एग्रीकल्चरल इनश्योरेंस अ प्रैक्टिकल स्कीम सूटेड टू इंडियन कंडिशंस
Author: चक्रवर्ती, जे.एस.
Keywords: बीमा, कृषि, भारत, मैसूर राज्य, जे. एस चक्रवर्ती, किसान
Publisher: सरकारी प्रेस, बंगलौर
Description: लेखक किसानों के आर्थिक मुद्दों को हल करने हेतु एक योजना तैयार करने के लिए इस कार्य में गणना के आधार के रूप में 'मैसूर राज्य' में प्रचलित स्थितियों को लेते हैं। पुस्तक कृषि बीमा की प्रणाली की संभावना पर चर्चा करती है, और इसके लाभों और जोखिमों की जाँच करती है। इसे पंद्रह अध्यायों, पाँच परिशिष्टों और 'स्थानीय भाषा के शब्दों की शब्दावली' में विभाजित किया गया है। यह एक विस्तृत कार्य है, जो गणना, तालिकाओं और मानचित्रों के साथ पूर्ण है। लेखक का मानना है कि अध्ययन की यही रूपरेखा, जैसी इस कार्य में उपयोग की गई है, किसी भी राज्य या प्रांत में अनुप्रयोज्य उपयुक्त योजना के लिए लागू की जा सकती है।
Source: केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार
Type: दुर्लभ पुस्तक
Received From: केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार
DC Field | Value |
dc.contributor.author | चक्रवर्ती, जे.एस. |
dc.date.accessioned | 2019-02-26T12:10:42Z |
dc.date.available | 2019-02-26T12:10:42Z |
dc.description | लेखक किसानों के आर्थिक मुद्दों को हल करने हेतु एक योजना तैयार करने के लिए इस कार्य में गणना के आधार के रूप में 'मैसूर राज्य' में प्रचलित स्थितियों को लेते हैं। पुस्तक कृषि बीमा की प्रणाली की संभावना पर चर्चा करती है, और इसके लाभों और जोखिमों की जाँच करती है। इसे पंद्रह अध्यायों, पाँच परिशिष्टों और 'स्थानीय भाषा के शब्दों की शब्दावली' में विभाजित किया गया है। यह एक विस्तृत कार्य है, जो गणना, तालिकाओं और मानचित्रों के साथ पूर्ण है। लेखक का मानना है कि अध्ययन की यही रूपरेखा, जैसी इस कार्य में उपयोग की गई है, किसी भी राज्य या प्रांत में अनुप्रयोज्य उपयुक्त योजना के लिए लागू की जा सकती है। |
dc.source | केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार |
dc.format.extent | ix, 567 p. |
dc.format.mimetype | application/pdf |
dc.language.iso | अंग्रेज़ी |
dc.publisher | सरकारी प्रेस, बंगलौर |
dc.subject | बीमा, कृषि, भारत, मैसूर राज्य, जे. एस चक्रवर्ती, किसान |
dc.type | दुर्लभ पुस्तक |
dc.date.copyright | 1920 |
dc.identifier.accessionnumber | AS-009523 |
dc.format.medium | text |
DC Field | Value |
dc.contributor.author | चक्रवर्ती, जे.एस. |
dc.date.accessioned | 2019-02-26T12:10:42Z |
dc.date.available | 2019-02-26T12:10:42Z |
dc.description | लेखक किसानों के आर्थिक मुद्दों को हल करने हेतु एक योजना तैयार करने के लिए इस कार्य में गणना के आधार के रूप में 'मैसूर राज्य' में प्रचलित स्थितियों को लेते हैं। पुस्तक कृषि बीमा की प्रणाली की संभावना पर चर्चा करती है, और इसके लाभों और जोखिमों की जाँच करती है। इसे पंद्रह अध्यायों, पाँच परिशिष्टों और 'स्थानीय भाषा के शब्दों की शब्दावली' में विभाजित किया गया है। यह एक विस्तृत कार्य है, जो गणना, तालिकाओं और मानचित्रों के साथ पूर्ण है। लेखक का मानना है कि अध्ययन की यही रूपरेखा, जैसी इस कार्य में उपयोग की गई है, किसी भी राज्य या प्रांत में अनुप्रयोज्य उपयुक्त योजना के लिए लागू की जा सकती है। |
dc.source | केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार |
dc.format.extent | ix, 567 p. |
dc.format.mimetype | application/pdf |
dc.language.iso | अंग्रेज़ी |
dc.publisher | सरकारी प्रेस, बंगलौर |
dc.subject | बीमा, कृषि, भारत, मैसूर राज्य, जे. एस चक्रवर्ती, किसान |
dc.type | दुर्लभ पुस्तक |
dc.date.copyright | 1920 |
dc.identifier.accessionnumber | AS-009523 |
dc.format.medium | text |