हिस्ट्री ऑफ़ द डिक्लाइन एंड फ़ॉल ऑफ़ द रोमन एंपायर वॉल. I
Author: गिबन, एडवर्ड
Keywords: रोम, इतिहास, किशोर साहित्य, साम्राज्य, क्रांतियाँ
Publisher: टी. कॉडेल, लंदन
Description: एडवर्ड गिबन द्वारा लिखित यह पुस्तक रोमन साम्राज्य के पतन और अस्तगमन के इतिहास का पहला खंड है। यह उन क्रांतियों की ऐतिहासिक श्रृंखला की व्याख्या करती है जो लगभग तेरह शताब्दियों की अवधि में, रोमन साम्राज्य को धीरे-धीरे पतन की ओर ले गई। इसे तीन अवधियों में विभाजित किया गया था। इनमें से पहली अवधि ट्राजन युग से लेकर एंटोनाइन तक थी। दूसरी अवधि रोम के पतन और अस्तगमन से संबंधित है और अंतिम अवधि में पश्चिमी साम्राज्य के पुनरुत्थान से लेकर अगली साढ़े-छह शताब्दियाँ शामिल हैं।
Source: केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार
Type: दुर्लभ पुस्तक
Received From: केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार
| DC Field | Value |
| dc.contributor.author | गिबन, एडवर्ड |
| dc.date.accessioned | 2019-02-26T15:44:46Z |
| dc.date.available | 2019-02-26T15:44:46Z |
| dc.description | एडवर्ड गिबन द्वारा लिखित यह पुस्तक रोमन साम्राज्य के पतन और अस्तगमन के इतिहास का पहला खंड है। यह उन क्रांतियों की ऐतिहासिक श्रृंखला की व्याख्या करती है जो लगभग तेरह शताब्दियों की अवधि में, रोमन साम्राज्य को धीरे-धीरे पतन की ओर ले गई। इसे तीन अवधियों में विभाजित किया गया था। इनमें से पहली अवधि ट्राजन युग से लेकर एंटोनाइन तक थी। दूसरी अवधि रोम के पतन और अस्तगमन से संबंधित है और अंतिम अवधि में पश्चिमी साम्राज्य के पुनरुत्थान से लेकर अगली साढ़े-छह शताब्दियाँ शामिल हैं। |
| dc.source | केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार |
| dc.format.extent | lii, 509 p. |
| dc.format.mimetype | application/pdf |
| dc.language.iso | अंग्रेज़ी |
| dc.publisher | टी. कॉडेल, लंदन |
| dc.subject | रोम, इतिहास, किशोर साहित्य, साम्राज्य, क्रांतियाँ |
| dc.type | दुर्लभ पुस्तक |
| dc.date.copyright | 1848 |
| dc.identifier.accessionnumber | AS-037564 |
| dc.format.medium | text |
| DC Field | Value |
| dc.contributor.author | गिबन, एडवर्ड |
| dc.date.accessioned | 2019-02-26T15:44:46Z |
| dc.date.available | 2019-02-26T15:44:46Z |
| dc.description | एडवर्ड गिबन द्वारा लिखित यह पुस्तक रोमन साम्राज्य के पतन और अस्तगमन के इतिहास का पहला खंड है। यह उन क्रांतियों की ऐतिहासिक श्रृंखला की व्याख्या करती है जो लगभग तेरह शताब्दियों की अवधि में, रोमन साम्राज्य को धीरे-धीरे पतन की ओर ले गई। इसे तीन अवधियों में विभाजित किया गया था। इनमें से पहली अवधि ट्राजन युग से लेकर एंटोनाइन तक थी। दूसरी अवधि रोम के पतन और अस्तगमन से संबंधित है और अंतिम अवधि में पश्चिमी साम्राज्य के पुनरुत्थान से लेकर अगली साढ़े-छह शताब्दियाँ शामिल हैं। |
| dc.source | केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार |
| dc.format.extent | lii, 509 p. |
| dc.format.mimetype | application/pdf |
| dc.language.iso | अंग्रेज़ी |
| dc.publisher | टी. कॉडेल, लंदन |
| dc.subject | रोम, इतिहास, किशोर साहित्य, साम्राज्य, क्रांतियाँ |
| dc.type | दुर्लभ पुस्तक |
| dc.date.copyright | 1848 |
| dc.identifier.accessionnumber | AS-037564 |
| dc.format.medium | text |
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