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एथनोग्राफ़िक नोट्स इन सदर्न इंडिया

Author: एडगर थर्स्टन

Keywords: दक्षिण भारत, नृवंशविज्ञान, अग्निगमन, रीति-रिवाज, समाज, समुदाय

Issue Date: 1906

Publisher: मद्रास, अधीक्षक सरकारी प्रेस

Description: पुस्तक दक्षिणी भारत का एक विस्तृत नृवंशविज्ञान संबंधी अध्ययन है। यह पुस्तक क्षेत्र के विभिन्न समुदायों के बीच प्रचलित विवाह प्रथाओं, मृत्यु समारोहों, उनकी मान्यताओं, अंधविश्वासों और रीति-रिवाज़ों को सम्मिलित करती है। कुछ अध्याय दक्षिण भारत में प्रचलित मान्यताओं पर समर्पित हैं, जैसे कि आग पर चलना या अग्निगमन (फ़ायरवॉकिंग)। यहाँ कुछ परिस्थितियों में, व्यक्ति देवताओं/देवीयों के नाम पर, अग्निगमन की प्रतिज्ञा ले लेते हैं। एक अन्य अध्याय में, कुछ समुदायों द्वारा मनाए जाने वाले हुक घुमाने के महोत्सव (हुक स्विंगिंग फ़ेस्टिवल) की यातनाओं पर चर्चा की गई है। बाद के अध्यायों में विभिन्न समुदायों के बीच प्रचलित परिधानों, नामों और अन्य रीति-रिवाजों और प्रथाओं पर ध्यान केंद्रित किया गया है।

Type: दुर्लभ पुस्तक

Received From: केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार


DC Field Value
dc.contributor.author एडगर थर्स्टन
dc.date.accessioned 2006-11-15T09:17:33Z
2018-05-31T01:11:07Z
dc.date.available 2006-11-15T09:17:33Z
2018-05-31T01:11:07Z
dc.description पुस्तक दक्षिणी भारत का एक विस्तृत नृवंशविज्ञान संबंधी अध्ययन है। यह पुस्तक क्षेत्र के विभिन्न समुदायों के बीच प्रचलित विवाह प्रथाओं, मृत्यु समारोहों, उनकी मान्यताओं, अंधविश्वासों और रीति-रिवाज़ों को सम्मिलित करती है। कुछ अध्याय दक्षिण भारत में प्रचलित मान्यताओं पर समर्पित हैं, जैसे कि आग पर चलना या अग्निगमन (फ़ायरवॉकिंग)। यहाँ कुछ परिस्थितियों में, व्यक्ति देवताओं/देवीयों के नाम पर, अग्निगमन की प्रतिज्ञा ले लेते हैं। एक अन्य अध्याय में, कुछ समुदायों द्वारा मनाए जाने वाले हुक घुमाने के महोत्सव (हुक स्विंगिंग फ़ेस्टिवल) की यातनाओं पर चर्चा की गई है। बाद के अध्यायों में विभिन्न समुदायों के बीच प्रचलित परिधानों, नामों और अन्य रीति-रिवाजों और प्रथाओं पर ध्यान केंद्रित किया गया है।
dc.date.issued 1906
dc.description.sponsorship Delhi Superintendent Government of India
dc.format.extent 40807684 bytes1832 bytes
dc.format.mimetype application/pdfapplication/pdftext/plain
dc.language.iso अंग्रेज़ी
dc.publisher मद्रास, अधीक्षक सरकारी प्रेस
dc.relation.ispartofseries 572.9545 THU-E
dc.subject दक्षिण भारत, नृवंशविज्ञान, अग्निगमन, रीति-रिवाज, समाज, समुदाय
dc.type दुर्लभ पुस्तक
DC Field Value
dc.contributor.author एडगर थर्स्टन
dc.date.accessioned 2006-11-15T09:17:33Z
2018-05-31T01:11:07Z
dc.date.available 2006-11-15T09:17:33Z
2018-05-31T01:11:07Z
dc.description पुस्तक दक्षिणी भारत का एक विस्तृत नृवंशविज्ञान संबंधी अध्ययन है। यह पुस्तक क्षेत्र के विभिन्न समुदायों के बीच प्रचलित विवाह प्रथाओं, मृत्यु समारोहों, उनकी मान्यताओं, अंधविश्वासों और रीति-रिवाज़ों को सम्मिलित करती है। कुछ अध्याय दक्षिण भारत में प्रचलित मान्यताओं पर समर्पित हैं, जैसे कि आग पर चलना या अग्निगमन (फ़ायरवॉकिंग)। यहाँ कुछ परिस्थितियों में, व्यक्ति देवताओं/देवीयों के नाम पर, अग्निगमन की प्रतिज्ञा ले लेते हैं। एक अन्य अध्याय में, कुछ समुदायों द्वारा मनाए जाने वाले हुक घुमाने के महोत्सव (हुक स्विंगिंग फ़ेस्टिवल) की यातनाओं पर चर्चा की गई है। बाद के अध्यायों में विभिन्न समुदायों के बीच प्रचलित परिधानों, नामों और अन्य रीति-रिवाजों और प्रथाओं पर ध्यान केंद्रित किया गया है।
dc.date.issued 1906
dc.description.sponsorship Delhi Superintendent Government of India
dc.format.extent 40807684 bytes1832 bytes
dc.format.mimetype application/pdfapplication/pdftext/plain
dc.language.iso अंग्रेज़ी
dc.publisher मद्रास, अधीक्षक सरकारी प्रेस
dc.relation.ispartofseries 572.9545 THU-E
dc.subject दक्षिण भारत, नृवंशविज्ञान, अग्निगमन, रीति-रिवाज, समाज, समुदाय
dc.type दुर्लभ पुस्तक