एसेज़ इन नेशनल आइडियलिज़्म
Author: आनंद के. कुमारस्वामी
Keywords: भारत, भारतीय राष्ट्रवाद, कला, शिक्षा, संगीत
Issue Date: 1909
Publisher: कोलंबो, कोलंबो अपॉथेकेरीज़
Description: प्रख्यात इतिहासकार, आनंद के कुमारस्वामी द्वारा लिखित यह पुस्तक निबंधों का एक संग्रह है, जो कला के माध्यम से भारतीय राष्ट्रवाद के बारे में चर्चा करती है। इसमें पाठक के लिए भारतीय कला पर कई निबंध उपलब्ध हैं। ये निबंध भारतीय कला पद्धतियों, कला और योग के मध्य संबंध, भारतीय कला पर यूनानी प्रभाव, पूर्व और पश्चिम की कलाओं, और अन्य विषयों पर विस्तारपूर्वक चर्चा करते हैं। पुस्तक में भारतीय संगीत, शिक्षा और भारत के स्वतंत्रता संग्राम पर निबंध भी शामिल हैं।
Type: दुर्लभ पुस्तक
Received From: केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार
DC Field | Value |
dc.contributor.author | आनंद के. कुमारस्वामी |
dc.date.accessioned | 2006-11-15T08:48:55Z 2018-05-31T01:16:11Z |
dc.date.available | 2006-11-15T08:48:55Z 2018-05-31T01:16:11Z |
dc.description | प्रख्यात इतिहासकार, आनंद के कुमारस्वामी द्वारा लिखित यह पुस्तक निबंधों का एक संग्रह है, जो कला के माध्यम से भारतीय राष्ट्रवाद के बारे में चर्चा करती है। इसमें पाठक के लिए भारतीय कला पर कई निबंध उपलब्ध हैं। ये निबंध भारतीय कला पद्धतियों, कला और योग के मध्य संबंध, भारतीय कला पर यूनानी प्रभाव, पूर्व और पश्चिम की कलाओं, और अन्य विषयों पर विस्तारपूर्वक चर्चा करते हैं। पुस्तक में भारतीय संगीत, शिक्षा और भारत के स्वतंत्रता संग्राम पर निबंध भी शामिल हैं। |
dc.date.issued | 1909 |
dc.description.sponsorship | Delhi Superintendent Government of India |
dc.format.extent | 10326981 bytes1832 bytes |
dc.format.mimetype | application/pdfapplication/pdftext/plain |
dc.language.iso | अंग्रेज़ी |
dc.publisher | कोलंबो, कोलंबो अपॉथेकेरीज़ |
dc.relation.ispartofseries | 320.54 COO-E |
dc.subject | भारत, भारतीय राष्ट्रवाद, कला, शिक्षा, संगीत |
dc.type | दुर्लभ पुस्तक |
DC Field | Value |
dc.contributor.author | आनंद के. कुमारस्वामी |
dc.date.accessioned | 2006-11-15T08:48:55Z 2018-05-31T01:16:11Z |
dc.date.available | 2006-11-15T08:48:55Z 2018-05-31T01:16:11Z |
dc.description | प्रख्यात इतिहासकार, आनंद के कुमारस्वामी द्वारा लिखित यह पुस्तक निबंधों का एक संग्रह है, जो कला के माध्यम से भारतीय राष्ट्रवाद के बारे में चर्चा करती है। इसमें पाठक के लिए भारतीय कला पर कई निबंध उपलब्ध हैं। ये निबंध भारतीय कला पद्धतियों, कला और योग के मध्य संबंध, भारतीय कला पर यूनानी प्रभाव, पूर्व और पश्चिम की कलाओं, और अन्य विषयों पर विस्तारपूर्वक चर्चा करते हैं। पुस्तक में भारतीय संगीत, शिक्षा और भारत के स्वतंत्रता संग्राम पर निबंध भी शामिल हैं। |
dc.date.issued | 1909 |
dc.description.sponsorship | Delhi Superintendent Government of India |
dc.format.extent | 10326981 bytes1832 bytes |
dc.format.mimetype | application/pdfapplication/pdftext/plain |
dc.language.iso | अंग्रेज़ी |
dc.publisher | कोलंबो, कोलंबो अपॉथेकेरीज़ |
dc.relation.ispartofseries | 320.54 COO-E |
dc.subject | भारत, भारतीय राष्ट्रवाद, कला, शिक्षा, संगीत |
dc.type | दुर्लभ पुस्तक |