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चोलास

Author: शास्त्री, के.ए. नीलकंठ

Keywords: चोल, चोल इतिहास, दक्षिण भारतीय इतिहास, तमिल साहित्य, राजाराज चोल, राजेंद्र चोल

Publisher: मद्रास विश्वविद्यालय, मद्रास

Description: यह पुस्तक प्रोफ़ेसर नीलकंठ शास्त्री द्वारा लिखित चोलों के इतिहास पर पहला खंड है। यह कुलोत्तुंग प्रथम के राज्यारोहण तक के काल को सम्मिलित करता है। इसमें पूर्वकालीन तमिल साहित्य में चोल, संगम युग में सरकार और सामाजिक जीवन, विजयालय, आदित्य प्रथम, परंतक प्रथम, राजाराज प्रथम, राजेंद्र और कुलोत्तुंग के कालों पर अध्याय हैं। लेखक ने अभिलेखों, तमिल साहित्य, इत्यादि, जैसे स्रोतों के आधार पर अपना अध्ययन किया है। परिशिष्ट इन स्रोतों की एक सूची और अप्रकाशित अभिलेखों का सारांश भी प्रदान करता है।

Source: केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार

Type: दुर्लभ पुस्तक

Received From: केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार


DC Field Value
dc.contributor.author शास्त्री, के.ए. नीलकंठ
dc.date.accessioned 2018-07-31T09:23:38Z
dc.date.available 2018-07-31T09:23:38Z
dc.description यह पुस्तक प्रोफ़ेसर नीलकंठ शास्त्री द्वारा लिखित चोलों के इतिहास पर पहला खंड है। यह कुलोत्तुंग प्रथम के राज्यारोहण तक के काल को सम्मिलित करता है। इसमें पूर्वकालीन तमिल साहित्य में चोल, संगम युग में सरकार और सामाजिक जीवन, विजयालय, आदित्य प्रथम, परंतक प्रथम, राजाराज प्रथम, राजेंद्र और कुलोत्तुंग के कालों पर अध्याय हैं। लेखक ने अभिलेखों, तमिल साहित्य, इत्यादि, जैसे स्रोतों के आधार पर अपना अध्ययन किया है। परिशिष्ट इन स्रोतों की एक सूची और अप्रकाशित अभिलेखों का सारांश भी प्रदान करता है।
dc.source केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार
dc.format.extent xii, 552 p., xii, 718 p.
dc.format.mimetype application/pdf
dc.language.iso अंग्रेज़ी
dc.publisher मद्रास विश्वविद्यालय, मद्रास
dc.relation.ispartofseries Madras University historical series- No.9/ edited by K.A. Nilakanta Sastri (AS-002660)
Madras University historical series-No.10/ edited by K.A. Nilakanta Sastri (AS-002661)
dc.subject चोल, चोल इतिहास, दक्षिण भारतीय इतिहास, तमिल साहित्य, राजाराज चोल, राजेंद्र चोल
dc.type दुर्लभ पुस्तक
dc.date.copyright 1935
dc.identifier.accessionnumber AS-002661AS-002660
dc.format.medium text
DC Field Value
dc.contributor.author शास्त्री, के.ए. नीलकंठ
dc.date.accessioned 2018-07-31T09:23:38Z
dc.date.available 2018-07-31T09:23:38Z
dc.description यह पुस्तक प्रोफ़ेसर नीलकंठ शास्त्री द्वारा लिखित चोलों के इतिहास पर पहला खंड है। यह कुलोत्तुंग प्रथम के राज्यारोहण तक के काल को सम्मिलित करता है। इसमें पूर्वकालीन तमिल साहित्य में चोल, संगम युग में सरकार और सामाजिक जीवन, विजयालय, आदित्य प्रथम, परंतक प्रथम, राजाराज प्रथम, राजेंद्र और कुलोत्तुंग के कालों पर अध्याय हैं। लेखक ने अभिलेखों, तमिल साहित्य, इत्यादि, जैसे स्रोतों के आधार पर अपना अध्ययन किया है। परिशिष्ट इन स्रोतों की एक सूची और अप्रकाशित अभिलेखों का सारांश भी प्रदान करता है।
dc.source केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार
dc.format.extent xii, 552 p., xii, 718 p.
dc.format.mimetype application/pdf
dc.language.iso अंग्रेज़ी
dc.publisher मद्रास विश्वविद्यालय, मद्रास
dc.relation.ispartofseries Madras University historical series- No.9/ edited by K.A. Nilakanta Sastri (AS-002660)
Madras University historical series-No.10/ edited by K.A. Nilakanta Sastri (AS-002661)
dc.subject चोल, चोल इतिहास, दक्षिण भारतीय इतिहास, तमिल साहित्य, राजाराज चोल, राजेंद्र चोल
dc.type दुर्लभ पुस्तक
dc.date.copyright 1935
dc.identifier.accessionnumber AS-002661AS-002660
dc.format.medium text