौद्धिक प्रगति के समान दर्जा नहीं दिया गया था। पुस्तक के उत्तरवर्ती भाग में हिंदू सभ्यता पर धर्म के प्रभाव के बारे में चर्चा की गई है।
Source: केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार
Type: दुर्लभ पुस्तक
Received From: केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार
| DC Field | Value |
| dc.contributor.author | बोस, प्रमथ नाथ |
| dc.date.accessioned | 2019-03-02T12:38:51Z |
| dc.date.available | 2019-03-02T12:38:51Z |
| dc.description | प्रमथनाथ बोस द्वारा लिखित, यह पुस्तक ब्रिटिश शासन के दौरान हिंदू सभ्यता के कालानुक्रमिक इतिहास को सूचीबद्ध करती है। लेखक ने पूरी किताब को कई खंडों में विभाजित किया है, जिनके शीर्षक हैं - धार्मिक स्थिति, सामाजिक-धार्मिक स्थिति, सामाजिक स्थिति, औद्योगिक स्थिति और बौद्धिक स्थिति। लेखक ने आगे कहा है कि धार्मिक प्रगति को बौद्धिक प्रगति के समान दर्जा नहीं दिया गया था। पुस्तक के उत्तरवर्ती भाग में हिंदू सभ्यता पर धर्म के प्रभाव के बारे में चर्चा की गई है। |
| dc.source | केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार |
| dc.format.extent | v.1. (176p.) |
| dc.language.iso | अंग्रेज़ी |
| dc.publisher | डब्ल्यू. न्यूमैन, कलकत्ता |
| dc.subject | हिंदू सभ्यता, इतिहास, दर्शनशास्त्र, धर्म, बौद्धिक स्थिति |
| dc.type | दुर्लभ पुस्तक |
| dc.date.copyright | 1894 |
| dc.identifier.accessionnumber | AS-002119 |
| dc.format.medium | text |
| dc.format.duration | application/pdf |
| DC Field | Value |
| dc.contributor.author | बोस, प्रमथ नाथ |
| dc.date.accessioned | 2019-03-02T12:38:51Z |
| dc.date.available | 2019-03-02T12:38:51Z |
| dc.description | प्रमथनाथ बोस द्वारा लिखित, यह पुस्तक ब्रिटिश शासन के दौरान हिंदू सभ्यता के कालानुक्रमिक इतिहास को सूचीबद्ध करती है। लेखक ने पूरी किताब को कई खंडों में विभाजित किया है, जिनके शीर्षक हैं - धार्मिक स्थिति, सामाजिक-धार्मिक स्थिति, सामाजिक स्थिति, औद्योगिक स्थिति और बौद्धिक स्थिति। लेखक ने आगे कहा है कि धार्मिक प्रगति को बौद्धिक प्रगति के समान दर्जा नहीं दिया गया था। पुस्तक के उत्तरवर्ती भाग में हिंदू सभ्यता पर धर्म के प्रभाव के बारे में चर्चा की गई है। |
| dc.source | केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार |
| dc.format.extent | v.1. (176p.) |
| dc.language.iso | अंग्रेज़ी |
| dc.publisher | डब्ल्यू. न्यूमैन, कलकत्ता |
| dc.subject | हिंदू सभ्यता, इतिहास, दर्शनशास्त्र, धर्म, बौद्धिक स्थिति |
| dc.type | दुर्लभ पुस्तक |
| dc.date.copyright | 1894 |
| dc.identifier.accessionnumber | AS-002119 |
| dc.format.medium | text |
| dc.format.duration | application/pdf |
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