एडी ऑरिएंट्म
Author: फ़्रेड्रिक्सन, ए.डी.
Keywords: यात्रा, भूगोल, भारत, बटाविया, सिलोन, समरंग, सियाम, जापान, 1870, इतिहास, प्राकृतिक इतिहास
Publisher: डब्ल्यू.एच. एलन, लंदन
Description: यह पुस्तक भारतीय और प्रशांत महासागरों से सटे हुए परिदृश्यों के माध्यम से लेखक की यात्रा की एक पत्रिका है। इनमें भारत, बटाविया, सीलोन, समरंग, सियाम और जापान शामिल हैं। पुस्तक में इन देशों के परिदृश्य, वास्तुकला, लोगों के साथ-साथ प्राकृतिक इतिहास की जानकारी है। 1870-71 में पहली यात्रा के अनुभव, 1876-78 में अपनी दूसरी यात्रा के दौरान उनके द्वारा एकत्र की गई जानकारी द्वारा पूरित हैं। कुछ मानचित्रों के साथ कलाकार की रेखाचित्र पुस्तक से चित्रण इस पत्रिका को समायोजन प्रदान करते हैं।
Source: इंदिरा गाँधी राष्ट्रीय कला केंद्र
Type: दुर्लभ पुस्तक
Received From: इंदिरा गाँधी राष्ट्रीय कला केंद्र
DC Field | Value |
dc.contributor.author | फ़्रेड्रिक्सन, ए.डी. |
dc.date.accessioned | 2019-10-22T11:13:13Z |
dc.date.available | 2019-10-22T11:13:13Z |
dc.description | यह पुस्तक भारतीय और प्रशांत महासागरों से सटे हुए परिदृश्यों के माध्यम से लेखक की यात्रा की एक पत्रिका है। इनमें भारत, बटाविया, सीलोन, समरंग, सियाम और जापान शामिल हैं। पुस्तक में इन देशों के परिदृश्य, वास्तुकला, लोगों के साथ-साथ प्राकृतिक इतिहास की जानकारी है। 1870-71 में पहली यात्रा के अनुभव, 1876-78 में अपनी दूसरी यात्रा के दौरान उनके द्वारा एकत्र की गई जानकारी द्वारा पूरित हैं। कुछ मानचित्रों के साथ कलाकार की रेखाचित्र पुस्तक से चित्रण इस पत्रिका को समायोजन प्रदान करते हैं। |
dc.source | इंदिरा गाँधी राष्ट्रीय कला केंद्र |
dc.format.extent | xiii, 388p. |
dc.format.mimetype | application/pdf |
dc.language.iso | English |
dc.publisher | डब्ल्यू.एच. एलन, लंदन |
dc.subject | यात्रा, भूगोल, भारत, बटाविया, सिलोन, समरंग, सियाम, जापान, 1870, इतिहास, प्राकृतिक इतिहास |
dc.type | दुर्लभ पुस्तक |
dc.date.copyright | 1890 |
dc.identifier.accessionnumber | 707 |
dc.format.medium | text |
DC Field | Value |
dc.contributor.author | फ़्रेड्रिक्सन, ए.डी. |
dc.date.accessioned | 2019-10-22T11:13:13Z |
dc.date.available | 2019-10-22T11:13:13Z |
dc.description | यह पुस्तक भारतीय और प्रशांत महासागरों से सटे हुए परिदृश्यों के माध्यम से लेखक की यात्रा की एक पत्रिका है। इनमें भारत, बटाविया, सीलोन, समरंग, सियाम और जापान शामिल हैं। पुस्तक में इन देशों के परिदृश्य, वास्तुकला, लोगों के साथ-साथ प्राकृतिक इतिहास की जानकारी है। 1870-71 में पहली यात्रा के अनुभव, 1876-78 में अपनी दूसरी यात्रा के दौरान उनके द्वारा एकत्र की गई जानकारी द्वारा पूरित हैं। कुछ मानचित्रों के साथ कलाकार की रेखाचित्र पुस्तक से चित्रण इस पत्रिका को समायोजन प्रदान करते हैं। |
dc.source | इंदिरा गाँधी राष्ट्रीय कला केंद्र |
dc.format.extent | xiii, 388p. |
dc.format.mimetype | application/pdf |
dc.language.iso | English |
dc.publisher | डब्ल्यू.एच. एलन, लंदन |
dc.subject | यात्रा, भूगोल, भारत, बटाविया, सिलोन, समरंग, सियाम, जापान, 1870, इतिहास, प्राकृतिक इतिहास |
dc.type | दुर्लभ पुस्तक |
dc.date.copyright | 1890 |
dc.identifier.accessionnumber | 707 |
dc.format.medium | text |