बिहार एंड ओड़िसा ड्यूरिंग द फ़ॉल ऑफ़ द मुग़ल एंपायर: विद अ डिटेल्ड स्टडी ऑफ़ द मराठाज़ इन बंगालएंड ओड़िसा
Author: सरकार, जदूनाथ
Keywords: मुग़लों का पतन, बंगाल, बिहार, उड़ीसा, इतिहास, यूरोपीय अभिलेख, जदूनाथ सरकार
Publisher: पटना विश्वविद्यालय, पटना
Description: लेखक अठारहवीं शताब्दी के दौरान बंगाल, बिहार और उड़ीसा (मुग़ल साम्राज्य का उत्तर पूर्वी प्रांत) के इतिहास का अध्ययन करने का प्रयास करते हैं। यह पुस्तक मुग़ल साम्राज्य के पतन के दौरान इन क्षेत्रों के इतिहास को प्रस्तुत करती है। ऐसा करने में, कृति साम्राज्य के भीतर इन क्षेत्रों के इतिहास और उनमें मराठों की उपस्तिथि पर चर्चा करती है। यह उस समय के यूरोपीय कारखानों के अभिलेखों की एक सूची प्रदान करती है, जो यहाँ अध्ययन के क्षेत्र पर प्रकाश डालते हैं। कृति में क्षेत्रीय भाषाओं के स्रोतों का विस्तारपूर्व वर्णन भी शामिल है।
Type: दुर्लभ पुस्तक
Received From: केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार
| DC Field | Value |
| dc.contributor.author | सरकार, जदूनाथ |
| dc.date.accessioned | 2019-03-11T17:26:41Z |
| dc.date.available | 2019-03-11T17:26:41Z |
| dc.description | लेखक अठारहवीं शताब्दी के दौरान बंगाल, बिहार और उड़ीसा (मुग़ल साम्राज्य का उत्तर पूर्वी प्रांत) के इतिहास का अध्ययन करने का प्रयास करते हैं। यह पुस्तक मुग़ल साम्राज्य के पतन के दौरान इन क्षेत्रों के इतिहास को प्रस्तुत करती है। ऐसा करने में, कृति साम्राज्य के भीतर इन क्षेत्रों के इतिहास और उनमें मराठों की उपस्तिथि पर चर्चा करती है। यह उस समय के यूरोपीय कारखानों के अभिलेखों की एक सूची प्रदान करती है, जो यहाँ अध्ययन के क्षेत्र पर प्रकाश डालते हैं। कृति में क्षेत्रीय भाषाओं के स्रोतों का विस्तारपूर्व वर्णन भी शामिल है। |
| dc.format.extent | 126 p. |
| dc.format.mimetype | application/pdf |
| dc.language.iso | अंग्रेज़ी |
| dc.publisher | पटना विश्वविद्यालय, पटना |
| dc.subject | मुग़लों का पतन, बंगाल, बिहार, उड़ीसा, इतिहास, यूरोपीय अभिलेख, जदूनाथ सरकार |
| dc.type | दुर्लभ पुस्तक |
| dc.date.copyright | 1932 |
| dc.identifier.accessionnumber | AS-004489 |
| dc.format.medium | text |
| DC Field | Value |
| dc.contributor.author | सरकार, जदूनाथ |
| dc.date.accessioned | 2019-03-11T17:26:41Z |
| dc.date.available | 2019-03-11T17:26:41Z |
| dc.description | लेखक अठारहवीं शताब्दी के दौरान बंगाल, बिहार और उड़ीसा (मुग़ल साम्राज्य का उत्तर पूर्वी प्रांत) के इतिहास का अध्ययन करने का प्रयास करते हैं। यह पुस्तक मुग़ल साम्राज्य के पतन के दौरान इन क्षेत्रों के इतिहास को प्रस्तुत करती है। ऐसा करने में, कृति साम्राज्य के भीतर इन क्षेत्रों के इतिहास और उनमें मराठों की उपस्तिथि पर चर्चा करती है। यह उस समय के यूरोपीय कारखानों के अभिलेखों की एक सूची प्रदान करती है, जो यहाँ अध्ययन के क्षेत्र पर प्रकाश डालते हैं। कृति में क्षेत्रीय भाषाओं के स्रोतों का विस्तारपूर्व वर्णन भी शामिल है। |
| dc.format.extent | 126 p. |
| dc.format.mimetype | application/pdf |
| dc.language.iso | अंग्रेज़ी |
| dc.publisher | पटना विश्वविद्यालय, पटना |
| dc.subject | मुग़लों का पतन, बंगाल, बिहार, उड़ीसा, इतिहास, यूरोपीय अभिलेख, जदूनाथ सरकार |
| dc.type | दुर्लभ पुस्तक |
| dc.date.copyright | 1932 |
| dc.identifier.accessionnumber | AS-004489 |
| dc.format.medium | text |
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