बिहार प्रोवर्ब: क्लासिफ़ाइड एंड अरेंज्ड
Author: क्रिस्चियन, जॉन
Keywords: बिहार, कहावतें, शब्दकोश, भाषा, भाषाविज्ञान, साहित्य, सामान्य कथन
Publisher: ट्रबनर & को., लंदन
Description: यह पुस्तक ट्रबनर ओरिएंटल सीरीज़ का हिस्सा है। इसमें बिहार के लोगों द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली कहावतों की एक सूची है, जो उनके विषय के अनुसार व्यवस्थित और वर्गीकृत हैं। ये कहावते आगे, सामाजिक रीति-रिवाजों, लोकप्रिय अंधविश्वासों और लोगों के रोजमर्रा के जीवन को चित्रित करते हुए लेखों सहित, अंग्रेज़ी में अनुवादित हैं। शुरुआत में इन कहावतों की संक्षिप्त विशेषताएँ दी गई हैं, जैसे कि उनकी उत्पत्ति, स्रोत, मुख्य उद्देश्य, प्रकृति और उनके पीछे के नैतिक मूल्य। पुस्तक में वे वार्ताएँ और लोक कथाएँ भी शामिल हैं, जिन पर ये कहावतें आधारित हैं।
Source: केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार
Type: दुर्लभ पुस्तक
Received From: केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार
DC Field | Value |
dc.contributor.author | क्रिस्चियन, जॉन |
dc.date.accessioned | 2019-02-22T16:58:12Z |
dc.date.available | 2019-02-22T16:58:12Z |
dc.description | यह पुस्तक ट्रबनर ओरिएंटल सीरीज़ का हिस्सा है। इसमें बिहार के लोगों द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली कहावतों की एक सूची है, जो उनके विषय के अनुसार व्यवस्थित और वर्गीकृत हैं। ये कहावते आगे, सामाजिक रीति-रिवाजों, लोकप्रिय अंधविश्वासों और लोगों के रोजमर्रा के जीवन को चित्रित करते हुए लेखों सहित, अंग्रेज़ी में अनुवादित हैं। शुरुआत में इन कहावतों की संक्षिप्त विशेषताएँ दी गई हैं, जैसे कि उनकी उत्पत्ति, स्रोत, मुख्य उद्देश्य, प्रकृति और उनके पीछे के नैतिक मूल्य। पुस्तक में वे वार्ताएँ और लोक कथाएँ भी शामिल हैं, जिन पर ये कहावतें आधारित हैं। |
dc.source | केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार |
dc.format.extent | lvii, 256 p. |
dc.format.mimetype | application/pdf |
dc.language.iso | अंग्रेज़ी |
dc.publisher | ट्रबनर & को., लंदन |
dc.relation.ispartofseries | Trubner's oriental series; |
dc.subject | बिहार, कहावतें, शब्दकोश, भाषा, भाषाविज्ञान, साहित्य, सामान्य कथन |
dc.type | दुर्लभ पुस्तक |
dc.date.copyright | 1891 |
dc.identifier.accessionnumber | AS-004493 |
dc.format.medium | text |
DC Field | Value |
dc.contributor.author | क्रिस्चियन, जॉन |
dc.date.accessioned | 2019-02-22T16:58:12Z |
dc.date.available | 2019-02-22T16:58:12Z |
dc.description | यह पुस्तक ट्रबनर ओरिएंटल सीरीज़ का हिस्सा है। इसमें बिहार के लोगों द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली कहावतों की एक सूची है, जो उनके विषय के अनुसार व्यवस्थित और वर्गीकृत हैं। ये कहावते आगे, सामाजिक रीति-रिवाजों, लोकप्रिय अंधविश्वासों और लोगों के रोजमर्रा के जीवन को चित्रित करते हुए लेखों सहित, अंग्रेज़ी में अनुवादित हैं। शुरुआत में इन कहावतों की संक्षिप्त विशेषताएँ दी गई हैं, जैसे कि उनकी उत्पत्ति, स्रोत, मुख्य उद्देश्य, प्रकृति और उनके पीछे के नैतिक मूल्य। पुस्तक में वे वार्ताएँ और लोक कथाएँ भी शामिल हैं, जिन पर ये कहावतें आधारित हैं। |
dc.source | केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार |
dc.format.extent | lvii, 256 p. |
dc.format.mimetype | application/pdf |
dc.language.iso | अंग्रेज़ी |
dc.publisher | ट्रबनर & को., लंदन |
dc.relation.ispartofseries | Trubner's oriental series; |
dc.subject | बिहार, कहावतें, शब्दकोश, भाषा, भाषाविज्ञान, साहित्य, सामान्य कथन |
dc.type | दुर्लभ पुस्तक |
dc.date.copyright | 1891 |
dc.identifier.accessionnumber | AS-004493 |
dc.format.medium | text |