बुद्ध एंड द गॉस्पेल ऑफ़ बुद्धिज़्म
Author: अबनींद्रनाथ टैगोर
नंद लाल बोस
Keywords: भारत में बौद्ध धर्म, बुद्ध, पाली साहित्य, पवित्र पांडुलिपियाँ, कला, बौद्ध मूर्तियाँ
Issue Date: 1916
Publisher: लंदन, जॉर्ज जी. हर्राप
Description: यह पुस्तक बौद्ध धर्म ग्रंथों के अनुसार बौद्ध धर्म के सिद्धांतों को सामने रखती है। यह ब्राह्मणवादी और ईसाई प्रणालियों के संबंध में बौद्ध प्रणालियों पर विचार करने का भी प्रयास करती है। यह एशिया की संस्कृति के संपूर्ण विकास में बौद्ध विचार के योगदान को भी दर्शाती है और बताती है कि बौद्ध विचार आधुनिक विचारकों के लिए क्या महत्त्व रख सकते हैं। इस पुस्तक का उद्देश्य जीवन के दर्शन के विचारों में योगदान देना है। मूर्तियों और चित्रों में बौद्ध कला की विभिन्न प्रतिकृतियाँ पुस्तक के उत्तरार्ध में देखी जा सकती हैं।
Type: तकनीकी रिपोर्ट
Received From: केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार
DC Field | Value |
dc.contributor.author | अबनींद्रनाथ टैगोर नंद लाल बोस |
dc.date.accessioned | 2006-11-15T09:11:00Z 2018-05-31T01:08:53Z |
dc.date.available | 2006-11-15T09:11:00Z 2018-05-31T01:08:53Z |
dc.description | यह पुस्तक बौद्ध धर्म ग्रंथों के अनुसार बौद्ध धर्म के सिद्धांतों को सामने रखती है। यह ब्राह्मणवादी और ईसाई प्रणालियों के संबंध में बौद्ध प्रणालियों पर विचार करने का भी प्रयास करती है। यह एशिया की संस्कृति के संपूर्ण विकास में बौद्ध विचार के योगदान को भी दर्शाती है और बताती है कि बौद्ध विचार आधुनिक विचारकों के लिए क्या महत्त्व रख सकते हैं। इस पुस्तक का उद्देश्य जीवन के दर्शन के विचारों में योगदान देना है। मूर्तियों और चित्रों में बौद्ध कला की विभिन्न प्रतिकृतियाँ पुस्तक के उत्तरार्ध में देखी जा सकती हैं। |
dc.date.issued | 1916 |
dc.description.sponsorship | Delhi Superintendent Government of India |
dc.format.extent | 19410812 bytes1832 bytes |
dc.format.mimetype | application/pdfapplication/pdftext/plain |
dc.language.iso | अंग्रेज़ी |
dc.publisher | लंदन, जॉर्ज जी. हर्राप |
dc.relation.ispartofseries | 294.3 COO-B |
dc.subject | भारत में बौद्ध धर्म, बुद्ध, पाली साहित्य, पवित्र पांडुलिपियाँ, कला, बौद्ध मूर्तियाँ |
dc.type | तकनीकी रिपोर्ट |
DC Field | Value |
dc.contributor.author | अबनींद्रनाथ टैगोर नंद लाल बोस |
dc.date.accessioned | 2006-11-15T09:11:00Z 2018-05-31T01:08:53Z |
dc.date.available | 2006-11-15T09:11:00Z 2018-05-31T01:08:53Z |
dc.description | यह पुस्तक बौद्ध धर्म ग्रंथों के अनुसार बौद्ध धर्म के सिद्धांतों को सामने रखती है। यह ब्राह्मणवादी और ईसाई प्रणालियों के संबंध में बौद्ध प्रणालियों पर विचार करने का भी प्रयास करती है। यह एशिया की संस्कृति के संपूर्ण विकास में बौद्ध विचार के योगदान को भी दर्शाती है और बताती है कि बौद्ध विचार आधुनिक विचारकों के लिए क्या महत्त्व रख सकते हैं। इस पुस्तक का उद्देश्य जीवन के दर्शन के विचारों में योगदान देना है। मूर्तियों और चित्रों में बौद्ध कला की विभिन्न प्रतिकृतियाँ पुस्तक के उत्तरार्ध में देखी जा सकती हैं। |
dc.date.issued | 1916 |
dc.description.sponsorship | Delhi Superintendent Government of India |
dc.format.extent | 19410812 bytes1832 bytes |
dc.format.mimetype | application/pdfapplication/pdftext/plain |
dc.language.iso | अंग्रेज़ी |
dc.publisher | लंदन, जॉर्ज जी. हर्राप |
dc.relation.ispartofseries | 294.3 COO-B |
dc.subject | भारत में बौद्ध धर्म, बुद्ध, पाली साहित्य, पवित्र पांडुलिपियाँ, कला, बौद्ध मूर्तियाँ |
dc.type | तकनीकी रिपोर्ट |