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बुद्धिस्ट बर्थ स्टोरीज़ ऑर जातक टेल्स

Author: वी. फ़ॉस्बोल
टी.डब्ल्यू. रिह्स डविड्स

Keywords: जातक, पाली साहित्य, लोककथा, बुद्ध, बौद्ध धर्म, जन्म कथाएँ

Issue Date: 1880

Publisher: लंदन, ट्रबनर एंड को.

Description: यह पुस्तक परियों की कहानियों, दंतकथाओं, पहेलियों, कॉमिक्स, और नैतिक कहानियों का बौद्ध संग्रह है, जिन्हें बुद्ध ने अपने जीवनकाल के दौरान सुनाया था। बौद्ध रूढ़िवादी विश्वास में ऐसा माना जाता है कि, बुद्ध अपने पूरे जीवनकाल में, अपने पिछले जन्मों में घटित ऐसी ही घटनाओं की कहानियाँ सुनाकर, अपने आसपास घटने वाली घटनाओं के बारे में समझाते और टिप्पणी करते थे। उनके निधन के बाद, उनके शिष्यों ने इन टिप्पणियों और कहानियों को "550 जातकों (जन्मों) की पुस्तक" में संरक्षित किया। इस प्रकार, इस पुस्तक में भारत में इन जन्म कथाओं (जातकों) के साथ-साथ इन कहानियों का पश्चिम में प्रवासन भी शामिल है।

Type: तकनीकी रिपोर्ट

Received From: केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार


DC Field Value
dc.contributor.author वी. फ़ॉस्बोल
टी.डब्ल्यू. रिह्स डविड्स
dc.date.accessioned 2006-11-15T08:45:21Z
2018-05-31T01:05:33Z
dc.date.available 2006-11-15T08:45:21Z
2018-05-31T01:05:33Z
dc.description यह पुस्तक परियों की कहानियों, दंतकथाओं, पहेलियों, कॉमिक्स, और नैतिक कहानियों का बौद्ध संग्रह है, जिन्हें बुद्ध ने अपने जीवनकाल के दौरान सुनाया था। बौद्ध रूढ़िवादी विश्वास में ऐसा माना जाता है कि, बुद्ध अपने पूरे जीवनकाल में, अपने पिछले जन्मों में घटित ऐसी ही घटनाओं की कहानियाँ सुनाकर, अपने आसपास घटने वाली घटनाओं के बारे में समझाते और टिप्पणी करते थे। उनके निधन के बाद, उनके शिष्यों ने इन टिप्पणियों और कहानियों को "550 जातकों (जन्मों) की पुस्तक" में संरक्षित किया। इस प्रकार, इस पुस्तक में भारत में इन जन्म कथाओं (जातकों) के साथ-साथ इन कहानियों का पश्चिम में प्रवासन भी शामिल है।
dc.date.issued 1880
dc.description.sponsorship Delhi Superintendent Government of India
dc.format.extent 15576817 bytes1832 bytes
dc.format.mimetype application/pdfapplication/pdftext/plain
dc.language.iso अंग्रेज़ी
dc.publisher लंदन, ट्रबनर एंड को.
dc.relation.ispartofseries 294.3 FAU-B
dc.subject जातक, पाली साहित्य, लोककथा, बुद्ध, बौद्ध धर्म, जन्म कथाएँ
dc.type तकनीकी रिपोर्ट
DC Field Value
dc.contributor.author वी. फ़ॉस्बोल
टी.डब्ल्यू. रिह्स डविड्स
dc.date.accessioned 2006-11-15T08:45:21Z
2018-05-31T01:05:33Z
dc.date.available 2006-11-15T08:45:21Z
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dc.description यह पुस्तक परियों की कहानियों, दंतकथाओं, पहेलियों, कॉमिक्स, और नैतिक कहानियों का बौद्ध संग्रह है, जिन्हें बुद्ध ने अपने जीवनकाल के दौरान सुनाया था। बौद्ध रूढ़िवादी विश्वास में ऐसा माना जाता है कि, बुद्ध अपने पूरे जीवनकाल में, अपने पिछले जन्मों में घटित ऐसी ही घटनाओं की कहानियाँ सुनाकर, अपने आसपास घटने वाली घटनाओं के बारे में समझाते और टिप्पणी करते थे। उनके निधन के बाद, उनके शिष्यों ने इन टिप्पणियों और कहानियों को "550 जातकों (जन्मों) की पुस्तक" में संरक्षित किया। इस प्रकार, इस पुस्तक में भारत में इन जन्म कथाओं (जातकों) के साथ-साथ इन कहानियों का पश्चिम में प्रवासन भी शामिल है।
dc.date.issued 1880
dc.description.sponsorship Delhi Superintendent Government of India
dc.format.extent 15576817 bytes1832 bytes
dc.format.mimetype application/pdfapplication/pdftext/plain
dc.language.iso अंग्रेज़ी
dc.publisher लंदन, ट्रबनर एंड को.
dc.relation.ispartofseries 294.3 FAU-B
dc.subject जातक, पाली साहित्य, लोककथा, बुद्ध, बौद्ध धर्म, जन्म कथाएँ
dc.type तकनीकी रिपोर्ट