एसे ऑन द प्रोडक्टिव रिसोर्सेस ऑफ़ इंडिया
Author: रॉयल, जे.एफ़.
Keywords: वनस्पतिशास्त्र, भारत, कृषि, पौधे, मसाले
Publisher: एच.एलन, लंदन
Description: यह पुस्तक भारत के संसाधनों का गहन अध्ययन है। यह देश की विविध और प्रचुर कृषि उपज पर ध्यान केंद्रित करती है, जो न केवल आहार सेवन में संवर्धन करती है, बल्कि व्यापार और वाणिज्य के क्षेत्र में भी योगदान देती है। इसमें आगे, उन जलवायु परिस्थितियों, प्राकृतिक संसाधनों और अन्य कारकों पर चर्चा की गई है जिन्होंने इन विभिन्न उत्पादों की पैदावार को समर्थित किया है। चीनी, खसखस, काली मिर्च, विभिन्न प्रकार के पौधे, लकड़ी, मसाले, चाय, इत्यादि, कुछ ऐसे उत्पाद हैं जिन पर इस पुस्तक में चर्चा की गई है।
Source: केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार
Type: दुर्लभ पुस्तक
Received From: केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार
| DC Field | Value |
| dc.contributor.author | रॉयल, जे.एफ़. |
| dc.date.accessioned | 2018-08-01T07:47:34Z |
| dc.date.available | 2018-08-01T07:47:34Z |
| dc.description | यह पुस्तक भारत के संसाधनों का गहन अध्ययन है। यह देश की विविध और प्रचुर कृषि उपज पर ध्यान केंद्रित करती है, जो न केवल आहार सेवन में संवर्धन करती है, बल्कि व्यापार और वाणिज्य के क्षेत्र में भी योगदान देती है। इसमें आगे, उन जलवायु परिस्थितियों, प्राकृतिक संसाधनों और अन्य कारकों पर चर्चा की गई है जिन्होंने इन विभिन्न उत्पादों की पैदावार को समर्थित किया है। चीनी, खसखस, काली मिर्च, विभिन्न प्रकार के पौधे, लकड़ी, मसाले, चाय, इत्यादि, कुछ ऐसे उत्पाद हैं जिन पर इस पुस्तक में चर्चा की गई है। |
| dc.source | केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार |
| dc.format.extent | vii, 451 p. |
| dc.format.mimetype | application/pdf |
| dc.language.iso | अंग्रेज़ी |
| dc.publisher | एच.एलन, लंदन |
| dc.subject | वनस्पतिशास्त्र, भारत, कृषि, पौधे, मसाले |
| dc.type | दुर्लभ पुस्तक |
| dc.date.copyright | 1840 |
| dc.identifier.accessionnumber | AS-000976 |
| dc.format.medium | text |
| DC Field | Value |
| dc.contributor.author | रॉयल, जे.एफ़. |
| dc.date.accessioned | 2018-08-01T07:47:34Z |
| dc.date.available | 2018-08-01T07:47:34Z |
| dc.description | यह पुस्तक भारत के संसाधनों का गहन अध्ययन है। यह देश की विविध और प्रचुर कृषि उपज पर ध्यान केंद्रित करती है, जो न केवल आहार सेवन में संवर्धन करती है, बल्कि व्यापार और वाणिज्य के क्षेत्र में भी योगदान देती है। इसमें आगे, उन जलवायु परिस्थितियों, प्राकृतिक संसाधनों और अन्य कारकों पर चर्चा की गई है जिन्होंने इन विभिन्न उत्पादों की पैदावार को समर्थित किया है। चीनी, खसखस, काली मिर्च, विभिन्न प्रकार के पौधे, लकड़ी, मसाले, चाय, इत्यादि, कुछ ऐसे उत्पाद हैं जिन पर इस पुस्तक में चर्चा की गई है। |
| dc.source | केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार |
| dc.format.extent | vii, 451 p. |
| dc.format.mimetype | application/pdf |
| dc.language.iso | अंग्रेज़ी |
| dc.publisher | एच.एलन, लंदन |
| dc.subject | वनस्पतिशास्त्र, भारत, कृषि, पौधे, मसाले |
| dc.type | दुर्लभ पुस्तक |
| dc.date.copyright | 1840 |
| dc.identifier.accessionnumber | AS-000976 |
| dc.format.medium | text |
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