गौतम्स न्यायसूत्रास (विद वात्स्यायन-भाष्य)
Keywords: न्यायसूत्र, न्यायभाष्य, न्यायवर्तिका
Publisher: ओरिएंटल बुक एजेंसी, पूना
Description: गंगानाथ झा द्वारा लिखित ‘गौतम्स न्यायसूत्रास’ गोतामा द्वारा न्ययासूत्रों, वात्स्यायन द्वारा न्यायभाष्य, और उद्योतकर द्वारा न्यायवर्तिका का अंग्रेज़ी अनुवाद है। यह कार्य सात पांडुलिपियों का परिणाम है। इसकी शुरुआत गौतम के न्याससूत्रों के व्याख्यानों के अंग्रेज़ी अनुवाद से होती है। लेखक ने बोधसिद्धि से अपनी टिप्पणियों का भी उपयोग किया है।
Source: केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार
Type: दुर्लभ पुस्तक
Received From: केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार
| DC Field | Value |
| dc.coverage.spatial | India |
| dc.date.accessioned | 2018-07-25T10:05:04Z |
| dc.date.available | 2018-07-25T10:05:04Z |
| dc.description | गंगानाथ झा द्वारा लिखित ‘गौतम्स न्यायसूत्रास’ गोतामा द्वारा न्ययासूत्रों, वात्स्यायन द्वारा न्यायभाष्य, और उद्योतकर द्वारा न्यायवर्तिका का अंग्रेज़ी अनुवाद है। यह कार्य सात पांडुलिपियों का परिणाम है। इसकी शुरुआत गौतम के न्याससूत्रों के व्याख्यानों के अंग्रेज़ी अनुवाद से होती है। लेखक ने बोधसिद्धि से अपनी टिप्पणियों का भी उपयोग किया है। |
| dc.source | केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार |
| dc.format.extent | xviii, 567 p. |
| dc.format.mimetype | application/pdf |
| dc.language.iso | अंग्रेज़ी |
| dc.publisher | ओरिएंटल बुक एजेंसी, पूना |
| dc.subject | न्यायसूत्र, न्यायभाष्य, न्यायवर्तिका |
| dc.type | दुर्लभ पुस्तक |
| dc.date.copyright | 1939 |
| dc.identifier.accessionnumber | AS-000197 |
| dc.format.medium | text |
| dc.contributor.translator | Jha, Ganganatha |
| DC Field | Value |
| dc.coverage.spatial | India |
| dc.date.accessioned | 2018-07-25T10:05:04Z |
| dc.date.available | 2018-07-25T10:05:04Z |
| dc.description | गंगानाथ झा द्वारा लिखित ‘गौतम्स न्यायसूत्रास’ गोतामा द्वारा न्ययासूत्रों, वात्स्यायन द्वारा न्यायभाष्य, और उद्योतकर द्वारा न्यायवर्तिका का अंग्रेज़ी अनुवाद है। यह कार्य सात पांडुलिपियों का परिणाम है। इसकी शुरुआत गौतम के न्याससूत्रों के व्याख्यानों के अंग्रेज़ी अनुवाद से होती है। लेखक ने बोधसिद्धि से अपनी टिप्पणियों का भी उपयोग किया है। |
| dc.source | केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार |
| dc.format.extent | xviii, 567 p. |
| dc.format.mimetype | application/pdf |
| dc.language.iso | अंग्रेज़ी |
| dc.publisher | ओरिएंटल बुक एजेंसी, पूना |
| dc.subject | न्यायसूत्र, न्यायभाष्य, न्यायवर्तिका |
| dc.type | दुर्लभ पुस्तक |
| dc.date.copyright | 1939 |
| dc.identifier.accessionnumber | AS-000197 |
| dc.format.medium | text |
| dc.contributor.translator | Jha, Ganganatha |
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