इलस्ट्रेशंस ऑफ़ मेटल वर्क इन ब्रास एंड कॉपर: मोस्टली साउथ इंडियन
Author: थर्स्टन, एडगर
असारी, वेल्युदा
हैडवे, डब्ल्यू. एस.
Keywords: कला, धातु का काम, दक्षिण भारत, पीतल का काम, तांबे का काम
Publisher: गवर्नमेंट प्रेस, मद्रास
Description: एडगर थर्स्टन, वेल्युदा असारी और डब्ल्यू. एस. हैडवे द्वारा संकलित यह पुस्तक ज़्यादातर दक्षिण भारत के, पीतल और तांबे के, धातु के काम के चित्रों का विवरण देती है। यह रूपंकानों (पैटर्न) की पुस्तक है जो कि 1905-1906 में कलकत्ता में आयोजित सरकारी कला विद्यालयाओं के प्राचार्यों के सम्मेलन के परिणामस्वरूप बनी थी। इस सम्मलेन में, कारीगरों और अन्य लोगों हेतु प्रस्तावित अधिकृत रूपांकन पुस्तकों के संदर्भ में, 29 जून 1905 का भारत सरकार का संकल्प, संख्या 423-431, पर विचार किया गया था।
Source: इंदिरा गाँधी राष्ट्रीय कला केंद्र
Type: दुर्लभ पुस्तक
Received From: इंदिरा गाँधी राष्ट्रीय कला केंद्र
| DC Field | Value |
| dc.contributor.author | थर्स्टन, एडगर असारी, वेल्युदा हैडवे, डब्ल्यू. एस. |
| dc.date.accessioned | 2019-10-21T06:40:06Z |
| dc.date.available | 2019-10-21T06:40:06Z |
| dc.description | एडगर थर्स्टन, वेल्युदा असारी और डब्ल्यू. एस. हैडवे द्वारा संकलित यह पुस्तक ज़्यादातर दक्षिण भारत के, पीतल और तांबे के, धातु के काम के चित्रों का विवरण देती है। यह रूपंकानों (पैटर्न) की पुस्तक है जो कि 1905-1906 में कलकत्ता में आयोजित सरकारी कला विद्यालयाओं के प्राचार्यों के सम्मेलन के परिणामस्वरूप बनी थी। इस सम्मलेन में, कारीगरों और अन्य लोगों हेतु प्रस्तावित अधिकृत रूपांकन पुस्तकों के संदर्भ में, 29 जून 1905 का भारत सरकार का संकल्प, संख्या 423-431, पर विचार किया गया था। |
| dc.source | इंदिरा गाँधी राष्ट्रीय कला केंद्र |
| dc.format.extent | 511p. |
| dc.format.mimetype | application/pdf |
| dc.language.iso | अंग्रेज़ी |
| dc.publisher | गवर्नमेंट प्रेस, मद्रास |
| dc.subject | कला, धातु का काम, दक्षिण भारत, पीतल का काम, तांबे का काम |
| dc.type | दुर्लभ पुस्तक |
| dc.date.copyright | 1913 |
| dc.identifier.accessionnumber | 515 |
| dc.format.medium | text |
| DC Field | Value |
| dc.contributor.author | थर्स्टन, एडगर असारी, वेल्युदा हैडवे, डब्ल्यू. एस. |
| dc.date.accessioned | 2019-10-21T06:40:06Z |
| dc.date.available | 2019-10-21T06:40:06Z |
| dc.description | एडगर थर्स्टन, वेल्युदा असारी और डब्ल्यू. एस. हैडवे द्वारा संकलित यह पुस्तक ज़्यादातर दक्षिण भारत के, पीतल और तांबे के, धातु के काम के चित्रों का विवरण देती है। यह रूपंकानों (पैटर्न) की पुस्तक है जो कि 1905-1906 में कलकत्ता में आयोजित सरकारी कला विद्यालयाओं के प्राचार्यों के सम्मेलन के परिणामस्वरूप बनी थी। इस सम्मलेन में, कारीगरों और अन्य लोगों हेतु प्रस्तावित अधिकृत रूपांकन पुस्तकों के संदर्भ में, 29 जून 1905 का भारत सरकार का संकल्प, संख्या 423-431, पर विचार किया गया था। |
| dc.source | इंदिरा गाँधी राष्ट्रीय कला केंद्र |
| dc.format.extent | 511p. |
| dc.format.mimetype | application/pdf |
| dc.language.iso | अंग्रेज़ी |
| dc.publisher | गवर्नमेंट प्रेस, मद्रास |
| dc.subject | कला, धातु का काम, दक्षिण भारत, पीतल का काम, तांबे का काम |
| dc.type | दुर्लभ पुस्तक |
| dc.date.copyright | 1913 |
| dc.identifier.accessionnumber | 515 |
| dc.format.medium | text |
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