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अ क्रिटिकल इंटरप्रिटेशन एंड इंवेस्टिगेशन ऑफ़ एपिथेट्स ऑफ़ सोम

Author: कपाड़िया, बी एच.

Keywords: सोम, ऋग्वेद, वैदिक इतिहास, विशेषण, वैदिक देवता, वैदिक पौधे

Publisher: संस्कृत विभाग, सरदार वल्लभभाई विद्यापीठ, गुजरात

Description: इस पुस्तक में, लेखक का लक्ष्य ऋग्वेद में सोम के बारे में प्रयोग किये गए विशेषणों की समीक्षात्मक रूप से जांच, व्याख्या और परीक्षण करना है। लेखक को उम्मीद है कि इस पुस्तक से छात्र को सोम के तीन विशेषणों अर्थात् ईश्वर, पौधे, और रस की आलोचनात्मक समझ प्राप्त होगी। इसमें पौधे के अधिग्रहण, सोम रस को निकालाने, इसकी छनाई, मिश्रण और अर्पण करने के बारे में भी चर्चा प्रदान की गई है। इसके अंत में एक सूचीपत्र, ग्रंथ सूची, साथ ही सोम के विशेषणों की वर्णानुक्रमिक शब्दावली दी गई है, और ऋग्वेद के उन वाक्यों की अवस्थिति भी दी गई है जिसमें वे प्रयुक्त हुए हैं।

Source: इंदिरा गाँधी राष्ट्रीय कला केंद्र, नई दिल्ली

Type: दुर्लभ पुस्तक

Received From: इंदिरा गाँधी राष्ट्रीय कला केंद्र


DC Field Value
dc.contributor.author कपाड़िया, बी एच.
dc.date.accessioned 2019-12-04T12:47:26Z
dc.date.available 2019-12-04T12:47:26Z
dc.description इस पुस्तक में, लेखक का लक्ष्य ऋग्वेद में सोम के बारे में प्रयोग किये गए विशेषणों की समीक्षात्मक रूप से जांच, व्याख्या और परीक्षण करना है। लेखक को उम्मीद है कि इस पुस्तक से छात्र को सोम के तीन विशेषणों अर्थात् ईश्वर, पौधे, और रस की आलोचनात्मक समझ प्राप्त होगी। इसमें पौधे के अधिग्रहण, सोम रस को निकालाने, इसकी छनाई, मिश्रण और अर्पण करने के बारे में भी चर्चा प्रदान की गई है। इसके अंत में एक सूचीपत्र, ग्रंथ सूची, साथ ही सोम के विशेषणों की वर्णानुक्रमिक शब्दावली दी गई है, और ऋग्वेद के उन वाक्यों की अवस्थिति भी दी गई है जिसमें वे प्रयुक्त हुए हैं।
dc.source इंदिरा गाँधी राष्ट्रीय कला केंद्र, नई दिल्ली
dc.format.extent iv, 76 p.
dc.format.mimetype application/pdf
dc.language.iso अंग्रेज़ी
dc.publisher संस्कृत विभाग, सरदार वल्लभभाई विद्यापीठ, गुजरात
dc.subject सोम, ऋग्वेद, वैदिक इतिहास, विशेषण, वैदिक देवता, वैदिक पौधे
dc.type दुर्लभ पुस्तक
dc.date.copyright 1959
dc.identifier.accessionnumber R706
dc.format.medium text
DC Field Value
dc.contributor.author कपाड़िया, बी एच.
dc.date.accessioned 2019-12-04T12:47:26Z
dc.date.available 2019-12-04T12:47:26Z
dc.description इस पुस्तक में, लेखक का लक्ष्य ऋग्वेद में सोम के बारे में प्रयोग किये गए विशेषणों की समीक्षात्मक रूप से जांच, व्याख्या और परीक्षण करना है। लेखक को उम्मीद है कि इस पुस्तक से छात्र को सोम के तीन विशेषणों अर्थात् ईश्वर, पौधे, और रस की आलोचनात्मक समझ प्राप्त होगी। इसमें पौधे के अधिग्रहण, सोम रस को निकालाने, इसकी छनाई, मिश्रण और अर्पण करने के बारे में भी चर्चा प्रदान की गई है। इसके अंत में एक सूचीपत्र, ग्रंथ सूची, साथ ही सोम के विशेषणों की वर्णानुक्रमिक शब्दावली दी गई है, और ऋग्वेद के उन वाक्यों की अवस्थिति भी दी गई है जिसमें वे प्रयुक्त हुए हैं।
dc.source इंदिरा गाँधी राष्ट्रीय कला केंद्र, नई दिल्ली
dc.format.extent iv, 76 p.
dc.format.mimetype application/pdf
dc.language.iso अंग्रेज़ी
dc.publisher संस्कृत विभाग, सरदार वल्लभभाई विद्यापीठ, गुजरात
dc.subject सोम, ऋग्वेद, वैदिक इतिहास, विशेषण, वैदिक देवता, वैदिक पौधे
dc.type दुर्लभ पुस्तक
dc.date.copyright 1959
dc.identifier.accessionnumber R706
dc.format.medium text