भरहुत बुक 1: स्टोन ऐज़ अ स्टोरी-टेलर
Author: बरुआ, बेनीमाधब
Keywords: बौद्ध धर्म, स्तूप, भरहुत, मध्य प्रदेश, कला, वास्तुकला, पुरातत्व, विरासत, विरासत स्थल
Publisher: इंडिया रिसर्च इंस्टिट्यूट, कलकत्ता
Description: इस पुस्तक में मध्य प्रदेश के प्राचीन बौद्ध स्तूप, भरहुत, का दुर्लभ सचित्र विनिबंध है। पुस्तक उन तीन पुस्तकों में से पहली है जो इस जीर्ण-शीर्ण स्तूप के बारे में गहराई से बताती हैं। भरहुत स्तूप की खोज एलेग्जेंडर कनिंघम ने 1873 में की थी। बेनीमाधब बरुआ द्वारा लिखित, यह पुस्तक स्थल पर कनिंघम की खोजों का विस्तृत विवरण प्रदान करती है, जिसमें वहाँ का पत्थर का अंदरूनी जंगला, स्तंभ, चार प्रवेश द्वार, और अन्य पत्थर की संरचनाएँ शामिल हैं। पुस्तक स्थल की सभी पत्थर की संरचनाओं का विस्तृत विवरण प्रस्तुत करती है। इन विवरणों में इन संरचनाओं के संयोजन, अभिलेखों, चित्रों, कला और वास्तुकला के वर्णन सम्मिलित हैं।
Source: केंद्रीय सचिवालय
Type: दुर्लभ पुस्तक
Received From: केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार
| DC Field | Value |
| dc.contributor.author | बरुआ, बेनीमाधब |
| dc.date.accessioned | 2019-02-25T15:19:08Z |
| dc.date.available | 2019-02-25T15:19:08Z |
| dc.description | इस पुस्तक में मध्य प्रदेश के प्राचीन बौद्ध स्तूप, भरहुत, का दुर्लभ सचित्र विनिबंध है। पुस्तक उन तीन पुस्तकों में से पहली है जो इस जीर्ण-शीर्ण स्तूप के बारे में गहराई से बताती हैं। भरहुत स्तूप की खोज एलेग्जेंडर कनिंघम ने 1873 में की थी। बेनीमाधब बरुआ द्वारा लिखित, यह पुस्तक स्थल पर कनिंघम की खोजों का विस्तृत विवरण प्रदान करती है, जिसमें वहाँ का पत्थर का अंदरूनी जंगला, स्तंभ, चार प्रवेश द्वार, और अन्य पत्थर की संरचनाएँ शामिल हैं। पुस्तक स्थल की सभी पत्थर की संरचनाओं का विस्तृत विवरण प्रस्तुत करती है। इन विवरणों में इन संरचनाओं के संयोजन, अभिलेखों, चित्रों, कला और वास्तुकला के वर्णन सम्मिलित हैं। |
| dc.source | केंद्रीय सचिवालय |
| dc.format.extent | 178 p. |
| dc.format.mimetype | Application/pdf |
| dc.language.iso | अंग्रेज़ी |
| dc.publisher | इंडिया रिसर्च इंस्टिट्यूट, कलकत्ता |
| dc.subject | बौद्ध धर्म, स्तूप, भरहुत, मध्य प्रदेश, कला, वास्तुकला, पुरातत्व, विरासत, विरासत स्थल |
| dc.type | दुर्लभ पुस्तक |
| dc.date.copyright | 1934 |
| dc.identifier.accessionnumber | AS-000383 |
| dc.format.medium | text |
| DC Field | Value |
| dc.contributor.author | बरुआ, बेनीमाधब |
| dc.date.accessioned | 2019-02-25T15:19:08Z |
| dc.date.available | 2019-02-25T15:19:08Z |
| dc.description | इस पुस्तक में मध्य प्रदेश के प्राचीन बौद्ध स्तूप, भरहुत, का दुर्लभ सचित्र विनिबंध है। पुस्तक उन तीन पुस्तकों में से पहली है जो इस जीर्ण-शीर्ण स्तूप के बारे में गहराई से बताती हैं। भरहुत स्तूप की खोज एलेग्जेंडर कनिंघम ने 1873 में की थी। बेनीमाधब बरुआ द्वारा लिखित, यह पुस्तक स्थल पर कनिंघम की खोजों का विस्तृत विवरण प्रदान करती है, जिसमें वहाँ का पत्थर का अंदरूनी जंगला, स्तंभ, चार प्रवेश द्वार, और अन्य पत्थर की संरचनाएँ शामिल हैं। पुस्तक स्थल की सभी पत्थर की संरचनाओं का विस्तृत विवरण प्रस्तुत करती है। इन विवरणों में इन संरचनाओं के संयोजन, अभिलेखों, चित्रों, कला और वास्तुकला के वर्णन सम्मिलित हैं। |
| dc.source | केंद्रीय सचिवालय |
| dc.format.extent | 178 p. |
| dc.format.mimetype | Application/pdf |
| dc.language.iso | अंग्रेज़ी |
| dc.publisher | इंडिया रिसर्च इंस्टिट्यूट, कलकत्ता |
| dc.subject | बौद्ध धर्म, स्तूप, भरहुत, मध्य प्रदेश, कला, वास्तुकला, पुरातत्व, विरासत, विरासत स्थल |
| dc.type | दुर्लभ पुस्तक |
| dc.date.copyright | 1934 |
| dc.identifier.accessionnumber | AS-000383 |
| dc.format.medium | text |
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