हिंदूइज़्म थ्रू एजेज़
Author: शर्मा, डी.एस.
Keywords: हिंदू धर्म, दर्शन, धर्म, वेद, पुराण, भक्ति, सूफ़ी
Publisher: भारतीय विद्या भवन, बॉम्बे
Description: इस कार्य में, प्राचीन काल से आधुनिक काल तक हिंदू धर्म के विकास का पता लगाया गया है। इस पुस्तक में, वैदिक युग से शुरू होकर महाकाव्यों और बाद में पौराणिक और भक्ति युग तक के इतने विशाल काल एवं अवधि में, हिंदू धर्म के भीतर विभिन्न दार्शनिक और धार्मिक विचारों का अध्यायवार सीमांकन दिया गया है। आधुनिक काल की पहचान विभिन्न हिंदू पुनरुत्थानवादी एवं सुधारवादी दर्शन विचारधाराओं द्वारा की जाती है, जिसमें ब्रह्म समाज, आर्य समाज, एवं अन्य शामिल हैं।
Source: इंदिरा गाँधी राष्ट्रीय कला केंद्र, नई दिल्ली
Type: दुर्लभ पुस्तक
Received From: इंदिरा गाँधी राष्ट्रीय कला केंद्र
| DC Field | Value |
| dc.contributor.author | शर्मा, डी.एस. |
| dc.date.accessioned | 2019-12-03T11:50:31Z |
| dc.date.available | 2019-12-03T11:50:31Z |
| dc.description | इस कार्य में, प्राचीन काल से आधुनिक काल तक हिंदू धर्म के विकास का पता लगाया गया है। इस पुस्तक में, वैदिक युग से शुरू होकर महाकाव्यों और बाद में पौराणिक और भक्ति युग तक के इतने विशाल काल एवं अवधि में, हिंदू धर्म के भीतर विभिन्न दार्शनिक और धार्मिक विचारों का अध्यायवार सीमांकन दिया गया है। आधुनिक काल की पहचान विभिन्न हिंदू पुनरुत्थानवादी एवं सुधारवादी दर्शन विचारधाराओं द्वारा की जाती है, जिसमें ब्रह्म समाज, आर्य समाज, एवं अन्य शामिल हैं। |
| dc.source | इंदिरा गाँधी राष्ट्रीय कला केंद्र, नई दिल्ली |
| dc.format.extent | viii, 303 p. |
| dc.format.mimetype | application/pdf |
| dc.language.iso | अंग्रेज़ी |
| dc.publisher | भारतीय विद्या भवन, बॉम्बे |
| dc.subject | हिंदू धर्म, दर्शन, धर्म, वेद, पुराण, भक्ति, सूफ़ी |
| dc.type | दुर्लभ पुस्तक |
| dc.date.copyright | 1956 |
| dc.identifier.accessionnumber | S4416 |
| dc.format.medium | text |
| DC Field | Value |
| dc.contributor.author | शर्मा, डी.एस. |
| dc.date.accessioned | 2019-12-03T11:50:31Z |
| dc.date.available | 2019-12-03T11:50:31Z |
| dc.description | इस कार्य में, प्राचीन काल से आधुनिक काल तक हिंदू धर्म के विकास का पता लगाया गया है। इस पुस्तक में, वैदिक युग से शुरू होकर महाकाव्यों और बाद में पौराणिक और भक्ति युग तक के इतने विशाल काल एवं अवधि में, हिंदू धर्म के भीतर विभिन्न दार्शनिक और धार्मिक विचारों का अध्यायवार सीमांकन दिया गया है। आधुनिक काल की पहचान विभिन्न हिंदू पुनरुत्थानवादी एवं सुधारवादी दर्शन विचारधाराओं द्वारा की जाती है, जिसमें ब्रह्म समाज, आर्य समाज, एवं अन्य शामिल हैं। |
| dc.source | इंदिरा गाँधी राष्ट्रीय कला केंद्र, नई दिल्ली |
| dc.format.extent | viii, 303 p. |
| dc.format.mimetype | application/pdf |
| dc.language.iso | अंग्रेज़ी |
| dc.publisher | भारतीय विद्या भवन, बॉम्बे |
| dc.subject | हिंदू धर्म, दर्शन, धर्म, वेद, पुराण, भक्ति, सूफ़ी |
| dc.type | दुर्लभ पुस्तक |
| dc.date.copyright | 1956 |
| dc.identifier.accessionnumber | S4416 |
| dc.format.medium | text |
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