एलिमेंट्स ऑफ़ इंडियन टैक्सेशन
Author: एलस्टन, लियोनार्ड
Keywords: धन का अपवाह, अर्थशास्त्र, भारतीय वित्तीय प्रणाली, कराधान
Publisher: मैकमिलन एंड को., लंदन
Description: यह पुस्तक भारतीय कराधान प्रणाली पर समग्र रूप से विचारण करती है और अपने सात अध्यायों के माध्यम से भूमि राजस्व, स्थानीय कराधान, सार्वजनिक ऋण, आदि, का विश्लेषण करती है और साथ ही भारत से 'धन के अपवाह' पर सूक्ष्म रूप से टिप्पणी करती है।
Source: केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार
Type: दुर्लभ पुस्तक
Received From: केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार
DC Field | Value |
dc.contributor.author | एलस्टन, लियोनार्ड |
dc.date.accessioned | 2018-07-16T11:10:01Z |
dc.date.available | 2018-07-16T11:10:01Z |
dc.description | यह पुस्तक भारतीय कराधान प्रणाली पर समग्र रूप से विचारण करती है और अपने सात अध्यायों के माध्यम से भूमि राजस्व, स्थानीय कराधान, सार्वजनिक ऋण, आदि, का विश्लेषण करती है और साथ ही भारत से 'धन के अपवाह' पर सूक्ष्म रूप से टिप्पणी करती है। |
dc.source | केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार |
dc.format.extent | ix, 115 p. |
dc.format.mimetype | application/pdf |
dc.language.iso | हिंदी |
dc.publisher | मैकमिलन एंड को., लंदन |
dc.subject | धन का अपवाह, अर्थशास्त्र, भारतीय वित्तीय प्रणाली, कराधान |
dc.type | दुर्लभ पुस्तक |
dc.date.copyright | 1910 |
dc.identifier.accessionnumber | AS-000917 |
dc.format.medium | text |
DC Field | Value |
dc.contributor.author | एलस्टन, लियोनार्ड |
dc.date.accessioned | 2018-07-16T11:10:01Z |
dc.date.available | 2018-07-16T11:10:01Z |
dc.description | यह पुस्तक भारतीय कराधान प्रणाली पर समग्र रूप से विचारण करती है और अपने सात अध्यायों के माध्यम से भूमि राजस्व, स्थानीय कराधान, सार्वजनिक ऋण, आदि, का विश्लेषण करती है और साथ ही भारत से 'धन के अपवाह' पर सूक्ष्म रूप से टिप्पणी करती है। |
dc.source | केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार |
dc.format.extent | ix, 115 p. |
dc.format.mimetype | application/pdf |
dc.language.iso | हिंदी |
dc.publisher | मैकमिलन एंड को., लंदन |
dc.subject | धन का अपवाह, अर्थशास्त्र, भारतीय वित्तीय प्रणाली, कराधान |
dc.type | दुर्लभ पुस्तक |
dc.date.copyright | 1910 |
dc.identifier.accessionnumber | AS-000917 |
dc.format.medium | text |