हिस्ट्री ऑफ़ द पारसीज़; इंक्लूडिंग देयर मैनर्स कस्टम्स रिलिजन एंड प्रेज़ेंट पोज़ीशन, वॉल. I
Author: करक, दोसाभाई फ़्रामजी
Keywords: पारसी, इतिहास, पारसी (ज़ोरोआस्ट्रियन), ब्रिटिश सरकार, धर्म
Publisher: मैकमिलन एंड को., लंदन
Description: दोसाभाई फ़्रामजी करक द्वारा लिखित, यह कार्य पारसियों के इतिहास को सूचीबद्ध करता है जिसमें उनके शिष्टाचार, रीति-रिवाज, धर्म और वर्तमान स्थिति, आदि भी शामिल हैं। लेखक ने इस इतिहास को दो खंडों में विभाजित किया है और यह पहला खंड है जो पारसियों या प्राचीन फ़ारसियों की उत्पत्ति का वर्णन करता है। यह ब्रिटिश सरकार के साथ पारसियों के संबंधों को भी निर्दिष्ट करता है और बताता है कि पारसी नाम की पहचान अब अच्छी नागरिकता और वाणिज्यिक गतिविधि से होती है। लेखक ने पारसियों के पेशों और व्यवसायों, आदि, के बारे में विस्तार से बताया है।
Source: इंदिरा गाँधी राष्ट्रीय कला केंद्र
Type: दुर्लभ पुस्तक
Received From: इंदिरा गाँधी राष्ट्रीय कला केंद्र
| DC Field | Value |
| dc.contributor.author | करक, दोसाभाई फ़्रामजी |
| dc.date.accessioned | 2019-10-21T11:26:11Z |
| dc.date.available | 2019-10-21T11:26:11Z |
| dc.description | दोसाभाई फ़्रामजी करक द्वारा लिखित, यह कार्य पारसियों के इतिहास को सूचीबद्ध करता है जिसमें उनके शिष्टाचार, रीति-रिवाज, धर्म और वर्तमान स्थिति, आदि भी शामिल हैं। लेखक ने इस इतिहास को दो खंडों में विभाजित किया है और यह पहला खंड है जो पारसियों या प्राचीन फ़ारसियों की उत्पत्ति का वर्णन करता है। यह ब्रिटिश सरकार के साथ पारसियों के संबंधों को भी निर्दिष्ट करता है और बताता है कि पारसी नाम की पहचान अब अच्छी नागरिकता और वाणिज्यिक गतिविधि से होती है। लेखक ने पारसियों के पेशों और व्यवसायों, आदि, के बारे में विस्तार से बताया है। |
| dc.source | इंदिरा गाँधी राष्ट्रीय कला केंद्र |
| dc.format.extent | xxxiii,332p |
| dc.format.mimetype | application/pdf |
| dc.language.iso | अंग्रेज़ी |
| dc.publisher | मैकमिलन एंड को., लंदन |
| dc.subject | पारसी, इतिहास, पारसी (ज़ोरोआस्ट्रियन), ब्रिटिश सरकार, धर्म |
| dc.type | दुर्लभ पुस्तक |
| dc.date.copyright | 1884 |
| dc.identifier.accessionnumber | 3202 |
| dc.format.medium | text |
| DC Field | Value |
| dc.contributor.author | करक, दोसाभाई फ़्रामजी |
| dc.date.accessioned | 2019-10-21T11:26:11Z |
| dc.date.available | 2019-10-21T11:26:11Z |
| dc.description | दोसाभाई फ़्रामजी करक द्वारा लिखित, यह कार्य पारसियों के इतिहास को सूचीबद्ध करता है जिसमें उनके शिष्टाचार, रीति-रिवाज, धर्म और वर्तमान स्थिति, आदि भी शामिल हैं। लेखक ने इस इतिहास को दो खंडों में विभाजित किया है और यह पहला खंड है जो पारसियों या प्राचीन फ़ारसियों की उत्पत्ति का वर्णन करता है। यह ब्रिटिश सरकार के साथ पारसियों के संबंधों को भी निर्दिष्ट करता है और बताता है कि पारसी नाम की पहचान अब अच्छी नागरिकता और वाणिज्यिक गतिविधि से होती है। लेखक ने पारसियों के पेशों और व्यवसायों, आदि, के बारे में विस्तार से बताया है। |
| dc.source | इंदिरा गाँधी राष्ट्रीय कला केंद्र |
| dc.format.extent | xxxiii,332p |
| dc.format.mimetype | application/pdf |
| dc.language.iso | अंग्रेज़ी |
| dc.publisher | मैकमिलन एंड को., लंदन |
| dc.subject | पारसी, इतिहास, पारसी (ज़ोरोआस्ट्रियन), ब्रिटिश सरकार, धर्म |
| dc.type | दुर्लभ पुस्तक |
| dc.date.copyright | 1884 |
| dc.identifier.accessionnumber | 3202 |
| dc.format.medium | text |
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