एडवांस्ड हिस्ट्री ऑफ़ इंडिया (हिंदू पीरियड)
Author: आयंगर, पी.टी. श्रीनिवास
Keywords: प्राचीन इतिहास, भारत, मौर्य, पाषाण युग, वेद
Publisher: हिंदी प्रचार प्रेस, मद्रास
Description: यह भारतीय उपमहाद्वीप के प्राचीन इतिहास का विवरण है। वर्णन पूर्वकालीन पुरापाषाण काल से शुरू होता है और इसमें लौह और ताम्र युग, वैदिक काल, मगध का उदय, मौर्यों का शासन, उनका पतन, लोगों का सामाजिक जीवन, इत्यादि सम्मिलित हैं। विवरण लगभग 900 ई. में समाप्त होता है। पुस्तक चौदह अध्यायों में विभाजित है, जिन्हें आगे उपखंडों में विभाजित किया गया है। विषय वस्तु कालानुक्रमिक क्रम में सुव्यवस्थित है।
Source: केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार
Type: दुर्लभ पुस्तक
Received From: केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार
| DC Field | Value |
| dc.contributor.author | आयंगर, पी.टी. श्रीनिवास |
| dc.date.accessioned | 2019-03-06T13:25:13Z |
| dc.date.available | 2019-03-06T13:25:13Z |
| dc.description | यह भारतीय उपमहाद्वीप के प्राचीन इतिहास का विवरण है। वर्णन पूर्वकालीन पुरापाषाण काल से शुरू होता है और इसमें लौह और ताम्र युग, वैदिक काल, मगध का उदय, मौर्यों का शासन, उनका पतन, लोगों का सामाजिक जीवन, इत्यादि सम्मिलित हैं। विवरण लगभग 900 ई. में समाप्त होता है। पुस्तक चौदह अध्यायों में विभाजित है, जिन्हें आगे उपखंडों में विभाजित किया गया है। विषय वस्तु कालानुक्रमिक क्रम में सुव्यवस्थित है। |
| dc.source | केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार |
| dc.format.extent | xiv, 521 p. |
| dc.format.mimetype | application/pdf |
| dc.language.iso | अंग्रेज़ी |
| dc.publisher | हिंदी प्रचार प्रेस, मद्रास |
| dc.subject | प्राचीन इतिहास, भारत, मौर्य, पाषाण युग, वेद |
| dc.type | दुर्लभ पुस्तक |
| dc.date.copyright | 1942 |
| dc.identifier.accessionnumber | AS-002582 |
| dc.format.medium | text |
| DC Field | Value |
| dc.contributor.author | आयंगर, पी.टी. श्रीनिवास |
| dc.date.accessioned | 2019-03-06T13:25:13Z |
| dc.date.available | 2019-03-06T13:25:13Z |
| dc.description | यह भारतीय उपमहाद्वीप के प्राचीन इतिहास का विवरण है। वर्णन पूर्वकालीन पुरापाषाण काल से शुरू होता है और इसमें लौह और ताम्र युग, वैदिक काल, मगध का उदय, मौर्यों का शासन, उनका पतन, लोगों का सामाजिक जीवन, इत्यादि सम्मिलित हैं। विवरण लगभग 900 ई. में समाप्त होता है। पुस्तक चौदह अध्यायों में विभाजित है, जिन्हें आगे उपखंडों में विभाजित किया गया है। विषय वस्तु कालानुक्रमिक क्रम में सुव्यवस्थित है। |
| dc.source | केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार |
| dc.format.extent | xiv, 521 p. |
| dc.format.mimetype | application/pdf |
| dc.language.iso | अंग्रेज़ी |
| dc.publisher | हिंदी प्रचार प्रेस, मद्रास |
| dc.subject | प्राचीन इतिहास, भारत, मौर्य, पाषाण युग, वेद |
| dc.type | दुर्लभ पुस्तक |
| dc.date.copyright | 1942 |
| dc.identifier.accessionnumber | AS-002582 |
| dc.format.medium | text |
भारत सरकार


डिजिटल भविष्य के लिए स्वयं को तैयार करने की आवश्यकता को पहचानते हुए, ‘भारतीय संस्कृति’ पोर्टल, संस्कृति मंत्रालय द्वारा एक पहल है। यह एक ऐसा प्लेटफ़ॉर्म है जो पूरे भारत की विभिन्न रिपॉज़िटरियों और संस्थानों से सांस्कृतिक प्रासंगिकता के डेटा को प्रस्तुत करता है।
