एन इंग्लिश इंडैक्स टू द प्लांट्स ऑफ़ इंडिया
Keywords: भारत के पौधे, भारत के लोकप्रिय पौधों के नाम
Publisher: बैप्टिस्ट मिशन प्रेस, कलकत्ता
Description: एच. पिडिंगटन द्वारा संकलन का यह कार्य भारत में पाए जाने वाले पौधों के लिए एक अंग्रेज़ी अनुक्रमणिका है। पुस्तक के दो भाग हैं। भाग I (एक) में लिनेन जेनेरा और उस प्रजाति से लेकर पौधों के मूल नाम तक की अनुक्रमणिका शामिल है। भाग II (दो) में दो भाग हैं। भाग I (एक) का संबंध संस्कृत, बंगाली, हिंदी और नवार नामों से है; जबकि भाग II (दो) में तमूल, तेलिंग, सिंगाली, मलियाली, मराठा और कनारी नाम शामिल हैं।
Source: Indira Gandhi National Centre for the Arts
Type: दुर्लभ पुस्तक
Received From: इंदिरा गाँधी राष्ट्रीय कला केंद्र
DC Field | Value |
dc.contributr.compiler | Piddington, H. |
dc.date.accessioned | 2019-10-22T07:16:36Z |
dc.date.available | 2019-10-22T07:16:36Z |
dc.description | एच. पिडिंगटन द्वारा संकलन का यह कार्य भारत में पाए जाने वाले पौधों के लिए एक अंग्रेज़ी अनुक्रमणिका है। पुस्तक के दो भाग हैं। भाग I (एक) में लिनेन जेनेरा और उस प्रजाति से लेकर पौधों के मूल नाम तक की अनुक्रमणिका शामिल है। भाग II (दो) में दो भाग हैं। भाग I (एक) का संबंध संस्कृत, बंगाली, हिंदी और नवार नामों से है; जबकि भाग II (दो) में तमूल, तेलिंग, सिंगाली, मलियाली, मराठा और कनारी नाम शामिल हैं। |
dc.source | Indira Gandhi National Centre for the Arts |
dc.format.extent | viii,235 p. |
dc.format.mimetype | application/pdf |
dc.language.iso | अंग्रेज़ी |
dc.publisher | बैप्टिस्ट मिशन प्रेस, कलकत्ता |
dc.subject | भारत के पौधे, भारत के लोकप्रिय पौधों के नाम |
dc.type | दुर्लभ पुस्तक |
dc.date.copyright | 1832 |
dc.identifier.accessionnumber | 671 |
dc.format.medium | text |
DC Field | Value |
dc.contributr.compiler | Piddington, H. |
dc.date.accessioned | 2019-10-22T07:16:36Z |
dc.date.available | 2019-10-22T07:16:36Z |
dc.description | एच. पिडिंगटन द्वारा संकलन का यह कार्य भारत में पाए जाने वाले पौधों के लिए एक अंग्रेज़ी अनुक्रमणिका है। पुस्तक के दो भाग हैं। भाग I (एक) में लिनेन जेनेरा और उस प्रजाति से लेकर पौधों के मूल नाम तक की अनुक्रमणिका शामिल है। भाग II (दो) में दो भाग हैं। भाग I (एक) का संबंध संस्कृत, बंगाली, हिंदी और नवार नामों से है; जबकि भाग II (दो) में तमूल, तेलिंग, सिंगाली, मलियाली, मराठा और कनारी नाम शामिल हैं। |
dc.source | Indira Gandhi National Centre for the Arts |
dc.format.extent | viii,235 p. |
dc.format.mimetype | application/pdf |
dc.language.iso | अंग्रेज़ी |
dc.publisher | बैप्टिस्ट मिशन प्रेस, कलकत्ता |
dc.subject | भारत के पौधे, भारत के लोकप्रिय पौधों के नाम |
dc.type | दुर्लभ पुस्तक |
dc.date.copyright | 1832 |
dc.identifier.accessionnumber | 671 |
dc.format.medium | text |