इन वुड्स ऑफ़ गॉड- रियलाइज़ेशन ऑर द कम्प्लीट वर्क्स ऑफ़ स्वामी राम तीर्थ वॉल. 7
Author: Tirtha, Rama
Keywords: भारत, आध्यात्मिकता, स्वामी राम तीर्थ, मातृभूमि, धर्म
Publisher: द रामतीर्थ पब्लिकेशन लीग, लखनऊ
Description: यह पुस्तक स्वामी राम तीर्थ के संपूर्ण कार्य को सम्मिलित करती है जो वर्ष 1943 में प्रकाशित हुई थी। यह पुस्तक भारत के लिए स्वामी राम के ज्वलंत उत्साह और देश के उत्थान के लिए उनके ज्ञानपूर्ण सुझावों को दर्शाती है। उन्होंने दर्शाया है कि कैसे पूरी दुनिया आध्यात्मिक रूप से भारत की ऋणी है। पुस्तक पाठक को उन विषयों पर व्याख्यानों की श्रृंखला प्रदान करती है जो भारत देश की आवश्यकताओं, राष्ट्रीय धर्म, भारत की समस्याओं, भारत के भविष्य, भारत के प्राचीन अध्यात्मवाद, भारतीय नारीत्व और अन्य सामान्य जानकारी, को समझने से संबंधित हैं।
Source: केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार
Type: दुर्लभ पुस्तक
Received From: केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार
| DC Field | Value |
| dc.contributor.author | Tirtha, Rama |
| dc.date.accessioned | 2017-05-04T13:41:11Z 2018-06-07T04:43:31Z |
| dc.date.available | 2017-05-04T13:41:11Z 2018-06-07T04:43:31Z |
| dc.description | यह पुस्तक स्वामी राम तीर्थ के संपूर्ण कार्य को सम्मिलित करती है जो वर्ष 1943 में प्रकाशित हुई थी। यह पुस्तक भारत के लिए स्वामी राम के ज्वलंत उत्साह और देश के उत्थान के लिए उनके ज्ञानपूर्ण सुझावों को दर्शाती है। उन्होंने दर्शाया है कि कैसे पूरी दुनिया आध्यात्मिक रूप से भारत की ऋणी है। पुस्तक पाठक को उन विषयों पर व्याख्यानों की श्रृंखला प्रदान करती है जो भारत देश की आवश्यकताओं, राष्ट्रीय धर्म, भारत की समस्याओं, भारत के भविष्य, भारत के प्राचीन अध्यात्मवाद, भारतीय नारीत्व और अन्य सामान्य जानकारी, को समझने से संबंधित हैं। |
| dc.source | केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार |
| dc.format.extent | lxxi, 240p. |
| dc.format.mimetype | application/pdf |
| dc.language.iso | अंग्रेज़ी |
| dc.publisher | द रामतीर्थ पब्लिकेशन लीग, लखनऊ |
| dc.subject | भारत, आध्यात्मिकता, स्वामी राम तीर्थ, मातृभूमि, धर्म |
| dc.type | दुर्लभ पुस्तक |
| dc.date.copyright | 1943 |
| dc.identifier.accessionnumber | AS-000500 |
| dc.format.medium | text |
| DC Field | Value |
| dc.contributor.author | Tirtha, Rama |
| dc.date.accessioned | 2017-05-04T13:41:11Z 2018-06-07T04:43:31Z |
| dc.date.available | 2017-05-04T13:41:11Z 2018-06-07T04:43:31Z |
| dc.description | यह पुस्तक स्वामी राम तीर्थ के संपूर्ण कार्य को सम्मिलित करती है जो वर्ष 1943 में प्रकाशित हुई थी। यह पुस्तक भारत के लिए स्वामी राम के ज्वलंत उत्साह और देश के उत्थान के लिए उनके ज्ञानपूर्ण सुझावों को दर्शाती है। उन्होंने दर्शाया है कि कैसे पूरी दुनिया आध्यात्मिक रूप से भारत की ऋणी है। पुस्तक पाठक को उन विषयों पर व्याख्यानों की श्रृंखला प्रदान करती है जो भारत देश की आवश्यकताओं, राष्ट्रीय धर्म, भारत की समस्याओं, भारत के भविष्य, भारत के प्राचीन अध्यात्मवाद, भारतीय नारीत्व और अन्य सामान्य जानकारी, को समझने से संबंधित हैं। |
| dc.source | केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार |
| dc.format.extent | lxxi, 240p. |
| dc.format.mimetype | application/pdf |
| dc.language.iso | अंग्रेज़ी |
| dc.publisher | द रामतीर्थ पब्लिकेशन लीग, लखनऊ |
| dc.subject | भारत, आध्यात्मिकता, स्वामी राम तीर्थ, मातृभूमि, धर्म |
| dc.type | दुर्लभ पुस्तक |
| dc.date.copyright | 1943 |
| dc.identifier.accessionnumber | AS-000500 |
| dc.format.medium | text |
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