आनंद रंगा पिल्लईज़ डायरी, वॉल. III, VI, VII, VIII, IX, X & XII
Author: जे फ़्रेडरिक प्राइस द्वारा संपादित (वॉल.III),
एच डॉडवेल द्वारा संपादित (वॉल.VI-वॉल.XII)
Editor: edited by J Frederick Price (Vol. III)
edited by H Dodwell (Vol.VI-Vol.XII)
Keywords: आनंद रंगा पिल्लई, नासिर जंग, चंदा साहिब
Publisher: सरकारी प्रेस, मद्रास
Description: ‘द डायरी ऑफ़ रंगा पिल्लई’, मद्रास सरकार के आदेश पर तमिल में अनुवादित की गई थी। यह खंड 18 अक्टूबर 1748 को बोसावेन द्वारा पांडिचेरी की घेराबंदी को उठा देने के तुरंत बाद से शुरू होकर 31 मार्च 1750 पर समाप्त होता है, जब चंदा साहिब और नासिर जंग की सेनाएँ आमने-सामने आ गईं थीं।
Source: केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार
Type: दुर्लभ पुस्तक
Received From: केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार
DC Field | Value |
dc.contributor.author | जे फ़्रेडरिक प्राइस द्वारा संपादित (वॉल.III), एच डॉडवेल द्वारा संपादित (वॉल.VI-वॉल.XII) |
dc.contributor.editor | edited by J Frederick Price (Vol. III) edited by H Dodwell (Vol.VI-Vol.XII) |
dc.date.accessioned | 2018-07-30T06:06:33Z |
dc.date.available | 2018-07-30T06:06:33Z |
dc.description | ‘द डायरी ऑफ़ रंगा पिल्लई’, मद्रास सरकार के आदेश पर तमिल में अनुवादित की गई थी। यह खंड 18 अक्टूबर 1748 को बोसावेन द्वारा पांडिचेरी की घेराबंदी को उठा देने के तुरंत बाद से शुरू होकर 31 मार्च 1750 पर समाप्त होता है, जब चंदा साहिब और नासिर जंग की सेनाएँ आमने-सामने आ गईं थीं। |
dc.source | केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार |
dc.format.extent | 7 Vols. |
dc.format.mimetype | application/pdf |
dc.language.iso | अंग्रेज़ी |
dc.publisher | सरकारी प्रेस, मद्रास |
dc.subject | आनंद रंगा पिल्लई, नासिर जंग, चंदा साहिब |
dc.type | दुर्लभ पुस्तक |
dc.identifier.other | B PIL-P |
dc.date.copyright | 1918 |
dc.identifier.accessionnumber | AS-003738AS-003741AS-003742AS-003743AS-003744AS-003745AS-003747 |
dc.format.medium | text |
DC Field | Value |
dc.contributor.author | जे फ़्रेडरिक प्राइस द्वारा संपादित (वॉल.III), एच डॉडवेल द्वारा संपादित (वॉल.VI-वॉल.XII) |
dc.contributor.editor | edited by J Frederick Price (Vol. III) edited by H Dodwell (Vol.VI-Vol.XII) |
dc.date.accessioned | 2018-07-30T06:06:33Z |
dc.date.available | 2018-07-30T06:06:33Z |
dc.description | ‘द डायरी ऑफ़ रंगा पिल्लई’, मद्रास सरकार के आदेश पर तमिल में अनुवादित की गई थी। यह खंड 18 अक्टूबर 1748 को बोसावेन द्वारा पांडिचेरी की घेराबंदी को उठा देने के तुरंत बाद से शुरू होकर 31 मार्च 1750 पर समाप्त होता है, जब चंदा साहिब और नासिर जंग की सेनाएँ आमने-सामने आ गईं थीं। |
dc.source | केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार |
dc.format.extent | 7 Vols. |
dc.format.mimetype | application/pdf |
dc.language.iso | अंग्रेज़ी |
dc.publisher | सरकारी प्रेस, मद्रास |
dc.subject | आनंद रंगा पिल्लई, नासिर जंग, चंदा साहिब |
dc.type | दुर्लभ पुस्तक |
dc.date.copyright | 1918 |
dc.identifier.accessionnumber | AS-003738AS-003741AS-003742AS-003743AS-003744AS-003745AS-003747 |
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