Sorry, you need to enable JavaScript to visit this website.

एन आर्केलॉजिकल टूर इन गेड्रोसिया

Author: स्टाइन, ऑरेल

Keywords: गेड्रोसिया का इतिहास, खरान, मकरान, झालावन, ब्राहुईस

Publisher: भारत सरकार, कलकत्ता

Description: ऑरेल स्टाइन की यह किताब गेड्रोसिया का विस्तृत पुरातात्विक वृत्तांत शामिल करती है। यह खरान, मकरान, साथ ही साथ झालावान और ब्राहुईस के भौगोलिक विवरणों की एक श्रृंखला प्रस्तुत करती है। इस पुस्तक में खारन के अवशेषों सहित, रक्षन और पारोम में पुरातन स्थल, मकरान तट के अवशेष, कोलवा और मशकई के ध्वंसावशेष, कोलवा और झान के बीच प्राचीन अवशेष, और झलावन और सरावन की मध्य घाटी पर अध्याय शामिल हैं।

Source: केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार

Type: दुर्लभ पुस्तक

Received From: केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार


DC Field Value
dc.contributor.author स्टाइन, ऑरेल
dc.date.accessioned 2019-03-07T12:33:35Z
dc.date.available 2019-03-07T12:33:35Z
dc.description ऑरेल स्टाइन की यह किताब गेड्रोसिया का विस्तृत पुरातात्विक वृत्तांत शामिल करती है। यह खरान, मकरान, साथ ही साथ झालावान और ब्राहुईस के भौगोलिक विवरणों की एक श्रृंखला प्रस्तुत करती है। इस पुस्तक में खारन के अवशेषों सहित, रक्षन और पारोम में पुरातन स्थल, मकरान तट के अवशेष, कोलवा और मशकई के ध्वंसावशेष, कोलवा और झान के बीच प्राचीन अवशेष, और झलावन और सरावन की मध्य घाटी पर अध्याय शामिल हैं।
dc.source केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार
dc.format.extent various pagings
dc.format.mimetype application/pdf
dc.language.iso अंग्रेज़ी
dc.publisher भारत सरकार, कलकत्ता
dc.relation.ispartofseries Memoirs of the archaeological survey of India;No. 43
dc.subject गेड्रोसिया का इतिहास, खरान, मकरान, झालावन, ब्राहुईस
dc.type दुर्लभ पुस्तक
dc.date.copyright 1931
dc.identifier.accessionnumber AS-016134
dc.format.medium text
DC Field Value
dc.contributor.author स्टाइन, ऑरेल
dc.date.accessioned 2019-03-07T12:33:35Z
dc.date.available 2019-03-07T12:33:35Z
dc.description ऑरेल स्टाइन की यह किताब गेड्रोसिया का विस्तृत पुरातात्विक वृत्तांत शामिल करती है। यह खरान, मकरान, साथ ही साथ झालावान और ब्राहुईस के भौगोलिक विवरणों की एक श्रृंखला प्रस्तुत करती है। इस पुस्तक में खारन के अवशेषों सहित, रक्षन और पारोम में पुरातन स्थल, मकरान तट के अवशेष, कोलवा और मशकई के ध्वंसावशेष, कोलवा और झान के बीच प्राचीन अवशेष, और झलावन और सरावन की मध्य घाटी पर अध्याय शामिल हैं।
dc.source केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार
dc.format.extent various pagings
dc.format.mimetype application/pdf
dc.language.iso अंग्रेज़ी
dc.publisher भारत सरकार, कलकत्ता
dc.relation.ispartofseries Memoirs of the archaeological survey of India;No. 43
dc.subject गेड्रोसिया का इतिहास, खरान, मकरान, झालावन, ब्राहुईस
dc.type दुर्लभ पुस्तक
dc.date.copyright 1931
dc.identifier.accessionnumber AS-016134
dc.format.medium text