ड्रम: अ वेंचर इंटू द न्यू अफ़्रीका
Author: सैम्पसन, एंथनी
Keywords: दक्षिण अफ़्रीका का इतिहास, दक्षिण अफ़्रीका के स्वदेशी लोग
Publisher: कॉलिंस, लंदन
Description: इस पुस्तक के लेखक, एंथनी सैम्पसन ने दक्षिण अफ़्रीका में ‘ड्रम’ नामक एक अफ़्रीकी पत्रिका की विचित्र शुरुआत का कुछ विवरण दिया है। सैम्पसन ने साढ़े तीन साल तक इस पत्रिका के संपादक के रूप में कार्य किया, और इस पुस्तक के माध्यम से दक्षिण अफ़्रीका के दृष्टिकोण और इसकी समस्याओं के बारे में कुछ दिखाने का प्रयास किया है। एंथोनी सैम्पसन ने अपने व्यक्तिगत अनुभवों से नए, अज्ञात और महत्वपूर्ण, नगरों और पतलूनों वाले, अथवा आधुनिक अफ़्रीका, को प्रदर्शित करने का प्रयास किया है। यह पुस्तक दक्षिण अफ़्रीका की कठिनाइयों के पीछे की मानवीय परिस्थितियों, परिवेदना, हँसी और दिन-प्रतिदिन के कार्यों का प्रस्तुतीकरण है।
Source: केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार
Type: दुर्लभ पुस्तक
Received From: केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार
| DC Field | Value |
| dc.contributor.author | सैम्पसन, एंथनी |
| dc.date.accessioned | 2018-07-31T09:29:37Z |
| dc.date.available | 2018-07-31T09:29:37Z |
| dc.description | इस पुस्तक के लेखक, एंथनी सैम्पसन ने दक्षिण अफ़्रीका में ‘ड्रम’ नामक एक अफ़्रीकी पत्रिका की विचित्र शुरुआत का कुछ विवरण दिया है। सैम्पसन ने साढ़े तीन साल तक इस पत्रिका के संपादक के रूप में कार्य किया, और इस पुस्तक के माध्यम से दक्षिण अफ़्रीका के दृष्टिकोण और इसकी समस्याओं के बारे में कुछ दिखाने का प्रयास किया है। एंथोनी सैम्पसन ने अपने व्यक्तिगत अनुभवों से नए, अज्ञात और महत्वपूर्ण, नगरों और पतलूनों वाले, अथवा आधुनिक अफ़्रीका, को प्रदर्शित करने का प्रयास किया है। यह पुस्तक दक्षिण अफ़्रीका की कठिनाइयों के पीछे की मानवीय परिस्थितियों, परिवेदना, हँसी और दिन-प्रतिदिन के कार्यों का प्रस्तुतीकरण है। |
| dc.source | केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार |
| dc.format.extent | 256 p. |
| dc.format.mimetype | application/pdf |
| dc.language.iso | अंग्रेज़ी |
| dc.publisher | कॉलिंस, लंदन |
| dc.subject | दक्षिण अफ़्रीका का इतिहास, दक्षिण अफ़्रीका के स्वदेशी लोग |
| dc.type | दुर्लभ पुस्तक |
| dc.date.copyright | 1956 |
| dc.identifier.accessionnumber | AS-046170 |
| dc.format.medium | text |
| DC Field | Value |
| dc.contributor.author | सैम्पसन, एंथनी |
| dc.date.accessioned | 2018-07-31T09:29:37Z |
| dc.date.available | 2018-07-31T09:29:37Z |
| dc.description | इस पुस्तक के लेखक, एंथनी सैम्पसन ने दक्षिण अफ़्रीका में ‘ड्रम’ नामक एक अफ़्रीकी पत्रिका की विचित्र शुरुआत का कुछ विवरण दिया है। सैम्पसन ने साढ़े तीन साल तक इस पत्रिका के संपादक के रूप में कार्य किया, और इस पुस्तक के माध्यम से दक्षिण अफ़्रीका के दृष्टिकोण और इसकी समस्याओं के बारे में कुछ दिखाने का प्रयास किया है। एंथोनी सैम्पसन ने अपने व्यक्तिगत अनुभवों से नए, अज्ञात और महत्वपूर्ण, नगरों और पतलूनों वाले, अथवा आधुनिक अफ़्रीका, को प्रदर्शित करने का प्रयास किया है। यह पुस्तक दक्षिण अफ़्रीका की कठिनाइयों के पीछे की मानवीय परिस्थितियों, परिवेदना, हँसी और दिन-प्रतिदिन के कार्यों का प्रस्तुतीकरण है। |
| dc.source | केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार |
| dc.format.extent | 256 p. |
| dc.format.mimetype | application/pdf |
| dc.language.iso | अंग्रेज़ी |
| dc.publisher | कॉलिंस, लंदन |
| dc.subject | दक्षिण अफ़्रीका का इतिहास, दक्षिण अफ़्रीका के स्वदेशी लोग |
| dc.type | दुर्लभ पुस्तक |
| dc.date.copyright | 1956 |
| dc.identifier.accessionnumber | AS-046170 |
| dc.format.medium | text |
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