ब्रिटिश क्राउन एंड द इंडियन स्टेट्स: एन आउटलाइन स्कैच ड्रान अप ऑन बिहाफ़ ऑफ़ द स्टैंडिंग कमिटी ऑफ़ द चेंबर ऑफ़ प्रिंसेस
Keywords: रियासतें, भारतीय राजकुमार, ब्रिटिश सरकार, राजकुमार सदन, भारत
Publisher: पी.एस. किंग एंड सन, लंदन
Description: यह पुस्तक राजकुमार सदन के विशेष संगठन के निदेशालय द्वारा, रशब्रुक विलियम्स, विदेश मंत्री, पटियाला, द्वारा लिखी प्रस्तावना के साथ तैयार किया गया है। पुस्तक भारत के सत्तारूढ़ राजकुमारों और ब्रिटिश भारत सरकार के बीच बदलते संबंधों पर परिचर्चा के साथ शुरू होती है। इसमें रियासतों के प्रति ब्रिटिश अधिकारियों द्वारा अपनाई गई नीतियों का विस्तृत विवरण है। उदाहरण के लिए, यह 'लॉर्ड वेलेज़ली की प्रणाली', 'लॉर्ड हेस्टिंग्स के बंदोबस्त' और लॉर्ड डलहौज़ी की समामेलन नीति के बारे में बताती है। पुस्तक को दो भागों में विभाजित किया गया है, जिसमें कुल सैंतीस अध्याय और तीन परिशिष्ट हैं।"
Source: केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार
Type: दुर्लभ पुस्तक
Received From: केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार
DC Field | Value |
dc.contributor | India. Chamber of Princes |
dc.date.accessioned | 2018-07-31T09:41:21Z |
dc.date.available | 2018-07-31T09:41:21Z |
dc.description | यह पुस्तक राजकुमार सदन के विशेष संगठन के निदेशालय द्वारा, रशब्रुक विलियम्स, विदेश मंत्री, पटियाला, द्वारा लिखी प्रस्तावना के साथ तैयार किया गया है। पुस्तक भारत के सत्तारूढ़ राजकुमारों और ब्रिटिश भारत सरकार के बीच बदलते संबंधों पर परिचर्चा के साथ शुरू होती है। इसमें रियासतों के प्रति ब्रिटिश अधिकारियों द्वारा अपनाई गई नीतियों का विस्तृत विवरण है। उदाहरण के लिए, यह 'लॉर्ड वेलेज़ली की प्रणाली', 'लॉर्ड हेस्टिंग्स के बंदोबस्त' और लॉर्ड डलहौज़ी की समामेलन नीति के बारे में बताती है। पुस्तक को दो भागों में विभाजित किया गया है, जिसमें कुल सैंतीस अध्याय और तीन परिशिष्ट हैं।" |
dc.source | केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार |
dc.format.extent | xxvii, 244 p. |
dc.format.mimetype | application/pdf |
dc.language.iso | अंग्रेज़ी |
dc.publisher | पी.एस. किंग एंड सन, लंदन |
dc.subject | रियासतें, भारतीय राजकुमार, ब्रिटिश सरकार, राजकुमार सदन, भारत |
dc.type | दुर्लभ पुस्तक |
dc.date.copyright | 1929 |
dc.identifier.accessionnumber | AS-056514 |
dc.format.medium | text |
DC Field | Value |
dc.contributor | India. Chamber of Princes |
dc.date.accessioned | 2018-07-31T09:41:21Z |
dc.date.available | 2018-07-31T09:41:21Z |
dc.description | यह पुस्तक राजकुमार सदन के विशेष संगठन के निदेशालय द्वारा, रशब्रुक विलियम्स, विदेश मंत्री, पटियाला, द्वारा लिखी प्रस्तावना के साथ तैयार किया गया है। पुस्तक भारत के सत्तारूढ़ राजकुमारों और ब्रिटिश भारत सरकार के बीच बदलते संबंधों पर परिचर्चा के साथ शुरू होती है। इसमें रियासतों के प्रति ब्रिटिश अधिकारियों द्वारा अपनाई गई नीतियों का विस्तृत विवरण है। उदाहरण के लिए, यह 'लॉर्ड वेलेज़ली की प्रणाली', 'लॉर्ड हेस्टिंग्स के बंदोबस्त' और लॉर्ड डलहौज़ी की समामेलन नीति के बारे में बताती है। पुस्तक को दो भागों में विभाजित किया गया है, जिसमें कुल सैंतीस अध्याय और तीन परिशिष्ट हैं।" |
dc.source | केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार |
dc.format.extent | xxvii, 244 p. |
dc.format.mimetype | application/pdf |
dc.language.iso | अंग्रेज़ी |
dc.publisher | पी.एस. किंग एंड सन, लंदन |
dc.subject | रियासतें, भारतीय राजकुमार, ब्रिटिश सरकार, राजकुमार सदन, भारत |
dc.type | दुर्लभ पुस्तक |
dc.date.copyright | 1929 |
dc.identifier.accessionnumber | AS-056514 |
dc.format.medium | text |