हिस्टॉरिकल स्केचेज़ ऑफ़ एंशीएंट दक्कन
Author: अय्यर, के.वी. सुब्रमण्यम
Keywords: सभ्यताएँ, भूगोल, इतिहास, दक्कन, मुसलमानों के आक्रमण
Publisher: मॉडर्न प्रिंटिंग प्रेस, मद्रास
Description: के वी सुब्रमण्यम अय्यर द्वारा लिखित, यह पुस्तक प्राचीन दक्कन के इतिहास और भूगोल से संबंधित रेखाचित्रों का संग्रह है। लेखक प्राचीन दक्कन के विशेष आकर्षण के बारे में चर्चा करता है। पुस्तक में आगे कहा गया है कि प्रकृति ने दक्कन को लंबे समय तक विदेशी आक्रमणों से मुक्त रखा था, मुख्यतः इसके अलगाव और प्राकृतिक संरक्षण के कारण। पुस्तक का उत्तरार्द्ध 14वीं शताब्दी में हुए मुसलमानों के आक्रमणों के बाद दक्कन में हुए संस्थागत परिवर्तनों और सामाजिक और राजनीतिक परिवर्तनों पर चर्चा करता है।
Source: केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार
Type: दुर्लभ पुस्तक
Received From: केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार
DC Field | Value |
dc.contributor.author | अय्यर, के.वी. सुब्रमण्यम |
dc.date.accessioned | 2019-02-20T12:40:05Z |
dc.date.available | 2019-02-20T12:40:05Z |
dc.description | के वी सुब्रमण्यम अय्यर द्वारा लिखित, यह पुस्तक प्राचीन दक्कन के इतिहास और भूगोल से संबंधित रेखाचित्रों का संग्रह है। लेखक प्राचीन दक्कन के विशेष आकर्षण के बारे में चर्चा करता है। पुस्तक में आगे कहा गया है कि प्रकृति ने दक्कन को लंबे समय तक विदेशी आक्रमणों से मुक्त रखा था, मुख्यतः इसके अलगाव और प्राकृतिक संरक्षण के कारण। पुस्तक का उत्तरार्द्ध 14वीं शताब्दी में हुए मुसलमानों के आक्रमणों के बाद दक्कन में हुए संस्थागत परिवर्तनों और सामाजिक और राजनीतिक परिवर्तनों पर चर्चा करता है। |
dc.source | केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार |
dc.format.extent | iv, 429 p |
dc.format.mimetype | application/pdf |
dc.language.iso | अंग्रेज़ी |
dc.publisher | मॉडर्न प्रिंटिंग प्रेस, मद्रास |
dc.subject | सभ्यताएँ, भूगोल, इतिहास, दक्कन, मुसलमानों के आक्रमण |
dc.type | दुर्लभ पुस्तक |
dc.date.copyright | 1917 |
dc.identifier.accessionnumber | AS-004810 |
dc.format.medium | text |
DC Field | Value |
dc.contributor.author | अय्यर, के.वी. सुब्रमण्यम |
dc.date.accessioned | 2019-02-20T12:40:05Z |
dc.date.available | 2019-02-20T12:40:05Z |
dc.description | के वी सुब्रमण्यम अय्यर द्वारा लिखित, यह पुस्तक प्राचीन दक्कन के इतिहास और भूगोल से संबंधित रेखाचित्रों का संग्रह है। लेखक प्राचीन दक्कन के विशेष आकर्षण के बारे में चर्चा करता है। पुस्तक में आगे कहा गया है कि प्रकृति ने दक्कन को लंबे समय तक विदेशी आक्रमणों से मुक्त रखा था, मुख्यतः इसके अलगाव और प्राकृतिक संरक्षण के कारण। पुस्तक का उत्तरार्द्ध 14वीं शताब्दी में हुए मुसलमानों के आक्रमणों के बाद दक्कन में हुए संस्थागत परिवर्तनों और सामाजिक और राजनीतिक परिवर्तनों पर चर्चा करता है। |
dc.source | केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार |
dc.format.extent | iv, 429 p |
dc.format.mimetype | application/pdf |
dc.language.iso | अंग्रेज़ी |
dc.publisher | मॉडर्न प्रिंटिंग प्रेस, मद्रास |
dc.subject | सभ्यताएँ, भूगोल, इतिहास, दक्कन, मुसलमानों के आक्रमण |
dc.type | दुर्लभ पुस्तक |
dc.date.copyright | 1917 |
dc.identifier.accessionnumber | AS-004810 |
dc.format.medium | text |