चित्तौड़ एंड द मेवाड़ फ़ैमली
Keywords: चित्तौड़, मेवाड़, अकबर, मध्यकालीन भारतीय इतिहास
Publisher: द पायनियर प्रेस, इलाहाबाद
Description: अठारह अध्यायों के साथ, सुंदर ढंग से डिज़ाइन की गई यह पुस्तक चित्तौड़, चित्तौड़ के किले, और मेवाड़ परिवार के बारे में बताती है। यह राणा कुंभा के शासनकाल में उनके क्षेत्र का समृद्ध इतिहास, 1568 ई. में अकबर द्वारा चित्तौड़ में लूटपाट, चित्तौड़ की बहाली के साथ-साथ उत्तरकालीन मराठा संकट को सम्मिलित करती है।
Source: इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र, नई दिल्ली
Type: दुर्लभ पुस्तक
Received From: इंदिरा गाँधी राष्ट्रीय कला केंद्र
DC Field | Value |
dc.date.accessioned | 2019-11-29T15:24:07Z |
dc.date.available | 2019-11-29T15:24:07Z |
dc.description | अठारह अध्यायों के साथ, सुंदर ढंग से डिज़ाइन की गई यह पुस्तक चित्तौड़, चित्तौड़ के किले, और मेवाड़ परिवार के बारे में बताती है। यह राणा कुंभा के शासनकाल में उनके क्षेत्र का समृद्ध इतिहास, 1568 ई. में अकबर द्वारा चित्तौड़ में लूटपाट, चित्तौड़ की बहाली के साथ-साथ उत्तरकालीन मराठा संकट को सम्मिलित करती है। |
dc.source | इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र, नई दिल्ली |
dc.format.extent | 99 p. |
dc.format.mimetype | application/pdf |
dc.language.iso | हिंदी |
dc.publisher | द पायनियर प्रेस, इलाहाबाद |
dc.subject | चित्तौड़, मेवाड़, अकबर, मध्यकालीन भारतीय इतिहास |
dc.type | दुर्लभ पुस्तक |
dc.date.copyright | 1881 |
dc.identifier.accessionnumber | 1934 |
dc.format.medium | text |
DC Field | Value |
dc.date.accessioned | 2019-11-29T15:24:07Z |
dc.date.available | 2019-11-29T15:24:07Z |
dc.description | अठारह अध्यायों के साथ, सुंदर ढंग से डिज़ाइन की गई यह पुस्तक चित्तौड़, चित्तौड़ के किले, और मेवाड़ परिवार के बारे में बताती है। यह राणा कुंभा के शासनकाल में उनके क्षेत्र का समृद्ध इतिहास, 1568 ई. में अकबर द्वारा चित्तौड़ में लूटपाट, चित्तौड़ की बहाली के साथ-साथ उत्तरकालीन मराठा संकट को सम्मिलित करती है। |
dc.source | इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र, नई दिल्ली |
dc.format.extent | 99 p. |
dc.format.mimetype | application/pdf |
dc.language.iso | हिंदी |
dc.publisher | द पायनियर प्रेस, इलाहाबाद |
dc.subject | चित्तौड़, मेवाड़, अकबर, मध्यकालीन भारतीय इतिहास |
dc.type | दुर्लभ पुस्तक |
dc.date.copyright | 1881 |
dc.identifier.accessionnumber | 1934 |
dc.format.medium | text |