अ हिस्ट्री ऑफ़ इंडिया फ़्रॉम द अर्लिएस्ट टाइम्स टू द प्रेज़ेंट डे
Author: डनबार, जॉर्ज
Keywords: सिंधु घाटी सभ्यता, भारत सरकार अधिनियम 1935, मुगल वंश, मौर्य वंश
Publisher: इवॉर नोकोल्सन एंड वॉटसन, लंदन
Description: जॉर्ज डनबार द्वारा लिखी गई यह पुस्तक भारत के बारे में प्राचीन काल से - सिंधु घाटी सभ्यता से लेकर उस राजनीतिक स्थिति तक, जिसके कारण भारत सरकार अधिनियम, 1935, का विकास हुआ - का विवरण प्रदान करती है। इसमें लेखक मौर्य और मुगल राजवंशों का विवरण देता है जिनमें भारतीय उपमहाद्वीप का अधिकांश हिस्सा एकीकृत प्राधिकरण के अधीन था। यह पुस्तक शासन करने वालों के बजाय शासित लोगों के दृष्टिकोण और अनुभवों पर केंद्रित है।
Source: केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार
Type: दुर्लभ पुस्तक
Received From: केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार
| DC Field | Value |
| dc.contributor.author | डनबार, जॉर्ज |
| dc.date.accessioned | 2018-07-27T07:21:54Z |
| dc.date.available | 2018-07-27T07:21:54Z |
| dc.description | जॉर्ज डनबार द्वारा लिखी गई यह पुस्तक भारत के बारे में प्राचीन काल से - सिंधु घाटी सभ्यता से लेकर उस राजनीतिक स्थिति तक, जिसके कारण भारत सरकार अधिनियम, 1935, का विकास हुआ - का विवरण प्रदान करती है। इसमें लेखक मौर्य और मुगल राजवंशों का विवरण देता है जिनमें भारतीय उपमहाद्वीप का अधिकांश हिस्सा एकीकृत प्राधिकरण के अधीन था। यह पुस्तक शासन करने वालों के बजाय शासित लोगों के दृष्टिकोण और अनुभवों पर केंद्रित है। |
| dc.source | केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार |
| dc.format.extent | 632 p. |
| dc.format.mimetype | application/pdf |
| dc.language.iso | अंग्रेज़ी |
| dc.publisher | इवॉर नोकोल्सन एंड वॉटसन, लंदन |
| dc.subject | सिंधु घाटी सभ्यता, भारत सरकार अधिनियम 1935, मुगल वंश, मौर्य वंश |
| dc.type | दुर्लभ पुस्तक |
| dc.date.copyright | 1936 |
| dc.format.medium | text |
| DC Field | Value |
| dc.contributor.author | डनबार, जॉर्ज |
| dc.date.accessioned | 2018-07-27T07:21:54Z |
| dc.date.available | 2018-07-27T07:21:54Z |
| dc.description | जॉर्ज डनबार द्वारा लिखी गई यह पुस्तक भारत के बारे में प्राचीन काल से - सिंधु घाटी सभ्यता से लेकर उस राजनीतिक स्थिति तक, जिसके कारण भारत सरकार अधिनियम, 1935, का विकास हुआ - का विवरण प्रदान करती है। इसमें लेखक मौर्य और मुगल राजवंशों का विवरण देता है जिनमें भारतीय उपमहाद्वीप का अधिकांश हिस्सा एकीकृत प्राधिकरण के अधीन था। यह पुस्तक शासन करने वालों के बजाय शासित लोगों के दृष्टिकोण और अनुभवों पर केंद्रित है। |
| dc.source | केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार |
| dc.format.extent | 632 p. |
| dc.format.mimetype | application/pdf |
| dc.language.iso | अंग्रेज़ी |
| dc.publisher | इवॉर नोकोल्सन एंड वॉटसन, लंदन |
| dc.subject | सिंधु घाटी सभ्यता, भारत सरकार अधिनियम 1935, मुगल वंश, मौर्य वंश |
| dc.type | दुर्लभ पुस्तक |
| dc.date.copyright | 1936 |
| dc.format.medium | text |
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