एजुकेशन इन इंडिया: अ लेटर टू हिज़ एक्स्लेंसी द मोस्ट ऑनरबल, द मार्क्विस ऑफ़ रिपन, के.जी., जी.एम.एस.आई., वायसरॉय एंड गवर्नर जनरल ऑफ़ इंडिया
Keywords: शिक्षा, स्थानीय प्रबंधन, रिपन, पत्र, आधुनिक इतिहास
Publisher: सी.के.एस. प्रेस, मद्रास
Description: ऐसा कहा जाता है कि ज्ञान शक्ति है। यह कृति विभिन्न कोणों से भारत में शिक्षा के प्रश्न को संबोधित करती है और इसमें भारत के वायसरॉय और गवर्नर जनरल लॉर्ड रिपन को लिखा एक दुर्लभ पत्र शामिल है। यह विद्यालयों और विश्वविद्यालयों में पढ़ने के लिए निर्धारित पुस्तकों के साथ साथ शिक्षा के स्थानीय प्रबंधन को सौंपे जाने पर चर्चा करती है।
Source: केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार
Type: दुर्लभ पुस्तक
Received From: केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार
DC Field | Value |
dc.date.accessioned | 2019-02-28T13:00:16Z |
dc.date.available | 2019-02-28T13:00:16Z |
dc.description | ऐसा कहा जाता है कि ज्ञान शक्ति है। यह कृति विभिन्न कोणों से भारत में शिक्षा के प्रश्न को संबोधित करती है और इसमें भारत के वायसरॉय और गवर्नर जनरल लॉर्ड रिपन को लिखा एक दुर्लभ पत्र शामिल है। यह विद्यालयों और विश्वविद्यालयों में पढ़ने के लिए निर्धारित पुस्तकों के साथ साथ शिक्षा के स्थानीय प्रबंधन को सौंपे जाने पर चर्चा करती है। |
dc.source | केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार |
dc.format.extent | 143 p. |
dc.format.mimetype | application/pdf |
dc.language.iso | हिंदी |
dc.publisher | सी.के.एस. प्रेस, मद्रास |
dc.subject | शिक्षा, स्थानीय प्रबंधन, रिपन, पत्र, आधुनिक इतिहास |
dc.type | दुर्लभ पुस्तक |
dc.date.copyright | 1881 |
dc.identifier.accessionnumber | AS001382 |
dc.format.medium | text |
DC Field | Value |
dc.date.accessioned | 2019-02-28T13:00:16Z |
dc.date.available | 2019-02-28T13:00:16Z |
dc.description | ऐसा कहा जाता है कि ज्ञान शक्ति है। यह कृति विभिन्न कोणों से भारत में शिक्षा के प्रश्न को संबोधित करती है और इसमें भारत के वायसरॉय और गवर्नर जनरल लॉर्ड रिपन को लिखा एक दुर्लभ पत्र शामिल है। यह विद्यालयों और विश्वविद्यालयों में पढ़ने के लिए निर्धारित पुस्तकों के साथ साथ शिक्षा के स्थानीय प्रबंधन को सौंपे जाने पर चर्चा करती है। |
dc.source | केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार |
dc.format.extent | 143 p. |
dc.format.mimetype | application/pdf |
dc.language.iso | हिंदी |
dc.publisher | सी.के.एस. प्रेस, मद्रास |
dc.subject | शिक्षा, स्थानीय प्रबंधन, रिपन, पत्र, आधुनिक इतिहास |
dc.type | दुर्लभ पुस्तक |
dc.date.copyright | 1881 |
dc.identifier.accessionnumber | AS001382 |
dc.format.medium | text |