Sorry, you need to enable JavaScript to visit this website.

अ हिस्ट्री ऑफ़ द गुप्ताज़

Author: दांडेकर, आर.एन.

Keywords: गुप्त, गुप्त राजवंश, प्राचीन भारत, इतिहास, आर.एन दांडेकर, समुद्र गुप्त, चंद्र गुप्त, शिलालेख

Publisher: ओरिएंटल बुक एजेंसी, पूना

Description: विभिन्न प्रकार के प्राथमिक और द्वितीयक स्रोतों के आधार पर आर एन दांडेकर ने इस पुस्तक में गुप्त राजवंश का एक 'पूर्ण' और 'संयोजित' इतिहास लिखने का प्रयास किया है। प्राथमिक स्रोतों में सिक्के और ताँबे की प्लेटों, चट्टानों आदि पर शिलालेख शामिल हैं। पुस्तक मे, गुप्त राजवंश की स्थापना और कालक्रम, इसके विभिन्न महत्वपूर्ण शासकों (जैसे समुद्र गुप्त, चंद्र गुप्त द्वितीय, विक्रमादित्य और अन्य), उनके महत्वपूर्ण कार्यों, और उपलब्ध प्राथमिक स्रोतों से प्राप्त उस अवधि की सामाजिक स्थितियों, पर चर्चा शामिल है।

Type: दुर्लभ पुस्तक

Received From: केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार


DC Field Value
dc.contributor.author दांडेकर, आर.एन.
dc.date.accessioned 2019-03-06T13:29:52Z
dc.date.available 2019-03-06T13:29:52Z
dc.description विभिन्न प्रकार के प्राथमिक और द्वितीयक स्रोतों के आधार पर आर एन दांडेकर ने इस पुस्तक में गुप्त राजवंश का एक 'पूर्ण' और 'संयोजित' इतिहास लिखने का प्रयास किया है। प्राथमिक स्रोतों में सिक्के और ताँबे की प्लेटों, चट्टानों आदि पर शिलालेख शामिल हैं। पुस्तक मे, गुप्त राजवंश की स्थापना और कालक्रम, इसके विभिन्न महत्वपूर्ण शासकों (जैसे समुद्र गुप्त, चंद्र गुप्त द्वितीय, विक्रमादित्य और अन्य), उनके महत्वपूर्ण कार्यों, और उपलब्ध प्राथमिक स्रोतों से प्राप्त उस अवधि की सामाजिक स्थितियों, पर चर्चा शामिल है।
dc.format.extent 226 p.
dc.format.mimetype application/pdf
dc.language.iso अंग्रेज़ी
dc.publisher ओरिएंटल बुक एजेंसी, पूना
dc.relation.ispartofseries Poona Oriental series;76
dc.subject गुप्त, गुप्त राजवंश, प्राचीन भारत, इतिहास, आर.एन दांडेकर, समुद्र गुप्त, चंद्र गुप्त, शिलालेख
dc.type दुर्लभ पुस्तक
dc.date.copyright 1941
dc.identifier.accessionnumber AS-002643
dc.format.medium text
DC Field Value
dc.contributor.author दांडेकर, आर.एन.
dc.date.accessioned 2019-03-06T13:29:52Z
dc.date.available 2019-03-06T13:29:52Z
dc.description विभिन्न प्रकार के प्राथमिक और द्वितीयक स्रोतों के आधार पर आर एन दांडेकर ने इस पुस्तक में गुप्त राजवंश का एक 'पूर्ण' और 'संयोजित' इतिहास लिखने का प्रयास किया है। प्राथमिक स्रोतों में सिक्के और ताँबे की प्लेटों, चट्टानों आदि पर शिलालेख शामिल हैं। पुस्तक मे, गुप्त राजवंश की स्थापना और कालक्रम, इसके विभिन्न महत्वपूर्ण शासकों (जैसे समुद्र गुप्त, चंद्र गुप्त द्वितीय, विक्रमादित्य और अन्य), उनके महत्वपूर्ण कार्यों, और उपलब्ध प्राथमिक स्रोतों से प्राप्त उस अवधि की सामाजिक स्थितियों, पर चर्चा शामिल है।
dc.format.extent 226 p.
dc.format.mimetype application/pdf
dc.language.iso अंग्रेज़ी
dc.publisher ओरिएंटल बुक एजेंसी, पूना
dc.relation.ispartofseries Poona Oriental series;76
dc.subject गुप्त, गुप्त राजवंश, प्राचीन भारत, इतिहास, आर.एन दांडेकर, समुद्र गुप्त, चंद्र गुप्त, शिलालेख
dc.type दुर्लभ पुस्तक
dc.date.copyright 1941
dc.identifier.accessionnumber AS-002643
dc.format.medium text