एन ओल्ड ज़ैंड-पहलवी ग्लॉसरी: एडिटेड इन द ऑरिजिनल कैरेक्टर्स विद अ ट्रांसलिट्रेशन इन रोमन लेटर्स, एन इंग्लिश ट्रांसलेशन, एंड एन अल्फ़ाबेटिकल इंडेक्स
Author: जमस्पजी, दस्तूर होशेंगजी
Keywords: पहलवी भाषा, ज़ैंड-पहलवी
Publisher: सरकारी केंद्रीय पुस्तक डिपो, बंबई
Description: ‘एन ओल्ड ज़ैंड-पहलवी ग्लॉसरी, एडिटेड इन द ऑरिजिनल कैरेक्टर्स विद अ ट्रांसलिट्रेशन इन रोमन लेटर्स, एन इंग्लिश ट्रांसलेशन, एंड एन अल्फ़ाबेटिकल इंडेक्स', भारत के मालवा में पारसियों के एक उच्च पुजारी, दस्तूर होशेंगजी जमस्पजी, द्वारा लिखी गयी है। मार्टिन हॉग द्वारा इस संशोधित संस्करण में पहलवी भाषा की उत्पत्ति और आयु पर प्रकाश डाला गया है। यह पुस्तक इस भाषा के इतिहास और प्रगति की रूपरेखा प्रस्तुत करती है।
Type: दुर्लभ पुस्तक
Received From: केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार
| DC Field | Value |
| dc.contributor.author | जमस्पजी, दस्तूर होशेंगजी |
| dc.date.accessioned | 2019-02-26T11:39:16Z |
| dc.date.available | 2019-02-26T11:39:16Z |
| dc.description | ‘एन ओल्ड ज़ैंड-पहलवी ग्लॉसरी, एडिटेड इन द ऑरिजिनल कैरेक्टर्स विद अ ट्रांसलिट्रेशन इन रोमन लेटर्स, एन इंग्लिश ट्रांसलेशन, एंड एन अल्फ़ाबेटिकल इंडेक्स', भारत के मालवा में पारसियों के एक उच्च पुजारी, दस्तूर होशेंगजी जमस्पजी, द्वारा लिखी गयी है। मार्टिन हॉग द्वारा इस संशोधित संस्करण में पहलवी भाषा की उत्पत्ति और आयु पर प्रकाश डाला गया है। यह पुस्तक इस भाषा के इतिहास और प्रगति की रूपरेखा प्रस्तुत करती है। |
| dc.format.extent | lvi, 132 p. |
| dc.format.mimetype | application/pdf |
| dc.language.iso | अंग्रेज़ी |
| dc.publisher | सरकारी केंद्रीय पुस्तक डिपो, बंबई |
| dc.subject | पहलवी भाषा, ज़ैंड-पहलवी |
| dc.type | दुर्लभ पुस्तक |
| dc.date.copyright | 1867 |
| dc.identifier.accessionnumber | AS-001633 |
| dc.format.medium | text |
| DC Field | Value |
| dc.contributor.author | जमस्पजी, दस्तूर होशेंगजी |
| dc.date.accessioned | 2019-02-26T11:39:16Z |
| dc.date.available | 2019-02-26T11:39:16Z |
| dc.description | ‘एन ओल्ड ज़ैंड-पहलवी ग्लॉसरी, एडिटेड इन द ऑरिजिनल कैरेक्टर्स विद अ ट्रांसलिट्रेशन इन रोमन लेटर्स, एन इंग्लिश ट्रांसलेशन, एंड एन अल्फ़ाबेटिकल इंडेक्स', भारत के मालवा में पारसियों के एक उच्च पुजारी, दस्तूर होशेंगजी जमस्पजी, द्वारा लिखी गयी है। मार्टिन हॉग द्वारा इस संशोधित संस्करण में पहलवी भाषा की उत्पत्ति और आयु पर प्रकाश डाला गया है। यह पुस्तक इस भाषा के इतिहास और प्रगति की रूपरेखा प्रस्तुत करती है। |
| dc.format.extent | lvi, 132 p. |
| dc.format.mimetype | application/pdf |
| dc.language.iso | अंग्रेज़ी |
| dc.publisher | सरकारी केंद्रीय पुस्तक डिपो, बंबई |
| dc.subject | पहलवी भाषा, ज़ैंड-पहलवी |
| dc.type | दुर्लभ पुस्तक |
| dc.date.copyright | 1867 |
| dc.identifier.accessionnumber | AS-001633 |
| dc.format.medium | text |
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