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अ न्यू सोर्स ऑफ़ रेवेन्यू फ़ॉर इंडिया

Author: स्ट्रेटल, जॉर्ज डब्ल्यू.

Keywords: भारतीय वन उत्पाद, भारतीय लकड़ी, भारत में लकड़ी के प्रयोग

Publisher: मार्लबरो, लंदन

Description: जॉर्ज डब्ल्यू स्ट्रेटल ने भारतीय वन विभाग के अपने अनुभवों को संकलित करके इस पुस्तक में राजस्व का एक नया स्रोत खोजा है। यह पुस्तक अत्यधिक वाणिज्यिक मूल्य के कुछ पौधों का विवरण देती है जिन्हें अन्यथा केवल जंगली घास के रूप में देखा जाता है। बाँस से कागज़ बनाने का महान विचार, कई अन्य उदाहरणों के बीच, ऐसा ही एक उदाहरण है। अत्यधिक वाणिज्यिक उपयोगिता हेतु जब वन उत्पादों की खोज की जाती है तब यह पुस्तक अपने आप में एक अच्छा संसाधन है। इस संबंध में, लेखक ने संधारणीय उपायों के साथ सुस्पष्ट विवरण प्रदान किया है।

Source: केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार

Type: दुर्लभ पुस्तक

Received From: केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार


DC Field Value
dc.contributor.author स्ट्रेटल, जॉर्ज डब्ल्यू.
dc.date.accessioned 2019-03-02T12:02:05Z
dc.date.available 2019-03-02T12:02:05Z
dc.description जॉर्ज डब्ल्यू स्ट्रेटल ने भारतीय वन विभाग के अपने अनुभवों को संकलित करके इस पुस्तक में राजस्व का एक नया स्रोत खोजा है। यह पुस्तक अत्यधिक वाणिज्यिक मूल्य के कुछ पौधों का विवरण देती है जिन्हें अन्यथा केवल जंगली घास के रूप में देखा जाता है। बाँस से कागज़ बनाने का महान विचार, कई अन्य उदाहरणों के बीच, ऐसा ही एक उदाहरण है। अत्यधिक वाणिज्यिक उपयोगिता हेतु जब वन उत्पादों की खोज की जाती है तब यह पुस्तक अपने आप में एक अच्छा संसाधन है। इस संबंध में, लेखक ने संधारणीय उपायों के साथ सुस्पष्ट विवरण प्रदान किया है।
dc.source केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार
dc.format.extent 90 p.
dc.format.mimetype application/pdf
dc.language.iso अंग्रेज़ी
dc.publisher मार्लबरो, लंदन
dc.subject भारतीय वन उत्पाद, भारतीय लकड़ी, भारत में लकड़ी के प्रयोग
dc.type दुर्लभ पुस्तक
dc.date.copyright 1878
dc.identifier.accessionnumber AS-001901
dc.format.medium text
DC Field Value
dc.contributor.author स्ट्रेटल, जॉर्ज डब्ल्यू.
dc.date.accessioned 2019-03-02T12:02:05Z
dc.date.available 2019-03-02T12:02:05Z
dc.description जॉर्ज डब्ल्यू स्ट्रेटल ने भारतीय वन विभाग के अपने अनुभवों को संकलित करके इस पुस्तक में राजस्व का एक नया स्रोत खोजा है। यह पुस्तक अत्यधिक वाणिज्यिक मूल्य के कुछ पौधों का विवरण देती है जिन्हें अन्यथा केवल जंगली घास के रूप में देखा जाता है। बाँस से कागज़ बनाने का महान विचार, कई अन्य उदाहरणों के बीच, ऐसा ही एक उदाहरण है। अत्यधिक वाणिज्यिक उपयोगिता हेतु जब वन उत्पादों की खोज की जाती है तब यह पुस्तक अपने आप में एक अच्छा संसाधन है। इस संबंध में, लेखक ने संधारणीय उपायों के साथ सुस्पष्ट विवरण प्रदान किया है।
dc.source केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार
dc.format.extent 90 p.
dc.format.mimetype application/pdf
dc.language.iso अंग्रेज़ी
dc.publisher मार्लबरो, लंदन
dc.subject भारतीय वन उत्पाद, भारतीय लकड़ी, भारत में लकड़ी के प्रयोग
dc.type दुर्लभ पुस्तक
dc.date.copyright 1878
dc.identifier.accessionnumber AS-001901
dc.format.medium text