बुद्धिस्ट रिमेंस इन आंध्रा & द हिस्ट्री ऑफ़ आंध्रा बिटवीन 225 & 610 ए.डी.
Author: सुब्रमणियन, के.आर.
Keywords: भारत में बौद्ध धर्म, आंध्र, पुरात्तवविज्ञान, इतिहास, 225 ईस्वी से 610 ईस्वी, बौद्ध मूर्तियाँ
Publisher: डायोसीसन प्रेस, मद्रास
Description: यह पुस्तक आंध्र में बौद्ध पुरातात्विक अवशेषों एवं स्थलों और तीसरी से छठी शताब्दी तक के इसके इतिहास का विवरण प्रदान करती है। पुस्तक का पहला भाग आंध्र में प्राचीन जीवन और स्मारकों के स्थान, विशेषता, इतिहास और महत्व का अध्ययन है। इस पुस्तक के भाग दो में विभिन्न राजवंशों के इतिहास के बारे में जानकारी दी गई है, जिन्होंने 225 ईस्वी और 610 ईस्वी के बीच आंध्रदेश पर शासन किया था।
Source: केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार
Type: दुर्लभ पुस्तक
Received From: केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार
| DC Field | Value |
| dc.contributor.author | सुब्रमणियन, के.आर. |
| dc.date.accessioned | 2019-03-02T12:36:46Z |
| dc.date.available | 2019-03-02T12:36:46Z |
| dc.description | यह पुस्तक आंध्र में बौद्ध पुरातात्विक अवशेषों एवं स्थलों और तीसरी से छठी शताब्दी तक के इसके इतिहास का विवरण प्रदान करती है। पुस्तक का पहला भाग आंध्र में प्राचीन जीवन और स्मारकों के स्थान, विशेषता, इतिहास और महत्व का अध्ययन है। इस पुस्तक के भाग दो में विभिन्न राजवंशों के इतिहास के बारे में जानकारी दी गई है, जिन्होंने 225 ईस्वी और 610 ईस्वी के बीच आंध्रदेश पर शासन किया था। |
| dc.source | केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार |
| dc.format.extent | xxv, 186 p. |
| dc.format.mimetype | application/pdf |
| dc.language.iso | अंग्रेज़ी |
| dc.publisher | डायोसीसन प्रेस, मद्रास |
| dc.subject | भारत में बौद्ध धर्म, आंध्र, पुरात्तवविज्ञान, इतिहास, 225 ईस्वी से 610 ईस्वी, बौद्ध मूर्तियाँ |
| dc.type | दुर्लभ पुस्तक |
| dc.date.copyright | 1932 |
| dc.identifier.accessionnumber | AS-002644 |
| dc.format.medium | text |
| DC Field | Value |
| dc.contributor.author | सुब्रमणियन, के.आर. |
| dc.date.accessioned | 2019-03-02T12:36:46Z |
| dc.date.available | 2019-03-02T12:36:46Z |
| dc.description | यह पुस्तक आंध्र में बौद्ध पुरातात्विक अवशेषों एवं स्थलों और तीसरी से छठी शताब्दी तक के इसके इतिहास का विवरण प्रदान करती है। पुस्तक का पहला भाग आंध्र में प्राचीन जीवन और स्मारकों के स्थान, विशेषता, इतिहास और महत्व का अध्ययन है। इस पुस्तक के भाग दो में विभिन्न राजवंशों के इतिहास के बारे में जानकारी दी गई है, जिन्होंने 225 ईस्वी और 610 ईस्वी के बीच आंध्रदेश पर शासन किया था। |
| dc.source | केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार |
| dc.format.extent | xxv, 186 p. |
| dc.format.mimetype | application/pdf |
| dc.language.iso | अंग्रेज़ी |
| dc.publisher | डायोसीसन प्रेस, मद्रास |
| dc.subject | भारत में बौद्ध धर्म, आंध्र, पुरात्तवविज्ञान, इतिहास, 225 ईस्वी से 610 ईस्वी, बौद्ध मूर्तियाँ |
| dc.type | दुर्लभ पुस्तक |
| dc.date.copyright | 1932 |
| dc.identifier.accessionnumber | AS-002644 |
| dc.format.medium | text |
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