बुद्धिस्ट फ़िलॉसफ़ी इन इंडिया एंड सीलोन
Author: ए. बेरिडेल कीथ
Keywords: इतिहास, दर्शन, बौद्ध धर्म, हीनयान, महायान, पाली साहित्य
Issue Date: 1923
Publisher: लंदन, ऑक्सफ़ोर्ड यूनिवर्सिटी प्रेस
Description: यह पुस्तक बौद्ध दर्शन और भारत और सीलोन में इसके ऐतिहासिक विकास का संक्षिप्त विवरण है। इसका उद्देश्य बौद्ध धर्म के उन विचारों और दर्शन को आगे लाना था जिसे पश्चिमी ज्ञान के क्षेत्र में अनदेखा या विकृत कर दिया गया था। पुस्तक में कई उप-अध्यायों के साथ चार भाग हैं जो बौद्ध दर्शन के विभिन्न पहलुओं पर जानकारी प्रदान करते हैं – जैसे कि पाली धर्म ग्रंथों में बौद्ध धर्म, हीनयान में विकास, महायान का दर्शन, और बौद्ध तर्क।
Type: तकनीकी रिपोर्ट
Received From: केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार
DC Field | Value |
dc.contributor.author | ए. बेरिडेल कीथ |
dc.date.accessioned | 2006-11-15T08:45:51Z 2018-05-31T01:05:52Z |
dc.date.available | 2006-11-15T08:45:51Z 2018-05-31T01:05:52Z |
dc.description | यह पुस्तक बौद्ध दर्शन और भारत और सीलोन में इसके ऐतिहासिक विकास का संक्षिप्त विवरण है। इसका उद्देश्य बौद्ध धर्म के उन विचारों और दर्शन को आगे लाना था जिसे पश्चिमी ज्ञान के क्षेत्र में अनदेखा या विकृत कर दिया गया था। पुस्तक में कई उप-अध्यायों के साथ चार भाग हैं जो बौद्ध दर्शन के विभिन्न पहलुओं पर जानकारी प्रदान करते हैं – जैसे कि पाली धर्म ग्रंथों में बौद्ध धर्म, हीनयान में विकास, महायान का दर्शन, और बौद्ध तर्क। |
dc.date.issued | 1923 |
dc.description.sponsorship | Delhi Superintendent Government of India |
dc.format.extent | 15520546 bytes1832 bytes |
dc.format.mimetype | application/pdfapplication/pdftext/plain |
dc.language.iso | अंग्रेज़ी |
dc.publisher | लंदन, ऑक्सफ़ोर्ड यूनिवर्सिटी प्रेस |
dc.relation.ispartofseries | 294.3 KEI-B |
dc.subject | इतिहास, दर्शन, बौद्ध धर्म, हीनयान, महायान, पाली साहित्य |
dc.type | तकनीकी रिपोर्ट |
DC Field | Value |
dc.contributor.author | ए. बेरिडेल कीथ |
dc.date.accessioned | 2006-11-15T08:45:51Z 2018-05-31T01:05:52Z |
dc.date.available | 2006-11-15T08:45:51Z 2018-05-31T01:05:52Z |
dc.description | यह पुस्तक बौद्ध दर्शन और भारत और सीलोन में इसके ऐतिहासिक विकास का संक्षिप्त विवरण है। इसका उद्देश्य बौद्ध धर्म के उन विचारों और दर्शन को आगे लाना था जिसे पश्चिमी ज्ञान के क्षेत्र में अनदेखा या विकृत कर दिया गया था। पुस्तक में कई उप-अध्यायों के साथ चार भाग हैं जो बौद्ध दर्शन के विभिन्न पहलुओं पर जानकारी प्रदान करते हैं – जैसे कि पाली धर्म ग्रंथों में बौद्ध धर्म, हीनयान में विकास, महायान का दर्शन, और बौद्ध तर्क। |
dc.date.issued | 1923 |
dc.description.sponsorship | Delhi Superintendent Government of India |
dc.format.extent | 15520546 bytes1832 bytes |
dc.format.mimetype | application/pdfapplication/pdftext/plain |
dc.language.iso | अंग्रेज़ी |
dc.publisher | लंदन, ऑक्सफ़ोर्ड यूनिवर्सिटी प्रेस |
dc.relation.ispartofseries | 294.3 KEI-B |
dc.subject | इतिहास, दर्शन, बौद्ध धर्म, हीनयान, महायान, पाली साहित्य |
dc.type | तकनीकी रिपोर्ट |