एंटेरिक फ़ीवर इन इंडिया एंड इन अदर ट्रॉपिकल एंड सब-ट्रॉपिकल रीजंस अ स्टडी इन एपिडेमियोलॉजी एंड मिलिट्री हाइजीन
Author: बर्ट्स, अर्नेस्ट
Keywords: मियादी बुखार, टाइफ़ॉइड, संक्रमण, बीमारी, सेना, महामारी विज्ञान
Publisher: थैकर स्पिंक, कलकत्ता
Description: यह पुस्तक मियादी बुखार, जिसे आज टाइफ़ॉइड के नाम से जाना जाता है, का अध्ययन करती है, जो भारत में तैनात सेना के जवानों के बीच फ़ैल गया था। यह पुस्तक उन्नीसवीं शताब्दी के उत्तरार्ध में ब्रिटिश सेना के जवानों के बीच फ़ैली बिमारियों के ऐतिहासिक अध्ययन से शुरू होती है। पुस्तक के अध्याय मियादी बुखार, इसके स्रोतों, बुखार के वाहकों, और सेना की विभिन्न इकाइयों, महिलाओं और बच्चों के बीच इसके प्रसार पर केंद्रित हैं। पुस्तक भारतीयों के बीच इस बीमारी के प्रसार और इसके विरुद्ध उनकी तुलनात्मक प्रतिरक्षा के बारे में भी अध्ययन सम्मिलित करती है।
Source: केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार
Type: दुर्लभ पुस्तक
Received From: केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार
DC Field | Value |
dc.contributor.author | बर्ट्स, अर्नेस्ट |
dc.date.accessioned | 2018-07-16T09:23:06Z |
dc.date.available | 2018-07-16T09:23:06Z |
dc.description | यह पुस्तक मियादी बुखार, जिसे आज टाइफ़ॉइड के नाम से जाना जाता है, का अध्ययन करती है, जो भारत में तैनात सेना के जवानों के बीच फ़ैल गया था। यह पुस्तक उन्नीसवीं शताब्दी के उत्तरार्ध में ब्रिटिश सेना के जवानों के बीच फ़ैली बिमारियों के ऐतिहासिक अध्ययन से शुरू होती है। पुस्तक के अध्याय मियादी बुखार, इसके स्रोतों, बुखार के वाहकों, और सेना की विभिन्न इकाइयों, महिलाओं और बच्चों के बीच इसके प्रसार पर केंद्रित हैं। पुस्तक भारतीयों के बीच इस बीमारी के प्रसार और इसके विरुद्ध उनकी तुलनात्मक प्रतिरक्षा के बारे में भी अध्ययन सम्मिलित करती है। |
dc.source | केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार |
dc.format.extent | xiv, 571 p. |
dc.format.mimetype | application/pdf |
dc.language.iso | अंग्रेज़ी |
dc.publisher | थैकर स्पिंक, कलकत्ता |
dc.subject | मियादी बुखार, टाइफ़ॉइड, संक्रमण, बीमारी, सेना, महामारी विज्ञान |
dc.type | दुर्लभ पुस्तक |
dc.date.copyright | 1906 |
dc.identifier.accessionnumber | AS-056357 |
dc.format.medium | text |
DC Field | Value |
dc.contributor.author | बर्ट्स, अर्नेस्ट |
dc.date.accessioned | 2018-07-16T09:23:06Z |
dc.date.available | 2018-07-16T09:23:06Z |
dc.description | यह पुस्तक मियादी बुखार, जिसे आज टाइफ़ॉइड के नाम से जाना जाता है, का अध्ययन करती है, जो भारत में तैनात सेना के जवानों के बीच फ़ैल गया था। यह पुस्तक उन्नीसवीं शताब्दी के उत्तरार्ध में ब्रिटिश सेना के जवानों के बीच फ़ैली बिमारियों के ऐतिहासिक अध्ययन से शुरू होती है। पुस्तक के अध्याय मियादी बुखार, इसके स्रोतों, बुखार के वाहकों, और सेना की विभिन्न इकाइयों, महिलाओं और बच्चों के बीच इसके प्रसार पर केंद्रित हैं। पुस्तक भारतीयों के बीच इस बीमारी के प्रसार और इसके विरुद्ध उनकी तुलनात्मक प्रतिरक्षा के बारे में भी अध्ययन सम्मिलित करती है। |
dc.source | केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार |
dc.format.extent | xiv, 571 p. |
dc.format.mimetype | application/pdf |
dc.language.iso | अंग्रेज़ी |
dc.publisher | थैकर स्पिंक, कलकत्ता |
dc.subject | मियादी बुखार, टाइफ़ॉइड, संक्रमण, बीमारी, सेना, महामारी विज्ञान |
dc.type | दुर्लभ पुस्तक |
dc.date.copyright | 1906 |
dc.identifier.accessionnumber | AS-056357 |
dc.format.medium | text |