बंगाल इन द सिक्सटींथ सेंचुरी ए.डी.
Author: दास गुप्ता, जे.एन.
Keywords: बंगाल, बंगाल इतिहास, सोलहवीं शताब्दी, भारतीय इतिहास, बंगाल पुनर्जागरण, समाज-शास्त्र
Publisher: कलकत्ता विश्वविद्यालय, कलकत्ता
Description: इस पुस्तक में ऑक्सफ़ोर्ड विश्वविद्यालय के बेलीओल महाविद्यालय के जे.एन. दास गुप्ता द्वारा दिए गए आठ व्याख्यानों की विषय वस्तु शामिल है। व्याख्यान सोलहवीं शताब्दी के दौरान बंगाल के विषय से संबंधित हैं। वे इतिहास के अध्ययन, बंगाल में पुनर्जागरण, सोलहवीं शताब्दी में मुकुंदराम और बंगाल, सोलहवीं शताब्दी में बंगाल में यूरोपीय यात्रियों और बंगाल क्षेत्र के समाज-शास्त्रीय पहलुओं को संबोधित करते हैं।
Source: केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार
Type: दुर्लभ पुस्तक
Received From: केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार
DC Field | Value |
dc.contributor.author | दास गुप्ता, जे.एन. |
dc.date.accessioned | 2018-07-20T09:01:28Z |
dc.date.available | 2018-07-20T09:01:28Z |
dc.description | इस पुस्तक में ऑक्सफ़ोर्ड विश्वविद्यालय के बेलीओल महाविद्यालय के जे.एन. दास गुप्ता द्वारा दिए गए आठ व्याख्यानों की विषय वस्तु शामिल है। व्याख्यान सोलहवीं शताब्दी के दौरान बंगाल के विषय से संबंधित हैं। वे इतिहास के अध्ययन, बंगाल में पुनर्जागरण, सोलहवीं शताब्दी में मुकुंदराम और बंगाल, सोलहवीं शताब्दी में बंगाल में यूरोपीय यात्रियों और बंगाल क्षेत्र के समाज-शास्त्रीय पहलुओं को संबोधित करते हैं। |
dc.source | केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार |
dc.format.extent | 189 p. |
dc.format.mimetype | application/pdf |
dc.language.iso | अंग्रेज़ी |
dc.publisher | कलकत्ता विश्वविद्यालय, कलकत्ता |
dc.subject | बंगाल, बंगाल इतिहास, सोलहवीं शताब्दी, भारतीय इतिहास, बंगाल पुनर्जागरण, समाज-शास्त्र |
dc.type | दुर्लभ पुस्तक |
dc.date.copyright | 1914 |
dc.identifier.accessionnumber | AS-004604 |
dc.format.medium | text |
DC Field | Value |
dc.contributor.author | दास गुप्ता, जे.एन. |
dc.date.accessioned | 2018-07-20T09:01:28Z |
dc.date.available | 2018-07-20T09:01:28Z |
dc.description | इस पुस्तक में ऑक्सफ़ोर्ड विश्वविद्यालय के बेलीओल महाविद्यालय के जे.एन. दास गुप्ता द्वारा दिए गए आठ व्याख्यानों की विषय वस्तु शामिल है। व्याख्यान सोलहवीं शताब्दी के दौरान बंगाल के विषय से संबंधित हैं। वे इतिहास के अध्ययन, बंगाल में पुनर्जागरण, सोलहवीं शताब्दी में मुकुंदराम और बंगाल, सोलहवीं शताब्दी में बंगाल में यूरोपीय यात्रियों और बंगाल क्षेत्र के समाज-शास्त्रीय पहलुओं को संबोधित करते हैं। |
dc.source | केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार |
dc.format.extent | 189 p. |
dc.format.mimetype | application/pdf |
dc.language.iso | अंग्रेज़ी |
dc.publisher | कलकत्ता विश्वविद्यालय, कलकत्ता |
dc.subject | बंगाल, बंगाल इतिहास, सोलहवीं शताब्दी, भारतीय इतिहास, बंगाल पुनर्जागरण, समाज-शास्त्र |
dc.type | दुर्लभ पुस्तक |
dc.date.copyright | 1914 |
dc.identifier.accessionnumber | AS-004604 |
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