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इम्प्रेशंस ऑफ़ एन इंडियन सिविल सर्वेंट

Author: मैकलोईड, आर.डी.

Keywords: भूगोल, इतिहास, भारतीय सिविल सेवा, प्रबंध, आगरा, अवध

Publisher: एच.एफ़ & जी. विदरबी लि., लंदन

Description: आर. डी. मैकलोईड द्वारा लिखित इस पुस्तक में एक भारतीय लोक सेवक के विचारों का वर्णन किया गया है। यह संयुक्त प्रांत आगरा और अवध में तेईस वर्षों के उनके अनुभव पर आधारित है, जब लेखक 1910 से 1934 तक की अवधि के दौरान भारतीय लोक सेवा (सिविल सेवा) के सदस्य थे। यह न तो व्यक्तिगत संस्मरणों का संग्रह है और न ही एक व्यवस्थित प्रबंध, बल्कि यह पुस्तक, पाठक को लेखक के भारत के विषय में सामान्य विचारों से अवगत कराने और उन विचारों के प्रकाश में कुछ आगामी घटनाओं की व्याख्या करने का एक प्रयास है।

Source: केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार

Type: दुर्लभ पुस्तक

Received From: केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार


DC Field Value
dc.contributor.author मैकलोईड, आर.डी.
dc.date.accessioned 2017-05-12T13:05:42Z
2018-06-07T03:21:43Z
dc.date.available 2017-05-12T13:05:42Z
2018-06-07T03:21:43Z
dc.description आर. डी. मैकलोईड द्वारा लिखित इस पुस्तक में एक भारतीय लोक सेवक के विचारों का वर्णन किया गया है। यह संयुक्त प्रांत आगरा और अवध में तेईस वर्षों के उनके अनुभव पर आधारित है, जब लेखक 1910 से 1934 तक की अवधि के दौरान भारतीय लोक सेवा (सिविल सेवा) के सदस्य थे। यह न तो व्यक्तिगत संस्मरणों का संग्रह है और न ही एक व्यवस्थित प्रबंध, बल्कि यह पुस्तक, पाठक को लेखक के भारत के विषय में सामान्य विचारों से अवगत कराने और उन विचारों के प्रकाश में कुछ आगामी घटनाओं की व्याख्या करने का एक प्रयास है।
dc.source केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार
dc.format.extent 211p.
dc.format.mimetype application/pdf
dc.language.iso अंग्रेज़ी
dc.publisher एच.एफ़ & जी. विदरबी लि., लंदन
dc.subject भूगोल, इतिहास, भारतीय सिविल सेवा, प्रबंध, आगरा, अवध
dc.type दुर्लभ पुस्तक
dc.date.copyright 1938
dc.identifier.accessionnumber AS-002387
dc.format.medium text
DC Field Value
dc.contributor.author मैकलोईड, आर.डी.
dc.date.accessioned 2017-05-12T13:05:42Z
2018-06-07T03:21:43Z
dc.date.available 2017-05-12T13:05:42Z
2018-06-07T03:21:43Z
dc.description आर. डी. मैकलोईड द्वारा लिखित इस पुस्तक में एक भारतीय लोक सेवक के विचारों का वर्णन किया गया है। यह संयुक्त प्रांत आगरा और अवध में तेईस वर्षों के उनके अनुभव पर आधारित है, जब लेखक 1910 से 1934 तक की अवधि के दौरान भारतीय लोक सेवा (सिविल सेवा) के सदस्य थे। यह न तो व्यक्तिगत संस्मरणों का संग्रह है और न ही एक व्यवस्थित प्रबंध, बल्कि यह पुस्तक, पाठक को लेखक के भारत के विषय में सामान्य विचारों से अवगत कराने और उन विचारों के प्रकाश में कुछ आगामी घटनाओं की व्याख्या करने का एक प्रयास है।
dc.source केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार
dc.format.extent 211p.
dc.format.mimetype application/pdf
dc.language.iso अंग्रेज़ी
dc.publisher एच.एफ़ & जी. विदरबी लि., लंदन
dc.subject भूगोल, इतिहास, भारतीय सिविल सेवा, प्रबंध, आगरा, अवध
dc.type दुर्लभ पुस्तक
dc.date.copyright 1938
dc.identifier.accessionnumber AS-002387
dc.format.medium text