हिस्ट्री ऑफ़ द सिख्स, कंटेनिंग द लाइव्स ऑफ़ द गुरूज़; द हिस्ट्री ऑफ़ द इंडिपेंडेंट सरदार्स ऑर मिसल्स एंड द लाइफ़ ऑफ़ द ग्रेट फ़ाउंडर ऑफ़ द सिख मोनार्की, महाराजा रणजीत सिंह. वॉल.1
Author: मैक्ग्रेगर, डब्ल्यू.एल.
Keywords: महाराजा रणजीत सिंह, सिख धर्म, सिख साम्राज्य, सिख सम्राट
Publisher: जेम्स मैडेन, लंदन
Description: इस पुस्तक में सिख गुरुओं के जीवन पर प्रकाश डालने के साथ ही सिखों का इतिहास, और स्वतंत्र सरदार या मिस्ल शामिल किए गए हैं। यह पुस्तक सिख सम्राट महाराजा रणजीत सिंह के जीवन के बारे में भी जानकारी देती है, जो सिख साम्राज्य के संस्थापक भी थे। यह पुस्तक वर्ष 1846 में प्रकाशित हुई थी।
Source: केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार
Type: दुर्लभ पुस्तक
Received From: केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार
| DC Field | Value |
| dc.contributor.author | मैक्ग्रेगर, डब्ल्यू.एल. |
| dc.date.accessioned | 2017-06-01T05:54:41Z 2018-06-07T03:28:25Z |
| dc.date.available | 2017-06-01T05:54:41Z 2018-06-07T03:28:25Z |
| dc.description | इस पुस्तक में सिख गुरुओं के जीवन पर प्रकाश डालने के साथ ही सिखों का इतिहास, और स्वतंत्र सरदार या मिस्ल शामिल किए गए हैं। यह पुस्तक सिख सम्राट महाराजा रणजीत सिंह के जीवन के बारे में भी जानकारी देती है, जो सिख साम्राज्य के संस्थापक भी थे। यह पुस्तक वर्ष 1846 में प्रकाशित हुई थी। |
| dc.source | केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार |
| dc.format.extent | iv, 291p. |
| dc.format.mimetype | application/pdf |
| dc.language.iso | अंग्रेज़ी |
| dc.publisher | जेम्स मैडेन, लंदन |
| dc.subject | महाराजा रणजीत सिंह, सिख धर्म, सिख साम्राज्य, सिख सम्राट |
| dc.type | दुर्लभ पुस्तक |
| dc.date.copyright | 1846 |
| dc.identifier.accessionnumber | AS-002908 |
| dc.format.medium | text |
| DC Field | Value |
| dc.contributor.author | मैक्ग्रेगर, डब्ल्यू.एल. |
| dc.date.accessioned | 2017-06-01T05:54:41Z 2018-06-07T03:28:25Z |
| dc.date.available | 2017-06-01T05:54:41Z 2018-06-07T03:28:25Z |
| dc.description | इस पुस्तक में सिख गुरुओं के जीवन पर प्रकाश डालने के साथ ही सिखों का इतिहास, और स्वतंत्र सरदार या मिस्ल शामिल किए गए हैं। यह पुस्तक सिख सम्राट महाराजा रणजीत सिंह के जीवन के बारे में भी जानकारी देती है, जो सिख साम्राज्य के संस्थापक भी थे। यह पुस्तक वर्ष 1846 में प्रकाशित हुई थी। |
| dc.source | केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार |
| dc.format.extent | iv, 291p. |
| dc.format.mimetype | application/pdf |
| dc.language.iso | अंग्रेज़ी |
| dc.publisher | जेम्स मैडेन, लंदन |
| dc.subject | महाराजा रणजीत सिंह, सिख धर्म, सिख साम्राज्य, सिख सम्राट |
| dc.type | दुर्लभ पुस्तक |
| dc.date.copyright | 1846 |
| dc.identifier.accessionnumber | AS-002908 |
| dc.format.medium | text |
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