अराविदु डायनेस्टी ऑफ़ विजयनगर
Author: हेरास, हेनरी
Keywords: इतिहास, सभ्यता, राजनीति, सरकार, अराविदु राजवंश
Publisher: बी.जी. पॉल, मद्रास
Description: हेनरी हेरास द्वारा लिखित, इस पुस्तक में विजयनगर साम्राज्य के अराविदु वंश के इतिहास पर चर्चा की गई है, जो तमिल और कनारी (कन्नड़) लोगों पर तेलुगु वर्चस्व का इतिहास है। तत्पश्चात पुस्तक गौण परंतु महत्वपूर्ण विवरणों को प्रस्तुत करती है, जैसे कि, विशेष रूप से जेसुइट पादरियों द्वारा बनाई गईं, वेंकट II के दरबार में चित्रकारियाँ, उनके पारिवारिक मामले, और प्रथम अराविदु राजा के अधीन साहित्यिक गतिविधियाँ। अंत में, पुस्तक अन्य हिंदू संप्रदायों के साथ श्री वैष्णववाद के संघर्ष पर सबसे मूल्यवान अध्याय के साथ समाप्त होती है।
Source: केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार
Type: दुर्लभ पुस्तक
Received From: केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार
DC Field | Value |
dc.contributor.author | हेरास, हेनरी |
dc.date.accessioned | 2019-02-15T17:49:31Z |
dc.date.available | 2019-02-15T17:49:31Z |
dc.description | हेनरी हेरास द्वारा लिखित, इस पुस्तक में विजयनगर साम्राज्य के अराविदु वंश के इतिहास पर चर्चा की गई है, जो तमिल और कनारी (कन्नड़) लोगों पर तेलुगु वर्चस्व का इतिहास है। तत्पश्चात पुस्तक गौण परंतु महत्वपूर्ण विवरणों को प्रस्तुत करती है, जैसे कि, विशेष रूप से जेसुइट पादरियों द्वारा बनाई गईं, वेंकट II के दरबार में चित्रकारियाँ, उनके पारिवारिक मामले, और प्रथम अराविदु राजा के अधीन साहित्यिक गतिविधियाँ। अंत में, पुस्तक अन्य हिंदू संप्रदायों के साथ श्री वैष्णववाद के संघर्ष पर सबसे मूल्यवान अध्याय के साथ समाप्त होती है। |
dc.source | केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार |
dc.format.extent | Vol.1 |
dc.format.mimetype | Application/pdf |
dc.language.iso | अंग्रेज़ी |
dc.publisher | बी.जी. पॉल, मद्रास |
dc.subject | इतिहास, सभ्यता, राजनीति, सरकार, अराविदु राजवंश |
dc.type | दुर्लभ पुस्तक |
dc.date.copyright | 1927 |
dc.identifier.accessionnumber | AS-002718 |
dc.format.medium | text |
DC Field | Value |
dc.contributor.author | हेरास, हेनरी |
dc.date.accessioned | 2019-02-15T17:49:31Z |
dc.date.available | 2019-02-15T17:49:31Z |
dc.description | हेनरी हेरास द्वारा लिखित, इस पुस्तक में विजयनगर साम्राज्य के अराविदु वंश के इतिहास पर चर्चा की गई है, जो तमिल और कनारी (कन्नड़) लोगों पर तेलुगु वर्चस्व का इतिहास है। तत्पश्चात पुस्तक गौण परंतु महत्वपूर्ण विवरणों को प्रस्तुत करती है, जैसे कि, विशेष रूप से जेसुइट पादरियों द्वारा बनाई गईं, वेंकट II के दरबार में चित्रकारियाँ, उनके पारिवारिक मामले, और प्रथम अराविदु राजा के अधीन साहित्यिक गतिविधियाँ। अंत में, पुस्तक अन्य हिंदू संप्रदायों के साथ श्री वैष्णववाद के संघर्ष पर सबसे मूल्यवान अध्याय के साथ समाप्त होती है। |
dc.source | केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार |
dc.format.extent | Vol.1 |
dc.format.mimetype | Application/pdf |
dc.language.iso | अंग्रेज़ी |
dc.publisher | बी.जी. पॉल, मद्रास |
dc.subject | इतिहास, सभ्यता, राजनीति, सरकार, अराविदु राजवंश |
dc.type | दुर्लभ पुस्तक |
dc.date.copyright | 1927 |
dc.identifier.accessionnumber | AS-002718 |
dc.format.medium | text |