ब्रिटिश इंडिया 1600-1828 वॉल. ii
Author: टिलबी, ए. वायट
Keywords: ब्रिटिश भारत, मराठा युद्ध, नीतियाँ, लॉर्ड क्लाइव, वॉरेन हेस्टिंग्स, ईस्ट इंडिया कंपनी, भारत पर आक्रमण
Publisher: कॉन्स्टेबल एंड कंपनी, लंदन
Description: दूसरे खंड 'द इंग्लिश पीपल ओवरसीज: ब्रिटिश इंडिया' में 1498 और 1815 के बीच ब्रिटिश भारत की महत्वपूर्ण घटनाओं को दर्शाते हुए कई अध्यायों के साथ तीन भाग हैं। इनमें एशिया पर यूरोपीय आक्रमण, भारत में अंग्रेज़ों की अग्रगति और विश्व संघर्ष के अंत की घटनाएँ शामिल हैं। अध्यायों में लॉर्ड क्लाइव की नीतियाँ, संसद और ब्रिटिश भारत की ईस्ट इंडिया कंपनी के बीच की कार्यवाहियाँ और साथ ही अंतिम मराठा युद्ध शामिल हैं।
Source: केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार
Type: दुर्लभ पुस्तक
Received From: केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार
DC Field | Value |
dc.contributor.author | टिलबी, ए. वायट |
dc.date.accessioned | 2018-07-19T05:21:34Z |
dc.date.available | 2018-07-19T05:21:34Z |
dc.description | दूसरे खंड 'द इंग्लिश पीपल ओवरसीज: ब्रिटिश इंडिया' में 1498 और 1815 के बीच ब्रिटिश भारत की महत्वपूर्ण घटनाओं को दर्शाते हुए कई अध्यायों के साथ तीन भाग हैं। इनमें एशिया पर यूरोपीय आक्रमण, भारत में अंग्रेज़ों की अग्रगति और विश्व संघर्ष के अंत की घटनाएँ शामिल हैं। अध्यायों में लॉर्ड क्लाइव की नीतियाँ, संसद और ब्रिटिश भारत की ईस्ट इंडिया कंपनी के बीच की कार्यवाहियाँ और साथ ही अंतिम मराठा युद्ध शामिल हैं। |
dc.source | केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार |
dc.format.extent | v, 286 p. |
dc.format.mimetype | application/pdf |
dc.language.iso | अंग्रेज़ी |
dc.publisher | कॉन्स्टेबल एंड कंपनी, लंदन |
dc.subject | ब्रिटिश भारत, मराठा युद्ध, नीतियाँ, लॉर्ड क्लाइव, वॉरेन हेस्टिंग्स, ईस्ट इंडिया कंपनी, भारत पर आक्रमण |
dc.type | दुर्लभ पुस्तक |
dc.date.copyright | 1911 |
dc.identifier.accessionnumber | AS-003168 |
dc.format.medium | text |
DC Field | Value |
dc.contributor.author | टिलबी, ए. वायट |
dc.date.accessioned | 2018-07-19T05:21:34Z |
dc.date.available | 2018-07-19T05:21:34Z |
dc.description | दूसरे खंड 'द इंग्लिश पीपल ओवरसीज: ब्रिटिश इंडिया' में 1498 और 1815 के बीच ब्रिटिश भारत की महत्वपूर्ण घटनाओं को दर्शाते हुए कई अध्यायों के साथ तीन भाग हैं। इनमें एशिया पर यूरोपीय आक्रमण, भारत में अंग्रेज़ों की अग्रगति और विश्व संघर्ष के अंत की घटनाएँ शामिल हैं। अध्यायों में लॉर्ड क्लाइव की नीतियाँ, संसद और ब्रिटिश भारत की ईस्ट इंडिया कंपनी के बीच की कार्यवाहियाँ और साथ ही अंतिम मराठा युद्ध शामिल हैं। |
dc.source | केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार |
dc.format.extent | v, 286 p. |
dc.format.mimetype | application/pdf |
dc.language.iso | अंग्रेज़ी |
dc.publisher | कॉन्स्टेबल एंड कंपनी, लंदन |
dc.subject | ब्रिटिश भारत, मराठा युद्ध, नीतियाँ, लॉर्ड क्लाइव, वॉरेन हेस्टिंग्स, ईस्ट इंडिया कंपनी, भारत पर आक्रमण |
dc.type | दुर्लभ पुस्तक |
dc.date.copyright | 1911 |
dc.identifier.accessionnumber | AS-003168 |
dc.format.medium | text |