ऑटोबायोग्राफ़ी ऑफ़ लुत्फ़ुल्लाह, अ मोहमडन जेंटलमैन; एंड हिज़ ट्रांसेक्शंस विद हिज़ फ़ेलो- क्रीचर्स
Author: ईस्टविक, एडवर्ड बी.
Editor: Eastwick, Edward B.
Keywords: Lutfullah, 1857, Autobiography, Edward B Westwick
Publisher: स्मिथ, एल्डर, लंदन
Description: ‘ऑटोबायोग्राफ़ी ऑफ़ लुत्फ़ुल्लाह, अ मोहमडन जेंटलमैन; एंड हिज़ ट्रांसेक्शंस विद हिज़ फ़ेलो- क्रीचर्स’ वर्ष 1857 में प्रकाशित हुई थी और एडवर्ड बी ईस्टविक द्वारा संपादित की गई थी। इस पुस्तक को चौदह अध्यायों में विभाजित किया गया है जिसमें लेखक अपने बचपन और अपने माता-पिता एवं वंश आदि के बारे में बात करके शुरुआत करता है। जैसे-जैसे वह बड़े हुए, लेखक ने अपनी राजनीतिक संबद्धता को महसूस करना शुरू कर दिया और राजनीतिक मामलों में बहुत रुचि लेने लग गए, विशेष रूप से वर्ष 1810 में। फिर वह अपने धार्मिक रुचियों तथा बड़ौदा, ग्वालियर और उज्जैन की अपनी यात्रा के बारे में बात करते हैं। अपने अंतिम अध्याय में लेखक साउथेम्प्टन की अपनी यात्रा के बारे में बात करते हैं। लंदन में, वे श्री लोथम और पल्स्फोर्ड से दोस्ती करते हैं। वे लंदन के दर्शनीय स्थलों का संक्षेप में उल्लेख करते हैं, तथा भारत लौटने की अपनी यात्रा के बारे में बात करते हुए अपनी पुस्तक को समाप्त करते हैं।
Source: केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार
Type: दुर्लभ पुस्तक
Received From: केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार
DC Field | Value |
dc.contributor.author | ईस्टविक, एडवर्ड बी. |
dc.contributor.editor | Eastwick, Edward B. |
dc.date.accessioned | 2019-02-23T16:05:01Z |
dc.date.available | 2019-02-23T16:05:01Z |
dc.description | ‘ऑटोबायोग्राफ़ी ऑफ़ लुत्फ़ुल्लाह, अ मोहमडन जेंटलमैन; एंड हिज़ ट्रांसेक्शंस विद हिज़ फ़ेलो- क्रीचर्स’ वर्ष 1857 में प्रकाशित हुई थी और एडवर्ड बी ईस्टविक द्वारा संपादित की गई थी। इस पुस्तक को चौदह अध्यायों में विभाजित किया गया है जिसमें लेखक अपने बचपन और अपने माता-पिता एवं वंश आदि के बारे में बात करके शुरुआत करता है। जैसे-जैसे वह बड़े हुए, लेखक ने अपनी राजनीतिक संबद्धता को महसूस करना शुरू कर दिया और राजनीतिक मामलों में बहुत रुचि लेने लग गए, विशेष रूप से वर्ष 1810 में। फिर वह अपने धार्मिक रुचियों तथा बड़ौदा, ग्वालियर और उज्जैन की अपनी यात्रा के बारे में बात करते हैं। अपने अंतिम अध्याय में लेखक साउथेम्प्टन की अपनी यात्रा के बारे में बात करते हैं। लंदन में, वे श्री लोथम और पल्स्फोर्ड से दोस्ती करते हैं। वे लंदन के दर्शनीय स्थलों का संक्षेप में उल्लेख करते हैं, तथा भारत लौटने की अपनी यात्रा के बारे में बात करते हुए अपनी पुस्तक को समाप्त करते हैं। |
dc.source | केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार |
dc.format.extent | xii, 435 p. |
dc.format.mimetype | application/pdf |
dc.language.iso | अंग्रेज़ी |
dc.publisher | स्मिथ, एल्डर, लंदन |
dc.subject | Lutfullah, 1857, Autobiography, Edward B Westwick |
dc.type | दुर्लभ पुस्तक |
dc.date.copyright | 1857 |
dc.identifier.accessionnumber | AS-003648 |
dc.format.medium | text |
DC Field | Value |
dc.contributor.author | ईस्टविक, एडवर्ड बी. |
dc.contributor.editor | Eastwick, Edward B. |
dc.date.accessioned | 2019-02-23T16:05:01Z |
dc.date.available | 2019-02-23T16:05:01Z |
dc.description | ‘ऑटोबायोग्राफ़ी ऑफ़ लुत्फ़ुल्लाह, अ मोहमडन जेंटलमैन; एंड हिज़ ट्रांसेक्शंस विद हिज़ फ़ेलो- क्रीचर्स’ वर्ष 1857 में प्रकाशित हुई थी और एडवर्ड बी ईस्टविक द्वारा संपादित की गई थी। इस पुस्तक को चौदह अध्यायों में विभाजित किया गया है जिसमें लेखक अपने बचपन और अपने माता-पिता एवं वंश आदि के बारे में बात करके शुरुआत करता है। जैसे-जैसे वह बड़े हुए, लेखक ने अपनी राजनीतिक संबद्धता को महसूस करना शुरू कर दिया और राजनीतिक मामलों में बहुत रुचि लेने लग गए, विशेष रूप से वर्ष 1810 में। फिर वह अपने धार्मिक रुचियों तथा बड़ौदा, ग्वालियर और उज्जैन की अपनी यात्रा के बारे में बात करते हैं। अपने अंतिम अध्याय में लेखक साउथेम्प्टन की अपनी यात्रा के बारे में बात करते हैं। लंदन में, वे श्री लोथम और पल्स्फोर्ड से दोस्ती करते हैं। वे लंदन के दर्शनीय स्थलों का संक्षेप में उल्लेख करते हैं, तथा भारत लौटने की अपनी यात्रा के बारे में बात करते हुए अपनी पुस्तक को समाप्त करते हैं। |
dc.source | केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार |
dc.format.extent | xii, 435 p. |
dc.format.mimetype | application/pdf |
dc.language.iso | अंग्रेज़ी |
dc.publisher | स्मिथ, एल्डर, लंदन |
dc.subject | Lutfullah, 1857, Autobiography, Edward B Westwick |
dc.type | दुर्लभ पुस्तक |
dc.date.copyright | 1857 |
dc.identifier.accessionnumber | AS-003648 |
dc.format.medium | text |