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फ़ॉरेस्ट्री इन सदर्न इंडिया

Author: मॉर्गन, एच.आर.
जॉन शॉर्ट

Editor: John Shortt

Keywords: वन, वानिकी, सुदूर-संवेदन, सागौन, बागान

Publisher: हिगिनबॉथम, मद्रास

Description: मेजर-जनरल एच. आर. मॉर्गन द्वारा लिखित ‘फ़ॉरेस्ट्री इन साउथर्न इंडिया' जॉन शॉर्ट द्वारा संपादित की गई है। यह सागौन के वनों; सागौन वनों के प्रबंधन; चंदन की लकड़ी; सूखे वनों; वन की आग, मवेशियों पर सामान्य आख्यानों; "अकेसिया मिलोनोज़ाईलोन" (आस्ट्रेलियन काली लकड़ी) पर नोट; डिपो; वन श्रम; संस्थान का ठीक प्रकार से संचालन; बीजों का सामान्य प्रशोधन; ईंधन वृक्षारोपण; बीजों की सूची के विस्तृत विवरण देती है। यह उन विषयों पर एक नियमावली है जो वन अधिकारियों का मार्गदर्शन कर सकते हैं। लेखक ने नेलुम्बूर, वायनाड और अन्नामलई के वनों का चयन किया है।

Source: केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार

Type: दुर्लभ पुस्तक

Received From: केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार


DC Field Value
dc.contributor.author मॉर्गन, एच.आर.
जॉन शॉर्ट
dc.contributor.editor John Shortt
dc.date.accessioned 2019-03-11T13:36:51Z
dc.date.available 2019-03-11T13:36:51Z
dc.description मेजर-जनरल एच. आर. मॉर्गन द्वारा लिखित ‘फ़ॉरेस्ट्री इन साउथर्न इंडिया' जॉन शॉर्ट द्वारा संपादित की गई है। यह सागौन के वनों; सागौन वनों के प्रबंधन; चंदन की लकड़ी; सूखे वनों; वन की आग, मवेशियों पर सामान्य आख्यानों; "अकेसिया मिलोनोज़ाईलोन" (आस्ट्रेलियन काली लकड़ी) पर नोट; डिपो; वन श्रम; संस्थान का ठीक प्रकार से संचालन; बीजों का सामान्य प्रशोधन; ईंधन वृक्षारोपण; बीजों की सूची के विस्तृत विवरण देती है। यह उन विषयों पर एक नियमावली है जो वन अधिकारियों का मार्गदर्शन कर सकते हैं। लेखक ने नेलुम्बूर, वायनाड और अन्नामलई के वनों का चयन किया है।
dc.source केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार
dc.format.extent ix, 140 p.
dc.format.mimetype application/pdf
dc.language.iso अंग्रेज़ी
dc.publisher हिगिनबॉथम, मद्रास
dc.subject वन, वानिकी, सुदूर-संवेदन, सागौन, बागान
dc.type दुर्लभ पुस्तक
dc.date.copyright 1884
dc.identifier.accessionnumber AS-004716
dc.format.medium text
DC Field Value
dc.contributor.author मॉर्गन, एच.आर.
जॉन शॉर्ट
dc.contributor.editor John Shortt
dc.date.accessioned 2019-03-11T13:36:51Z
dc.date.available 2019-03-11T13:36:51Z
dc.description मेजर-जनरल एच. आर. मॉर्गन द्वारा लिखित ‘फ़ॉरेस्ट्री इन साउथर्न इंडिया' जॉन शॉर्ट द्वारा संपादित की गई है। यह सागौन के वनों; सागौन वनों के प्रबंधन; चंदन की लकड़ी; सूखे वनों; वन की आग, मवेशियों पर सामान्य आख्यानों; "अकेसिया मिलोनोज़ाईलोन" (आस्ट्रेलियन काली लकड़ी) पर नोट; डिपो; वन श्रम; संस्थान का ठीक प्रकार से संचालन; बीजों का सामान्य प्रशोधन; ईंधन वृक्षारोपण; बीजों की सूची के विस्तृत विवरण देती है। यह उन विषयों पर एक नियमावली है जो वन अधिकारियों का मार्गदर्शन कर सकते हैं। लेखक ने नेलुम्बूर, वायनाड और अन्नामलई के वनों का चयन किया है।
dc.source केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार
dc.format.extent ix, 140 p.
dc.format.mimetype application/pdf
dc.language.iso अंग्रेज़ी
dc.publisher हिगिनबॉथम, मद्रास
dc.subject वन, वानिकी, सुदूर-संवेदन, सागौन, बागान
dc.type दुर्लभ पुस्तक
dc.date.copyright 1884
dc.identifier.accessionnumber AS-004716
dc.format.medium text